आम आदमी पार्टी की ‘पारदर्शिता’ की कमी का खुलासा देखें YouTube पर

डॉ. मुनीश रायजादा ने इस वेब सीरीज़ के माध्यम से आम आदमी पार्टी में हुए भ्रस्टाचार को सामने लाने का प्रयास किया है।
डॉ. मुनीश रायजादा ने इस वेब सीरीज़ के माध्यम से आम आदमी पार्टी में हुए भ्रस्टाचार को सामने लाने का प्रयास किया है।
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पंजाब(Punjab) में जहां एक तरफ आगामी चुनाव में आम आदमी पार्टी(Aam Aadmi Party) एक बड़ी जीत की उम्मीद कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर इसी पार्टी के एक पूर्व सदस्य ने एक वेब सीरीज के ज़रिये इस पार्टी के भीतर छिपे काले सच को बाहर लाने की कोशिश की है। वेब सीरीज का नाम है ट्रांसपेरेंसी : पारदर्शिता(Transparency : Paardarshita) है, जोकि डॉ मुनीष रायजादा(Dr Munish Raizada द्वारा निर्देशित और निर्मित है। डॉ रायजादा शिकागो में एक डॉक्टर के तौर पर कार्यरत हैं और कुछ समय पहले तक आम आदमी पार्टी के लिए काम भी करते थे, पर जैसे ही उन्होंने यह देखा की आम आदमी पार्टी अपने मूल सिद्धांतो से भटक रही है तो उन्होंने इसके खिलाफ अपनी आवाज़ उठाई।

मीडिया एजेंसी IANS से फ़ोन पर बातचीत करते हुए डॉ रायजादा ने बताया, "पारदर्शिता एक राजनीतिक वेब सीरीज है, इसलिए हमने पहले इसके ज़्यादा प्रचार और प्रसार के बारे में नहीं सोचा, परंतु जब बात आई इसे समाज के हर तबके तक पहुंचाने की तो फिर हमें यूट्यूब का ख्याल आया।" पारदर्शिता वेब सीरीज का पहला एपिसोड 17 जनवरी को यूट्यूब पर रिलीज़ किया गया था।

पारदर्शिता के पहरेदार

वेब सीरीज में केजरीवाल से जुड़े बहुत लोगों के साक्षात्कार हैं जोकि उनके "विचलन" से निराश थे।

वेब श्रृंखला में बहुत सारे लोगों के साक्षात्कार हैं जो केजरीवाल के "विचलन" से निराश थे।

डॉ मुनीष रायजादा आगे बताते हैं की वे साल 2015 तक आम आदमी पार्टी के एनआरआई सेल के Co Convener तौर पर जुड़े रहे थे। फिर, जब साल 2020 के चुनाव से पहले उनके सामने चंदे की "पारदर्शिता में कमी" का मुद्दा सामने आया, तो फिर उन्होंने आम आदमी पार्टी के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद की।

कहाँ देखी जा सकती है "ट्रांसपेरेंसी-पारदर्शिता?

डॉ रायजादा के पास कई ऐसे तथ्य थे जोकि आम आदमी पार्टी के काले सच को उजागर करते हैं। इन तथ्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए उन्होंने इन्हे एक वेब श्रंखला के तौर पर दिखाने का निश्चय किया। साल 2020 के चुनाव तक वेब शृंखला का काम पूरा नहीं हो सका था इसलिए तब डॉ रायजादा ने अपने यूट्यूब चैनल पर थीम गीत और एक ट्रेलर जारी किया था।

रायजादा ने आगे बताया , "अगर आप आज भी देखें तो केजरीवाल उसी ढंग से काम कर रहे हैं जैसे वे पहले कर रहे थे। वे कहते हैं की वे काम के लिए धन इकट्ठा करने के लिए वे बच्चों के गुल्लक भी तोड़ देंगे। दिल्ली में आज भी कई लोग हैं जोकि सच्चाई से अनजान हैं और केजरीवाल को चंदा दिए जा रहे हैं, इसलिए मैंने सोचा की लोगों को सच्चाई जानने की ज़रूरत है।"

वेब सीरीज में बहुत सारे लोगों के साक्षात्कार हैं, जो केजरीवाल के 2012 में पार्टी के गठन के समय किए गए वादे से "विचलन" से निराश थे। सूची में कुमार विश्वास, योगेंद्र यादव, मयंक गांधी, शाजिया इल्मी, शिवेंद्र चौहान के नाम शामिल हैं।

छह भागों की वेब श्रृंखला का गीत 'कितना चंदा जेब में आया' जोकि उदित नारायण द्वारा गाया गया, प्रवेश मलिक द्वारा रचित, जिसके गीत अन्नू रिज़वी द्वारा लिखे गए हैं, एक त्वरित हिट बन गया और इसने लोगों की कल्पना को पकड़ लिया।

फरवरी 2020 के चुनावों के बहुत बाद में, जब वेब शृंखला पूरी हो गयी, तो रायजादा शिकागो वापस चले गए और उन्होंने अपना अभ्यास फिर से शुरू कर दिया।


Trailer | Transparency: Pardarshita | Documentary Series, Dark Secrets of AAP & Arvind Kejriwal

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यहां देखें सारे एपिसोड-

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Input-IANS; Edited By-Saksham Nagar

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