Gauhar Jaan : जिस दौर में महिलाएं घूंघट में ही अपना जीवन गुज़ार लेती थी, उस दौर में गौहर जान पहली रिकॉर्डिंग करने वाली सुपरस्टार बनीं। गौहर जान के गाने सुनना आम लोगों के लिए एक सपना था, इसी कारण ग्रामोफोन कंपनी ने उनके गाने रिकॉर्ड किए और उन्हें आम जनता के लिए उपलब्ध करवाया। सुरीली आवाज़ के साथ - साथ उन्हें गहनों का भी बड़ा शौक था, इसलिए गौहर जान कीमती सोने और चांदी की ज्वैलरी पहनती थीं।
गौहर जान का जन्म 26 जून, वर्ष 1873 को उत्तर प्रदश के आजमगढ़ जिले में हुआ था। उनका असली नाम एंजेलीना योवर्ड था। उनकी माता विक्टोरिया हेम्मिंग्स का जन्म भारत में ही हुआ था। उनकी माता कुशल सिंगर और डांसर थीं। गौहर जान को ये हुनर अपनी मां से ही मिला था। उनके पिता का नाम विलियम योवर्ड था लेकिन उनके माता पिता का 1879 में तलाक हो गया था। तलाक के बाद, गौहर की मां 'खुर्शीद' नाम के एक आदमी के साथ बनारस चली आईं। बनारस में दोनों ने इस्लाम धर्म अपना लिया।
इस्लाम धर्म अपनाने के बाद उनकी माता ने अपना नाम 'मलका जान' रखा, तो बेटी का नाम 'एंजेलीना' से बदलकर 'गौहर जान' कर दिया। बनारस में 'मलका जान' अपने हुनर से मशहूर गायिका और कत्थक डांसर के तौर पर जानी जाने लगीं। इसके बाद मलका जान अपनी बेटी के साथ कलकत्ता चली गईं। यहां गौहर जान रामपुर के उस्ताद वजीर खान और कलकत्ता के प्यारे साहिब से गायन की तालीम हासिल की। इसके बाद कुछ ही समय में उनके संगीत के सब दीवाने बन गए।
19वीं शताब्दी में गौहर जान सबसे महंगी सिंगर बन गई। वो सोने की एक सौ एक सिक्के लेने के बाद ही किसी महफिल में जाती थीं और वहां गाती थीं।भारतीय शास्त्रीय संगीत को एक नई दिशा दिखाने वाली इस कलाकार को शोषण का शिकार होना पड़ा था। गौहर जान मात्र 13 वर्ष की थीं जब उनका बलात्कार हुआ था। उन्होंने छोटे से उम्र में ऐसा दुष्कर्म झेला लेकिन वे इस सदमे से न सिर्फ उबरीं बल्कि संगीत की दुनिया में बड़ा नाम कमाया। उनका जीवन महिलाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है।