प्रख्यात ब्रेस्ट कैंसर सर्जन डॉ. रघुराम पिल्लारीसेट्टी का नाम क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय की प्रतिष्ठित नए साल 2021 की ऑनर्स सूची में शामिल किया गया है। यह सूची क्राउन के आधिकारिक प्रकाशन 'लंदन गजट' में प्रकाशित हुई है। किंग जॉर्ज द्वारा 1917 में स्थापित, महारानी सम्मान दुनियाभर में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है।
रघुराम ब्रेस्ट (स्तन) रोग के लिए किम्स-उषा लक्ष्मी सेंटर के निदेशक और उषा लक्ष्मी स्तन कैंसर फाउंडेशन के संस्थापक-सीईओ हैं। वह एसोसिएशन ऑफ सर्जन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। डॉ. रघुराम (54) को ब्रिटिश महारानी की तरफ से उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा जाएगा। बीते 100 सालों में इस तरह का सम्मान पाने वाले भारतीय मूल के लोगों में डॉ. रघुराम को युवा सर्जनों में से एक बनने का दुर्लभ गौरव प्राप्त हुआ है।
यह ब्रिटिश एम्पायर अवार्ड के बाद दूसरा सबसे बड़ा अवार्ड माना जाता है। डॉ. रघुराम ने पुरस्कार मिलने पर आभार व्यक्त करते हुए कहा, "मैं महामहिम, महारानी द्वारा दिए गए इस उच्च सम्मान को स्वीकार करने के लिए बहुत आभारी और अविश्वसनीय रूप से विनम्र हूं।"
ब्रिटिश एम्पायर अवार्ड । ( Wikimedia Commons )
उन्होंने कहा, "एक दशक से भी अधिक समय से, मैंने अपनी मातृभूमि में ब्रिटिश प्रथाओं के सर्वश्रेष्ठ को दोहराने का प्रयास किया है और ब्रिटेन और भारत के बीच एक 'लिविंग ब्रिज' होने पर गर्व महसूस करता हूं।" उन्होंने इस पुरस्कार को अपने परिवार और रोगियों को समर्पित किया। डॉ. रघु ने किम्स (केआईएमएस) के निदेशक मंडल को भी धन्यवाद दिया। डॉ. रघुराम को साल 2015 और 2016 में क्रमश: पद्मश्री और डॉ. बी.सी. रॉय राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। इन पुरस्कारों को हासिल करने वालों में भी डॉ. रघुराम की उम्र काफी कम है। बीते 25 सालों के करियर में डॉ. रघुराम ने स्तन कैंसर पर काफी शोध किया है। सन् 1995 में सर्जन बनने के बाद सफल ऑपरेशन के जरिए उन्होंने कई महिलाओं को स्तन कैंसर से ठीक किया। (आईएएनएस)