विश्व में सबसे शक्तिशाली देश में महामारी की स्थिति सबसे गंभीर क्यों है?

कोरोना महामारी का असर पूरी दुनिया पर हुआ है | (Pixabay)
कोरोना महामारी का असर पूरी दुनिया पर हुआ है | (Pixabay)
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हाल ही में अमेरिका के कई क्षेत्रों में कोविड-19 महामारी की स्थिति बहुत गंभीर है। प्रतिदिन नये पुष्ट मामलों की संख्या निरंतर रूप से उच्च स्तर पर रही है। 2 जुलाई को नये पुष्ट मामलों की संख्या 54357 तक पहुंच गयी, जिसने एक नया रिकॉर्ड बनाया। अमेरिकी जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अमेरिका के स्थानीय समयानुसार 5 जुलाई के शाम को पांच बजकर 34 मिनट पर अमेरिका में कोविड-19 के कुल 2874396 पुष्ट मामले सामने आये हैं। उन में मृत मामलों की संख्या 129870 तक पहुंच चुकी है।

हालांकि विशेषज्ञों व सरकारी अधिकारियों ने बार-बार अपील की, लेकिन कुछ अमेरिकी लोग लगातार अपनी इच्छा से काम करते हैं। 4 जुलाई को अमेरिका का स्वतंत्रता दिवस था। इस छुट्टी में महामारी की रोकथाम के लिये बड़ी चुनौती आयी। मैरीलैंड के समुद्र तट पर लोगों की भीड़-भाड़ हुई, और अमेरिका की कई घरेलू उड़ानें भी भरी हुई थी। हालांकि महामारी की रोकथाम करने के लिये अमेरिकी एयरलाइन्स ने कदम उठाये हैं, लेकिन बहुत पर्यटकों ने इस का पालन नहीं किया।

कोविड -19 का असर पर्यटन क्षेत्र पर भी हुआ है। (Pixabay)

विशेषज्ञों ने जनता से सार्वजनिक जगहों में मास्क पहनने की अपील की। लेकिन कुछ बड़ी गतिविधियों के घटनास्थल पर स्थिति चिंताजनक है। स्थानीय समयानुसार 3 जुलाई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण डकोटा में स्वतंत्रता दिवस की खुशी मनाने की गतिविधि में भाग लिया। वहां बहुत लोगों ने मास्क नहीं पहना और सामाजिक दूरी को भी नहीं बनाए रखा।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपात कार्यक्रम के कार्यकारी अध्यक्ष माइकल रयान ने जिनेवा में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विश्व में अमेरिका की महामारी की स्थिति सब से गंभीर है। उन के अनुसार कुछ देश, जिन की महामारी की स्थिति गंभीर है, अपनी अर्थव्यवस्था को पुन: शुरू करने के लिये उत्सुक हैं। लेकिन उन्होंने महामारी की रोकथाम पर ध्यान नहीं दिया। यहां तक कि कुछ देशों के नेता अभी तक यह अफवाह फैला रहे हैं कि वायरस किसी वक्त अपने आप गायब हो जाएगा।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि विश्व में अमेरिका की महामारी की स्थिति सब से गंभीर है। (Pixabay)

चीन के अंतर्राष्ट्रीय मामले के अनुसंधान प्रतिष्ठान की अंतर्राष्ट्रीय रणनीतिक अध्ययन संस्थान की उप प्रधान सू श्याओह्वेई के विचार में हालांकि अमेरिका को कुछ समायोजन करना है, लेकिन अमेरिका में महामारी की रोकथाम करने का रास्ता अभी तक बहुत लंबा है।(IANS)

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