बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से सोशल मीडिया ट्रोलिंग का सामना कर रही मुंबई पुलिस ने अब विभिन्न प्लेटफॉर्म पर सोशल मीडिया ट्रोल्स को लेकर कार्रवाई करने का मन बना लिया है। एक अधिकारी ने यहां मंगलवार को यह जानकारी दी। साइबर सेल की पुलिस उपायुक्त रश्मि कारंदीकर ने कहा कि कई सोशल मीडिया अकाउंट धारक मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक पर ट्रोल कर रहे हैं और उनके और पुलिस बल के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं।
कारंदीकर ने कहा, "इन अकाउट्ंस में से अधिकांश फर्जी हैं .. हम इन सभी फर्जी अकाउंट होल्डर्स के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। पिछले महीने, एक अन्य अपराधी के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई थी जिसने शहर के पुलिस आयुक्त के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट की एक माफ्र्ड छवि का इस्तेमाल किया था।"
सुशांत सिंह की मौत के लगभग 110 दिनों बाद यह सामने आया है। एम्स की रिपोर्ट में भी अभिनेता की हत्या की अटकलों को खारिज कर दिया गया।
एम्स की रिपोर्ट का सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी की घटक शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस द्वारा व्यापक रूप से स्वागत किया गया था, जिन्होंने मामले में राज्य सरकार और मुंबई पुलिस पर जिस तरह से निशाना साधा गया था, उसकी आलोचना की।
सिंह ने एम्स के निष्कर्ष पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "हम इससे बिल्कुल भी हैरान नहीं हैं .. यह कूपर अस्पताल की टीम ने भी यही कहा था।" वहीं, एमवीए के सहयोगियों ने पूरे ट्रोलिंग बिजनेस की एसआईटी जांच की मांग की है।
इन मामलों में पांच साल तक की जेल की सजा हो सकती है। (Pixabay)
पुलिस सूत्रों ने कहा कि 14 जून को अभिनेता की मौत के बाद विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बनाए गए लगभग 80,000-1,00,000 ऐसे 'फर्जी अकाउंट' हो सकते हैं और कुछ कथित तौर पर अब बंद किए जा रहे हैं।
साइबर पुलिस के प्रारंभिक विश्लेषण के अनुसार, मुंबई पुलिस को निशाने पर लेते हुए निंदनीय या अपमानजनक पोस्ट भारत और यहां तक कि यूरोप, स्कैंडिनेविया, दक्षिण-पूर्व एशिया और अन्य जगहों से अपलोड किए गए थे।
कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत और शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने अभिनेता की मौत के बाद पिछले चार महीनों में सामने आई सोशल मीडिया ट्रोलिंग की जांच के लिए पुलिस की पहल की सराहना की है।
सावंत ने एक बयान में कहा, "मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं .. जल्द ही मैं इस बारे में सरकार के साथ सोशल मीडिया अकाउंट पर बहुत महत्वपूर्ण जानकारी साझा करूंगा, जो सुशांत सिंह मामले में 'साजिश की थ्योरी' को बढ़ावा देने और महाराष्ट्र को बदनाम करने के लिए भाजपा आईटी टीम द्वारा पूरी तरह से जेनरेट किए गए थे।"
पुलिस इन मामलों में कुछ गिरफ्तारियां होने को लेकर आश्वस्त है, जिसमें पांच साल तक की जेल की सजा हो सकती है। (आईएएनएस)