न्यूजग्राम हिंदी: अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह (Rakul Preet Singh) ने कहा है कि अगर अभिनय के मोर्चे पर वह सफल नहीं होती तो उनके पास एक प्लान बी भी था। वो हाल ही में स्ट्रीमिंग फिल्म 'छत्रीवाली' और तमिल-तेलुगु द्विभाषी फिल्म 'बू' में देखी गई। अभिनेत्री ने हाल ही में पॉडकास्ट 'द हैबिट कोच विद एशडिन डॉक्टर' के एक एपिसोड में थी, जहां उन्होंने अपने प्लान बी के बारे में बात की।
उन्होंने कहा: जब मैं बॉम्बे (Bombay) गई तो मैं सिफ 20 साल की थी। मैं मैथेमैटिक्स में स्नातक हूं, इसलिए मैंने खुद से कहा था कि मैं इसे (अभिनय) 2 साल के लिए कोशिश करूंगी और अगर यह काम नहीं करता है, तो मैं अपनी पढ़ाई पर वापस लौटूंगी। यही कारण है कि मैंने अपना स्नातक पूरा किया। पहली फिल्म तब मिली जब मैं कॉलेज में थी।
उन्होंने आगे कहा: कॉलेज में मेरा एटेंडेंस कम हो गया, मैंने कहा कि मुझे अपना कॉलेज पूरा करना है। मैंने खुद को 2 साल दिए, हालांकि चीजें काम कर गईं। लेकिन प्लान बी यह था कि मैं फैशन में एमबीए (MBA in Fashion) करूंगी। लेकिन, सौभाग्य से मुझे ऐसा नहीं करना पड़ा।
उन्होंने यह भी साझा किया कि अनुशासन ने उनके करियर को काफी हद तक आकार देने में मदद की। अभिनेत्री एक आर्मी परिवार से आती हैं, उनके पिता एक आर्मी ऑफिसर हैं। इसलिए, अनुशासन उनके आचरण में स्वाभाविक रूप से शामिल है।
उन्होंने आगे कहा: मैंने एक पूरी तरह बाहरी होने के नाते जो कुछ भी किया है, वह मेरे अनुशासन का ही नतीजा है। जब मैंने शुरूआत की थी, मुझे नहीं पता था कि मैं इसे कैसे करूंगी, या क्या रास्ता बनने वाला है, लेकिन मैं अनुशासित थी।
मुझे पता था कि मुझे इतना काम करना है। जब मैं काम नहीं कर रही थी, तो मैं ऑडिशन दे रही थी। मेरे पास तब भी एक टाइम टेबल था। मुझे हमेशा विश्वास है कि यदि आप इतने घंटे लगाते हैं, तो नेचर आपके लिए ऐसा कर देगा।
--आईएएनएस/PT