केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने प्रणव मुखर्जी के निधन पर उन्हें सियासत का शिखर पुरुष बताया। उन्होंने कहा कि प्रणव मुखर्जी सर्वगुण संपन्न थे, इसलिए राजग ने भी उनके राष्ट्रपति बनने का समर्थन किया था। मंत्री पासवान ने कहा, "2019 में भारत रत्न से सम्मानित प्रणव दा हमेशा शोषित, वंचितों के कल्याण के लिए हमेशा तत्पर रहे। उनमें दलीय राजनीति से ऊपर सबको साथ लेकर चलने की अद्भुत क्षमता थी।"
पासवान ने आगे कहा, "प्रणव दा आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका मृदुभाषी सौम्य चेहरा हमेशा हमें प्रेरणा देता रहेगा। उनसे मेरी पहली मुलाकात 1977 में दिल्ली में हुई और उसके बाद से ही उनके साथ एक पारिवारिक संबंध बना रहा और सुख-दुख के हर मौके पर उनका स्नेह मिलता रहा।"
उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति में प्रणव मुखर्जी के अद्वितीय योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने वित्त, विदेश और रक्षा मंत्री सहित तमाम प्रमुख मंत्रालयों को संभालते हुए एक अमिट छाप छोड़ी। राष्ट्रपति के पद पर रहते उनकी निष्पक्ष छवि की भी मिसाल दी जाएगी।(आईएएनएस)