घरेलू माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू (Koo) ने बुधवार को घोषणा की है कि वह दुनिया में उपलब्ध दूसरा सबसे बड़ा माइक्रोब्लॉग बन गया है। मार्च 2020 में लॉन्च किया गया, कू प्लेटफॉर्म ने हाल ही में 50 मिलियन डाउनलोड देखे हैं और विकास के मामले में ऊपर की ओर प्रक्षेपवक्र देखा है।
कू के सीईओ और सह-संस्थापक, अप्रमेय राधाकृष्ण ने एक बयान में कहा, "हम अपने उपयोगकर्ताओं से मिली प्रतिक्रिया से अभिभूत हैं और यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि आज हम अपने अस्तित्व के केवल 2.5 वर्षो के भीतर दुनिया के दूसरे सबसे बड़े माइक्रोब्लॉग (microblog) हैं। लॉन्च के बाद से, हमारे उपयोगकर्ताओं ने हम पर विश्वास किया है।"
कंपनी के बयान में कहा गया है कि कू एकमात्र भारतीय माइक्रोब्लॉग है जो अन्य वैश्विक माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म जैसे ट्विटर (Twitter), गेटर, ट्रथ सोशल, मास्टोडन, पार्लर के साथ प्रतिस्पर्धा करता है और उपयोगकर्ता डाउनलोड के मामले में (ट्विटर के बाद) दूसरे स्थान पर है।
कू के सह-संस्थापक, मयंक बिदावतका ने एक बयान में कहा, "आज कू दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा माइक्रो-ब्लॉग है। विश्व स्तर पर माइक्रो-ब्लॉगिंग परिदृश्य में हो रहे परिवर्तनों को देखते हुए, हम अपने पंखों को उन भौगोलिक क्षेत्रों तक विस्तारित करने की सोच रहे हैं जहां मौलिक अधिकारों (Fundamental Rights) के लिए शुल्क लिया जा रहा है।"
वर्तमान में, कू 10 भाषाओं में उपलब्ध है और इसके यूएस(US), यूके (UK), सिंगापुर (Singapore), कनाडा (Canada), नाइजीरिया, यूएई (UAE), अल्जीरिया, नेपाल (Nepal), ईरान (Iran) और भारत (India) सहित 100 से अधिक देशों के उपयोगकर्ता हैं।
आईएएनएस/RS