स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया(Mansukh Mandaviya) ने गुरुवार को सीआईआई एशिया स्वास्थ्य 2021 शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। इस शिखर सम्मेलन का विषय 'बेहतर कल के लिए स्वास्थ्य देखभाल में बदलाव' रहा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने यहां कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण का नतीजा है कि स्वास्थ्य को भारत में विकास से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि पहले स्वास्थ्य का मतलब केवल इलाज था, लेकिन अब विकास को स्वास्थ्य से जोड़ दिया गया है, जिससे देश में समृद्धि आएगी।
केंद्रीय मंत्री Mansukh Mandaviya ने भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा सरकार ने स्वास्थ्य सेवा को सुलभ और किफायती बनाने के लिए आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना (स्वास्थ्य बीमा योजना), आयुष्मान स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र, जेनेरिक दवाओं के लिए प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी),आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) और पीएम आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन आदि जैसी विभिन्न योजनाएं शुरू की हैं।
उन्होंने(Mansukh Mandaviya) बताया कि सरकार 'टोकन से संपूर्ण स्वास्थ्य तक' विषय पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन इस दिशा में ऐसी ही एक और पहल है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 25 अक्टूबर 2021 को प्रारंभ किया गया था। यह देश के स्वास्थ्य अवसंरचना को मजबूत करने में मदद करेगा।
उन्होंने प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य सेवा को एक दूसरे से जोड़ने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में नैनो और रोबोटिक प्रौद्योगिकियों जैसी नवीनतम तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता है। मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन एक ऐसी पहल है जो डिजिटल व्यवस्था का उपयोग जीवन को और आसान बनाने के लिए करेगी।
इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने जागरूकता पैदा करने के महत्व पर कहा कोविड-19 महामारी के दौरान जन जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा चलाई गई सफल पहलों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि कैसे 'दवाई भी, कड़ाई भी' और 'दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी' जैसे अभियान आम जनता तक पहुंचे और देश में कोविड-19 संक्रमण को रोकने में मदद की।
Input: आईएएनएस; Edited By: Lakshya Gupta