7 मई को मनाए जाने वाले राष्ट्रिय प्रार्थना दिवस के मौके पर अमरीकी व्हाइट हाउस स्थित रोज़ गार्डेन में वैदिक शांति पाठ का उच्चारण कराया गया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बुलावे पर आए हिन्दू पुजारी, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नज़र आए।
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वैदिक पाठ कराने वाले हरीश ब्रहंभट्ट, BAPS स्वामीनारायण मंदिर, न्यू जर्सी के पुजारी हैं। राष्ट्रिय प्रार्थना दिवस के मौके पर पुजारी ब्रहंभट्ट के साथ और भी धर्मों के धर्म गुरु व्हाइट हाउस में मौजूद थे। डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा कराये गए इस कार्यक्र्म का मकसद कोरोना के कारण फैली अव्यवस्था से लड़ने के लिए देश के लोगों में हिम्मत और शांति को स्थापित करना था।
पुजारी हरीश ब्रहंभट्ट अपने सम्बोधन मे कहते हैं की, कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच लोगों का चिंतित होना और मन की शांति का भंग होना कोई असाधारण बात नहीं है। पुजारी ब्रहंभट्ट आगे बताते है की ये शांति प्रार्थना, पैसा, नाम, शान-ओ-शौकत या जन्नत जैसी चीजों को पाने के लिए नहीं, बल्कि मन की शांति के लिए है।
आपको बता दें की जिस वैदिक शांति पाठ का उच्चारण व्हाइट हाउस मे किया गया, उसके श्लोक हिन्दू धर्म ग्रंथ यजुर वेद से लिए गए हैं। इन श्लोकों मे इंसान, स्वर्ग, ज़मीन, पानी, और पेड़ पौधे मे शांति स्थापित किए जाने की बात कही जा रही है।
इस मौके पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने देश को संबोधित करते हुए कहा की, " इतिहास में, चुनौती के समय हमारे लोगों ने हमेशा, प्रार्थना की शक्ति और भगवान की अनंत महिमा का आह्वान किया है।" देश वासियों से अपील करते हुए डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा की वे भी इस संकट से लड़ने के लिए ईश्वर से हिम्मत और साहस का आशीर्वाद मांगें।