मध्यप्रदेश(Madhya Pradesh) में प्रतिष्ठानों(Establishments) को स्वच्छता के मापदंड(Hygiene Standards) में अव्वल बनाने के लिए 'स्वच्छ प्रतिष्ठान' सर्वेक्षण अभियान चलाया गया है। इस अभियान में चयनित प्रतिष्ठानों को सोमवार को सम्मानित किया जाएगा।
शहरी विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा है कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में सभी शहरों को कचरा मुक्त बनाने और सभी नगर निगमों को फाइव स्टार और अन्य शहरी निकायों को थ्री स्टार कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग में देने का लक्ष्य है को पूरा किया गया है। 26 जनवरी से 15 दिवसीय 'स्वच्छ प्रतिष्ठान' सर्वेक्षण अभियान शुरू किया गया था
मध्य प्रदेश सरकार प्रदेश के शहरों को कचरा मुक्त बनाने वाले प्रतिष्ठानों को सम्मानित करेगी। (Wikimedia Commons)
शहर में स्थित प्रतिष्ठानों में निजी और सरकारी कार्यालय, बैंक, छोटी और बड़ी दुकानें, शोरूम, अस्पताल, क्लीनिक, होटल, रेस्तरां, स्कूल आदि शामिल हैं। स्वच्छता शब्दावली में, इन्हें थोक कचरा जनरेटर कहा जाता है। उनके बीच उचित प्रतिस्पर्धा थी। सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रतिष्ठानों को स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के लिए प्रोत्साहित करना था।
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स्वच्छ प्रतिष्ठान सर्वे में अलग-अलग कैटेगरी में रैंकिंग की गई। इसमें स्वच्छ विद्यालय, स्वास्थ्य सुविधाएं, होटल और रेस्तरां, कार्यालय, हॉकर जोन और स्वच्छ बाजार की श्रेणियां शामिल थीं। नगरीय निकायों में स्थित प्रतिष्ठानों को सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से सूचित किया गया। प्रतिष्ठानों को 300 अंकों से स्थान दिया गया था।
बताया गया है कि विजेता प्रतिष्ठान को निकाय द्वारा 'स्वच्छता के प्रतीक' पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा चयनित प्रतिष्ठानों को राज्य स्तरीय टीम को देखकर राज्य स्तरीय पुरस्कारों के लिए भी नामांकित किया जाएगा।
Input-IANS; Edited By-Saksham Nagar