श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के नायक, लाल कृष्ण आडवाणी को अयोध्या भूमि पूजन में बुलाने के लिए चलाया जा रहा ट्रेंड

रथ यात्रा के दौरान श्री लाल कृष्ण आडवाणी व अन्य(Image: Twitter)
रथ यात्रा के दौरान श्री लाल कृष्ण आडवाणी व अन्य(Image: Twitter)
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5 अगस्त को अयोध्या में निर्माण होने जा रहे भव्य राम मंदिर की नींव रखी जानी है, जिसकी तैयारी जोरों शोर से चल रही है। 3 दिनों बाद होने जा रहे इस भूमि पूजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मोहन भागवत समेत 200 लोगों को आमंत्रित किए जाने की संभावना है। खबर है की इस आयोजन में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को अब तक निमंत्रण नहीं भेजा गया है। हालांकि इस खबर की अब तक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन आडवाणी जी के चाहने वालों ने सोशल मीडिया पर उनके लिए मुहिम शुरू कर दी है। ट्वीटर यूज़र @bhaiyyajispeaks जैसे बड़े ट्वीटर हैंडलों द्वारा #InviteAdvaniToAyodhya का ट्रेंड भी चलाया जा रहा है। 

आपको बता दें की 6 दिसम्बर, 1992 को अयोध्या में स्थित बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे को करसेवकों द्वारा मटियामेट कर दिया गया था। दावे के अनुसार इस भूमि पर सदियों पहले श्री राम का मंदिर हुआ करता था जिसे मुग़ल आक्रमांकारी शासक बाबर ने तोड़ कर मस्जिद बना दिया था। 1992 में घटी इस घटना के बाद, अब राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। आपको बता दें कि 1992 में हुए बाबरी मस्जिद विध्वंस के सूत्रधार और कोई नहीं, बल्कि लाल कृष्ण आडवाणी ही बताए जाते हैं।

बाबरी विध्वंस के बाद, 28 सालों तक चले इस कोर्ट केस के दौरान, 'राम मंदिर निर्माण' का मुद्दा, भाजपा के लिए सबसे अहम मुद्दों में से एक था। इस मुद्दे के दम पर ही भाजपा अपने कोर हिन्दू वोटरों को सालों तक जोड़े रख पाने में सफल रही। आज अगर राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा है तो यह कहना गलत नहीं होगा की इस 'मुद्दे को जन्म देने में लाल कृष्ण आडवाणी का सबसे बड़ा हाथ है। 

5 अगस्त को अगर लाल कृष्ण आडवाणी जैसे वरिष्ठ भाजपा नेताओं को आमंत्रित नहीं किया जाएगा तो देश का एक बड़ा वर्ग, इस बात से बेहद नाखुश नज़र आएगा। 

ट्वीटर पर लोग कर रहे अपील- 

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