जब धर्मेंद्र ने निभाया था विलन का रोल सभी हीरो के छुड़ा दिए थे पसीने

1964 में आई फिल्म धर्मेंद्र के करियर के लिए एक टर्निंग प्वाइंट साबित हुई थी। इस फिल्म के बाद वह मार्क्स की पहली पसंद बन गए थे।
Bollywood:- धर्मेंद्र भले आज 87 साल के हो चुके हैं लेकिन वे आज भी हिट फिल्में देने का टैलेंट रखते हैं।[Wikimedia Commons]
Bollywood:- धर्मेंद्र भले आज 87 साल के हो चुके हैं लेकिन वे आज भी हिट फिल्में देने का टैलेंट रखते हैं।[Wikimedia Commons]
Published on
3 min read

धर्मेंद्र भले आज 87 साल के हो चुके हैं लेकिन वे आज भी हिट फिल्में देने का टैलेंट रखते हैं। हाल ही में करण जौहर की फिल्म रॉकी और रानी में नजर आए धर्मेंद्र के किरदार को लोगों ने खूब प्यार दिया और खूब पसंद भी किया। 4 दशक से इंडस्ट्री पर राज कर रहे धर्मेंद्र ने करियर की शुरुआत से ही फैंस का दिल जीत लिया था। अपने माचू मां वाली इमेज सिर्फ फिल्मों में हीरो ना होते हुए भी सारी लाइमलाइट लूट जाते थे ऐसा ही कुछ उन्होंने 1964 में आई एक हिट फिल्में किया था। तो चलिए पूरे विस्तार से आपको यह कहानी बताते हैं।

धर्मेंद्र ने किया था विलन का रोल

धर्मेंद्र बॉलीवुड के सबसे हिट सुपरस्टार्स में से एक है। एक्टर ने साल 1964 में आई फिल्म आई मिलन की बेला मैं शानदार काम किया था। यह पहली और आखिरी फिल्म थी जिसमें उन्होंने विलेन की भूमिका निभाई थी हालांकि इसके बाद भी उन्होंने ग्रे शर्ट वाली कई भूमिका निभाई है लेकिन विलन कभी नहीं बने। इस फिल्म राजेंद्र कुमार हीरो की भूमिका में नजर आए थे लेकिन विलन बनकर भी धर्मेंद्र सारी लाइमलाइट लूट ले गए थे।

यह पहली और आखिरी फिल्म थी जिसमें उन्होंने विलेन की भूमिका निभाई थी [Wikimedia Commons]
यह पहली और आखिरी फिल्म थी जिसमें उन्होंने विलेन की भूमिका निभाई थी [Wikimedia Commons]

फिल्म सुपरहिट साबित हुई थी बॉक्स ऑफिस पर फिल्में सफलता के झंडे भी गाड़ दिए थे। धर्मेंद्र ने 1960 में फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे से अपने अभिनय सफर की शुरुआत की थी। इसके बाद उनके कुछ सपोर्टिंग रोल में काम किया साल 1964 में मोहन कुमार के डायरेक्शन में बनी फिल्म आई मिलन की बेला मैं उन्होंने विलेन की भूमिका निभाई कर धर्मेंद्र ने खूब वह-वह ही लूटी थी। कहा जाता है कि इसी फिल्म के बाद उन्हें स्टारडम मिला था।

फिल्म बनी थी टर्निग प्वाइंट

1964 में आई फिल्म धर्मेंद्र के करियर के लिए एक टर्निंग प्वाइंट साबित हुई थी। इस फिल्म के बाद वह मार्क्स की पहली पसंद बन गए थे। कई प्रोड्यूसर्स उन्हें अपनी फिल्मों में कास्ट करने लगे थे वह साल के खत्म होते-होते धर्मेंद्र के हाथ तकरीबन सात बड़ी फिल्मों के ऑफर आ चुके थे।

1964 में आई फिल्म धर्मेंद्र के करियर के लिए एक टर्निंग प्वाइंट साबित हुई थी।[Wikimedia Commons]
1964 में आई फिल्म धर्मेंद्र के करियर के लिए एक टर्निंग प्वाइंट साबित हुई थी।[Wikimedia Commons]

फिर इसी साल में वह जुबली स्टार राजेंद्र कुमार के साथ पहली बार काम भी किया राजेंद्र कुमार ने भी धर्मेंद्र को फिल्म में पूरा स्पेस दिया और धर्मेंद्र की एक्टिंग की गाड़ी निकल पड़ी इस फिल्म के बाद इंडस्ट्री को धर्मेंद्र के रूप में मछु मन मिल गया था। बता दे कि अपने करियर में धर्मेंद्र ने एक से बढ़कर एक कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम किया है हेमा मालिनी वहीदा रहमान और शर्मिला टैगोर सांग उनकी जोड़ी काफी पसंद की गई थी लेकिन फिल्म आई मिलन की बेला धर्मेंद्र के करियर की सबसे शानदार फिल्मों में गिनी जाती है। इस फिल्म के बाद धर्मेंद्र ने पर्दे पर हीरो के रोल ही किया उन्हें दोबारा विलन बनने की जरूरत ही नहीं पड़ी।

Related Stories

No stories found.
logo
hindi.newsgram.com