केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को कहा कि आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) में कोविड-19 के खिलाफ विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनुमोदित आठ टीकों में से दो टीके – कोवैक्सीन और कोविशील्ड भारत से हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 96 देशों ने टीकों को मान्यता दी है, जो भारत की टीकों और टीकाकरण प्रक्रिया की विश्वव्यापी स्वीकृति को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, "कुल 96 देशों ने टीकाकरण प्रमाणपत्रों की पारस्परिक मान्यता के लिए सहमति व्यक्त की है और वे भी जो यात्रियों के भारतीय टीकाकरण प्रमाणपत्र को पूरी तरह से कोविशील्ड, डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुमोदित और राष्ट्रीय स्तर पर अनुमोदित टीकों से टीकाकरण करते हैं।"
दरअसल डब्ल्यूएचओ ने 3 नवंबर को भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग सूची की मंजूरी दी है। वैश्विक स्वास्थ्य निकाय के तकनीकी सलाहकार समूह (टीएजी) ने भारतीय वैक्सीन की मंजूरी के संबंध में अंतिम निर्णय जारी किया।
इस बीच, ब्रिटेन की सरकार ने सोमवार को अपने नए यात्रा दिशानिर्देशों में घोषणा की कि कोवैक्सीन को 22 नवंबर से अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए कोविड के टीकों की अनुमोदित सूची में जोड़ा जाएगा।
मंडाविया ने कहा कि भारत सरकार दुनिया के बाकी हिस्सों के साथ संपर्क में है, ताकि दुनिया के सबसे बड़े कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के लाभार्थियों को स्वीकार किया जा सके और मान्यता प्राप्त हो, जिससे शिक्षा, व्यवसाय और पर्यटन उद्देश्यों के लिए यात्रा आसान हो सके।
विदेश मंत्रालय के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय भी वैक्सीन प्रमाणपत्रों की पारस्परिक मान्यता के लिए सभी देशों के साथ निरंतर संचार में है, और डब्ल्यूएचओ और राष्ट्रीय स्तर पर अनुमोदित टीके पूरे देशों में परेशानी मुक्त अंतरराष्ट्रीय यात्रा की सुविधा के लिए है।
बता दें की राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में प्रशासित वैक्सीन की संचयी खुराक 109.08 करोड़ से अधिक हो गई है। (आईएएनएस)
Input: IANS; Edited By: Manisha Singh