निर्देशक राम गोपाल वर्मा ने रमेश सिप्पी(Ramesh Sippy) की 'शोले' का आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस स्पिन पोस्ट किया, जिसमें हॉलीवुड सितारे रॉबर्ट डी नीरो, जूलिया रॉबर्ट्स, जैक निकोलसन और अल पचीनो को मुख्य किरदारों में दिखाया गया है।
1975 में रिलीज़ हुई 'शोले' फिल्म के एआई वर्जन में जूलिया को बसंती के रूप में देखा गया है, जो भूमिका हेमा मालिनी ने निभाई गई थी। अमिताभ बच्चन की जय की भूमिका 'डी नीरो' और धर्मेंद्र के वीरू की भूमिका 'अल पचीनो' ने निभाई है। अमजद खान की गब्बर की भूमिका 'निकोलसन' निभा रहे है। संजीव कुमार द्वारा निभाया गया ठाकुर बलदेव सिंह का किरदार 'केविन स्पेसी' ने निभाया है।
राम गोपाल वर्मा ने ट्विटर पर वीडियो साझा किया और लिखा, ''क्या होगा अगर रॉबर्ट डी नीरो ने अमिताभ बच्चन की भूमिका निभाई, अल पचीनो ने धर्मेंद्र की भूमिका निभाई, जूलिया रॉबर्ट्स ने हेमा मालिनी की भूमिका निभाई, केविन स्पेसी ने संजीव कुमार की भूमिका निभाई और जैक निकोलसन ने शोले में गब्बर की भूमिका निभाई?''
इसके बाद उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के उपयोग के खिलाफ हड़ताल से हॉलीवुड में एआई के उपयोग में तेजी आएगी। इतिहास में किसी भी तकनीक को रोका नहीं जा सका है। एआई से लड़ने का एकमात्र तरीका इसका उपयोग करना है, न कि इसका विरोध करना।
'शोले' दो अपराधियों वीरू और जय के बारे में है, जिन्हें एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी (क्रूर डकैत गब्बर सिंह को पकड़ने के लिए) नियुक्त करता है। हेमा मालिनी और जया भादुड़ी वीरू और जय की प्रेमिकाओं के रूप में बसंती और राधा की भूमिका में हैं।
फिल्म की शूटिंग दक्षिणी राज्य कर्नाटक के रामनगर के चट्टानी इलाके में की गई थी।
2007 में राम गोपाल वर्मा ने अमिताभ बच्चन मोहनलाल, अजय देवगन, प्रशांत राज सचदेव, सुष्मिता सेन, जे. डी. चक्रवर्ती और सुचित्रा कृष्णमूर्ति को लेकर एक एक्शन ड्रामा फिल्म 'राम गोपाल वर्मा की आग' बनाई। यह फिल्म शोले का रूपांतरण है, रिलीज होने पर इसे अब तक की सबसे खराब फिल्मों में से एक माना गया था।
राम गोपाल वर्मा को 'रंगीला', 'सरकार', 'सत्या', 'कंपनी', 'जंगल' और 'भूत' जैसी प्रशंसित फिल्मों के लिए जाना जाता है। (IANS/AK)