बिहार के सीमांचल में लव जेहाद, धर्मातरण और घुसपैठ का चल रहा गंदा खेल

एक साजिश के तहत बांग्लादेशियों की घुसपैठ से सीमांचल की डेमोग्राफी तेजी से बदल रही है।(सांकेतिक तस्वीर, Pexels)
एक साजिश के तहत बांग्लादेशियों की घुसपैठ से सीमांचल की डेमोग्राफी तेजी से बदल रही है।(सांकेतिक तस्वीर, Pexels)
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By: नवनीत मिश्र

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने बिहार के सीमांचल में चलने वाली अवैध गतिविधियों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताया है। विहिप की ताजातरीन रिपोर्ट के मुताबिक सीमांचल के चार जिलों में धर्मातरण, लव जेहाद और बांग्लादेशियों की अवैध घुसपैठ की घटनाओं में तेजी से इजाफा हुआ है। संगठन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस इलाके में ईमानदार और तेजतर्रार अफसरों की नियुक्ति की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि जल्दी ही ठोस कार्रवाई न होने हालात चिंताजनक हो सकते हैं।

विहिप के शीर्ष नेताओं में से एक और राष्ट्रीय महासचिव मिलिंद परांडे ने बीते दिनों दिल्ली से बिहार जाकर सीमांचल के दौरे के दौरान स्थानीय लोगों के साथ कई बैठकें कीं। इस दौरान लोकल लोगों ने उन्हें इन गतिविधियों की रिपोर्ट देते हुए बताया कि प्रशासन की अनदेखी से सीमांचल धीरे-धीरे बारूद की ढेर पर खड़ा नजर आ रहा है। राष्ट्रविरोधी और हिंसक गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं।

विहिप के राष्ट्रीय महासचिव मिलिंद परांडे ने बिहार के सीमांचल के दौरे के दौरान स्थानीय स्तर से मिली रिपोर्ट के बारे में आईएएनएस से चर्चा की। उन्होंने बताया कि बिहार के कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, अररिया सीमांचल के जिले हैं, जो पश्चिम बंगाल से सटे हैं। आरोप लगाया कि एक साजिश के तहत बांग्लादेशियों की घुसपैठ से सीमांचल की डेमोग्राफी (जनसांख्यिकीय) तेजी से बदल रही है। किशनगंज में वर्ग विशेष की आबादी 80 प्रतिशत हो चुकी है, तो कटिहार, पूर्णिया और अररिया में भी 45 प्रतिशत आबादी है। जिसके बाद यहां बहुसंख्यकों पर हमले की घटनाएं बढ़ी हैं।

पूजा पाठ करते हिन्दू समुदाय के लोग (सांकेतिक तस्वीर, Pexels)

मिलिंद परांडे ने कहा कि स्थानीय लोगों के मुताबिक पूर्णिया में हर साल दो सौ लव जेहाद की घटनाएं हो रही हैं। विरोध करने वाले एक कार्यकर्ता पर सात बार हमला हो चुका है। इसी जिले में सुखलाल मांझी नामक व्यक्ति की बीते दिनों हत्या कर दी गई। सुखलाल मांझी की मौत के बाद परिवार के सामने जीविका का संकट हो गया, तो परिजनों की मांग पर संगठन ने चार सुअर उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। आरोप है कि मांझी की मौत पर पुलिस केस नहीं दर्ज कर रही थी, मगर विहिप के दबाव पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ।

विहिप महासचिव मिलिंद परांडे ने सीमांचल में बड़े पैमाने पर धर्मातरण का भी दावा किया। उन्होंने कहा कि पूर्णिया और अररिया में अनुसूचित जनजाति वर्ग की बड़ी आबादी है। पूर्णिया में उरांव तो अररिया में संथाल वर्ग के आदिवासी हैं। ऐसे में इस इलाके में ईसाई मिशनरी सक्रिय हैं। प्रलोभन देकर लोगों का धर्म बदलने पर मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले से सटे झारखंड के पाकुड़ और साहिबगंज में घुसपैठ की घटनाएं बढ़ी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई आतंकी संगठनों के स्लीपर सेल भी इन जिलों में मौजूद हैं।

विहिप नेता ने बिहार की सरकार से सीमांचल में चल रही गतिविधियों को लेकर चौकन्ना रहने का सुझाव दिया है। कहा कि इन इलाकों में तेजतर्रार प्रशासनिक अफसरों की तैनाती होने से ही हिंसक घटनाएं रुक सकती हैं।

बिहार के विधानसभा चुनाव से पहले विश्व हिंदू परिषद की ओर से जिस तरह से सीमांचल में अवैध गतिविधियों के खिलाफ मोर्चा खोला गया है, माना जा रहा है कि यह आगे एक बड़ा मुद्दा बन सकता है। सीमांचल की बात करें तो इसमें कुल चार जिले आते हैं। पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज जिलों में कुल 22 विधानसभा सीटे हैं।(आईएएनएस)

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