आज उदित नारायण (Udit Narayan) जिन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मों को अपनी खूबसूरत आवाज से बेहतरीन गाने दिए हैं अपना जन्मदिन मना रहे है। उनकी मातृभाषा मैथिली (Maithili) है और एक वक्त था जब उदित नारायण की आवाज का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोला करता था। ऐसा नहीं है कि उदित आज गाने नहीं गाते। हां वह आज कम गाने गाते हैं लेकिन उनके गाने आज भी उतने ही पसंद किए जाते हैं। इन्होंने हिंदी के साथ-साथ तेलुगू, तमिल, मलयालम, उड़िया, भोजपुरी और बंगाली में गाने गाए। नेपाली फिल्मों में तो उन्होंने बहुत से हिट गाने दिए जो लोगों को बहुत पसंद आए। साथ ही इन्हें पांच बार फिल्म फेयर पुरस्कार (Film Fare Award) मिल चुका हैं। 2009 में भारत सरकार ने इन्हें पद्मश्री (Padamshree) पुरस्कार से भी सम्मानित किया था। इन्होंने अपना पहला हिंदी गाना मोहम्मद रफी (Mohammad Rafi) के साथ गाया जो लोगों को खूब भाया। यहां तक कि नेपाल में तो आज तक उनके स्वर की तुलना किसी से नहीं की जा सकती।
उदित ने स्वयं साझा किया कि 1988 में कुछ कुछ होता है (Kuch Kuch Hota hai) मूवी से उन्हें सफलता मिली और उसके बाद उन्हें कई धमकी भरे कॉल आने लगे। जिन पर एक्सटोर्शन मनी की मांग की जाती थी या फिर काम छोड़ने को कहा जाता था। उन्होंने कहा कि कुछ लोग तो मेरे काम से इतना ज्यादा इन सिक्योर थे कि उन्होंने मेरे नाम की सुपारी तक दे दी थी। धमकी भरे कॉल आने का सिलसिला 1988 से 2019 तक चलता रहा। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने लखनऊ (Lucknow) में उनके नाम की सुपारी ली और उन्हें मारने के लिए निकल गए। लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। 2011 में भी उन्हें एक फोन आया और कहा गया कि तुम अलर्ट हो जाओ! हम लोग लखनऊ से निकल चुके हैं, तुम्हारी हत्या के लिए। वही यह खबर टीवी पर आ गई और वे लोग पुलिस के हत्थे चढ गए।
(PT)