परम वीर चक्र से सम्मानित अब्दुल हमीद पर बनने वाली है फिल्म, जानिए कौन थें अब्दुल हमीद

हिंदी सिनेमा की अधिकतर फिल्म 1971 के युद्ध की पृष्ठभूमि पर बनी हैं, लेकिन 1965 के भारत-पाक युद्ध पर आधारित कम ही कहानियां पर्दे पर उतरी हैं। अब इसी जंग की कहानी पर एक नई फिल्म बनने वाली है
Abdul Hamid : फिल्म की कहानी रामाचंद्रन की आने वाली किताब मेरे पापा परम वीर पर आधारित है।(Wikimedia Commons)
Abdul Hamid : फिल्म की कहानी रामाचंद्रन की आने वाली किताब मेरे पापा परम वीर पर आधारित है।(Wikimedia Commons)

Abdul Hamid : हिंदी सिनेमा में भारत-पाक युद्ध की शौर्य और बलिदान की कई दिलचस्प कहानियां निकली हैं। हिंदी सिनेमा की अधिकतर फिल्म 1971 के युद्ध की पृष्ठभूमि पर बनी हैं, लेकिन 1965 के भारत-पाक युद्ध पर आधारित कम ही कहानियां पर्दे पर उतरी हैं। अब इसी जंग की कहानी पर एक नई फिल्म बनने वाली है जिसमें सेना के सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र पदक विजेता अब्दुल हमीद की कहानी है, जिन्होंने अपनी बहादुरी से पाकिस्तानी सेना के छक्के छुड़ा दिए थें।

बेटे ने क्या कहा पिता के लिए

इस फिल्म की खास बात यह है कि फिल्म निर्माताओं में अब्दुल हमीद के बेटे और पूर्व फौजी जैनुल हसन भी शामिल होंगे। इस फिल्म का निर्माण विक्रम खाखर और लेखक डॉ. रामाचंद्रन श्रीनिवासन कर रहे हैं। जैनुल हसन ने फिल्म को लेकर कहा कि वो काफी सालों से अपने पिता की कहानी को पर्दे पर दिखाना चाहते थे। उनकी बहादुरी और समर्पण आने वाले पीढ़ियों के लिए प्रेरणा से कम नहीं।

1 जुलाई 1933 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में जन्मे अब्दुल हमीद साल 1954 में भारतीय फौज में शामिल हुए थे।(Wikimedia Commons)
1 जुलाई 1933 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में जन्मे अब्दुल हमीद साल 1954 में भारतीय फौज में शामिल हुए थे।(Wikimedia Commons)

फिल्म की कहानी रामाचंद्रन की आने वाली किताब मेरे पापा परम वीर पर आधारित है। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट उनके लिए काफी महत्त्वपूर्ण रहा, क्योंकि इससे देश के लिए खुद को न्योछावर करने वालों की यादें ताजा होती हैं और लोग ऐसे वीर को देख कर उनसे प्रेरणा लेते हैं। फीनिक्स एंटरटेनमेंट ने अब्दुल हमीद पर एक ग्राफिक नॉवल भी जारी किया है।

कौन थे अब्दुल हमीद?

1 जुलाई 1933 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में जन्मे अब्दुल हमीद साल 1954 में भारतीय फौज में शामिल हुए थे। उनकी तैनाती ग्रेनेडियर्स की 4th बटालियन में हुई थी। इस बटालियन ने भारत-चीन युद्ध के दौरान नमका चू की लड़ाई में भाग लिया था। असल उत्तर की लड़ाई में अब्दुल हमीद ने आठ पाकिस्तानी टैंक उड़ाये थे और खुद शहीद हो गये थे।

उनके पराकर्म के लिए उन्हें परम वीर चक्र से सम्मानित किया गया। सेना के परम वीर चक्र विजेताओं पर बनाये गये टीवी शो परम वीर चक्र के दसवें एपिसोड में अब्दुल हमीद की कहानी दिखाई गई थी। साल 1988 में प्रसारित हुए शो में अब्दुल हमीद की भूमिका वेटरन एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने निभाई थी। इस एपिसोड का निर्देशन चेतन आनंद ने किया था।

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