संजय निषाद के अमर्यादित बोल, राम भगवान को बताया श्रृंगी ऋषि का पुत्र!

संजय निषाद के अमर्यादित बोल, राम भगवान को बताया श्रृंगी ऋषि का पुत्र!
Published on
2 min read

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक हैं जिसके कारण वार पलटवार का दौर जारी है। लेकिन कुछ चंद नेता अपनी प्रसिद्धि बढ़ाने के लिए ऐसे बयान दे देते हैं जो अमर्यादित होते हैं। ऐसे ही कुछ चंद नेताओं में शामिल है भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद। हाल फिलहाल में संजय निषाद ने भगवान राम पर अभद्र टिप्पणी की थी जिस पर साधु संतों ने नाराजगी व्यक्त की है। बता दें, संजय निषाद ने बेवकूफी भरा दावा किया है कि भगवान राम एक महान संत श्रृंगी ऋषि के पुत्र थे।

उन्होंने कहा, "राजा दशरथ की कोई संतान नहीं थी और उन्होंने श्रृंगी ऋषि को एक यज्ञ करने के लिए कहा, जिसके बाद उनके पुत्रों का जन्म हुआ। यह कहा जाता है कि दशरथ ने अपनी तीन रानियों को विशेष रूप से तैयार खीर दी थी, जिसके बाद पुत्रों का जन्म हुआ, लेकिन सिर्फ खीर खाने से कोई गर्भवती नहीं होता है।"

इस बयान पर संतों का दावा है कि उनकी ईशनिंदा टिप्पणी सस्ते प्रचार अर्जित करने के लिए एक चाल है और उन्होंने भाजपा से निषाद पार्टी के साथ अपना गठबंधन तुरंत समाप्त करने के लिए कहा है। राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, "संजय निषाद का बयान और भाषा बेहद आपत्तिजनक है। यह भगवान राम और उनके भक्तों का अपमान है।"

इनके अलावा हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक निषाद को इस तरह की टिप्पणी करनी चाहिए। भगवान राम ने निषादों को पूरा सम्मान दिया जिन्होंने उन्हें नदी पार करने में मदद की, लेकिन आज एक निषाद नेता ने भगवान का अपमान किया है, हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।" साथ ही साथ इस बयान पर राजनीति भी शुरू हो गई है। जिसकी शुरुआत एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने की। उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और भाजपा से भगवान राम पर संजय निषाद के बयान पर सफाई देने को कहा है।

जब तक यह खबर हम आपको पहुंचाते इसी बीच संजय निषाद ने माफी मांगकर इस मामले को शांत करने की कोशिश भी करी है। खैर यह तो राजनेता है इनका यही काम है। लेकिन हिंदुस्तान ही नहीं विश्व के लाखों हिंदुओं के लिए आराध्य भगवान राम के के लिए ऐसी बात कहना और कह कर माफी मांगना कब तक चलता रहेगा? याद करिये फ्रांस में केवल एक कार्टून के कारण एक विशेष संप्रदाय ने विश्व भर में तहलका मचा दिया था। लेकिन हमारे देश भारत में लगभाग हरदिन कोई ना कोई ऐसी घटना सामने आती है जब हमारे आराध्य और ऐतिहासिक महापुरुषों का मजाक उड़ाया जाता है।

Input : आईएएनएस ; Edited by Lakshya Gupta

न्यूज़ग्राम के साथ Facebook, Twitter और Instagram पर भी जुड़ें!

Related Stories

No stories found.
logo
hindi.newsgram.com