एशियाई विकास बैंक ने 6 अप्रैल को 'वर्ष 2022 एशियाई विकास आउटलुक' नामक रिपोर्ट जारी की। इसके अनुसार एशिया-प्रशांत क्षेत्र में विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की आर्थिक वृद्धि दर 5.2 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है। लेकिन आर्थिक संभावना में कुछ बाहरी अनिश्चितताओं, जोखिम और महामारी के निरंतर प्रभाव का भी सामना करना पड़ता है।
रिपोर्ट में अनुमान है कि एशिया-प्रशांत की विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की वसूली में अंतर दिखाई देगा। उनमें दक्षिण एशियाई क्षेत्र में वृद्धि की गति अन्य क्षेत्रों से ज्यादा तेज होगी, जो 7 प्रतिशत तक जा पहुंचेगी। उधर, दक्षिण-पूर्वी एशिया और पूर्वी एशिया में वृद्धि दर क्रमश: 4.9 प्रतिशत और 4.7 प्रतिशत पहुंचने की उम्मीद है।
रिपोर्ट का मानना है कि घरेलू मांग की मजबूत वसूली और निर्यात की निरंतर वृद्धि क्षेत्रीय आर्थिक विकास के मुख्य इंजन होंगे, जो निरंतर आर्थिक पुनरुत्थान के लिये नींव रखेंगे। लेकिन आर्थिक संभावना में रूस-यूक्रेन संघर्ष और फेडरल रिजर्व द्वारा मौद्रिक नीति को कड़ा करना आदि अनिश्चितिताओं का सामना करना पड़ता है। उनके अलावा महामारी की स्थिति भी आर्थिक संभावना को प्रभावित करती रहेगी।
साथ ही रिपोर्ट में यह चेतावनी भी दी गयी कि भू-राजनीतिक संघर्ष, प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मौद्रिक नीति समायोजन, मुद्रास्फीति के दबाव और तंग आपूर्ति से आर्थिक पुनरुत्थान में अनिश्चितता बढ़ेगा ।
Input : आईएएनएस ; Edited by Lakshya Gupta