किरण राव की फिल्म लापता लेडीज से बच्चे सीखेंगे नैतिक मूल्य

इस फिल्म में साधारण से एक गांव की कहानी को लोग बहुत पसंद कर रहे हैं। इस फिल्म में स्पर्श श्रीवास्तव, नितांशी गोयल, प्रतिभा रंता, रवि किशन और छाया कदम मुख्य किरदारों में हैं। ये कहानी जया, फूल कुमारी और उसके पति दीपक कुमार के ईर्द-गिर्द घूमती है।
Laapta Ladies:फूल का किरदार लोगों का दिल जीत लिया है। उसे पूरा विश्वास था कि उसके पति ने उसे धोखा नहीं दिया है (Wikimedia Commons)
Laapta Ladies:फूल का किरदार लोगों का दिल जीत लिया है। उसे पूरा विश्वास था कि उसके पति ने उसे धोखा नहीं दिया है (Wikimedia Commons)
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Laapta Ladies: किरण राव की फिल्म लापता लेडीज की लोग खूब सराहना कर रहे हैं। इस फिल्म में साधारण से एक गांव की कहानी को लोग बहुत पसंद कर रहे हैं। इस फिल्म में स्पर्श श्रीवास्तव, नितांशी गोयल, प्रतिभा रंता, रवि किशन और छाया कदम मुख्य किरदारों में हैं। ये कहानी जया, फूल कुमारी और उसके पति दीपक कुमार के ईर्द-गिर्द घूमती है। इस फिल्म की कहानी में दिखाया गया है कि कैसे फूल और दीपक एक-दूसरे से अलग हो जाते हैं और कैसे जया दीपक के घर पहुंच जाती है और बाद में वो अपने सपनों को पूरा कर पाती है। इस फिल्म की सबसे खास बात यह है कि केवल मुख्य किरदार ही नहीं बल्कि इसके हर एक हिस्से से कुछ न कुछ सीखने को मिलता है।

परवरिश पर है गर्व

फूल का किरदार लोगों का दिल जीत लिया है। उसे पूरा विश्वास था कि उसके पति ने उसे धोखा नहीं दिया है और घर से दूर रहने पर भी उसने कोई गलत रास्ता नहीं चुना बल्कि स्टेशन पर ही काम कर के अपने दिन गुजारे हैं। उसे अपनी परवरिश पर गर्व है। उसके किरदार से बच्चों को बहुत कुछ सीखने को मिलता है।

हार न मानना

फूल को न तो अपने ससुराल का पता होता है और न ही मायके का नाम जानती है लेकिन फिर भी उसे विश्वास होता है कि उसका पति उसे ढूंढते हुए उसे लेने जरूर आएगा। फिल्म में फूल के किरदार से यही सीखने को मिलता है कि जिंदगी में चाहे कितनी भी विपरीत परिस्थितियां क्यों न आ जाएं, हमें हार नहीं माननी चहिए, विश्वास रखना चाहिए।

जया की जिंदगी में बहुत मुश्किलें हैं लेकिन फिर भी वो सपने देखना नहीं छोड़ती है।(Wikimedia Commons)
जया की जिंदगी में बहुत मुश्किलें हैं लेकिन फिर भी वो सपने देखना नहीं छोड़ती है।(Wikimedia Commons)

जया से क्या सीखा

जया की जिंदगी में बहुत मुश्किलें हैं लेकिन फिर भी वो सपने देखना नहीं छोड़ती है। वो पढ़-लिखकर अपने पिता की खेती को बढ़ाना चाहती है और एक आत्मनिर्भर लड़की बनना चाहती है। इस रोल से लड़कियों को सिख मिलती है कि वो भी अपने सपनों को पूरा करने के लिए पूरी मेहनत से कोशिश करें।

हमेशा कोशिश करते रहना है

जया हो या फूल, दोनों ही लड़कियां अपनी-अपनी जगह पर खूब मेहनत और कोशिश करती रही हैं। आपको भी अपने बच्चों की परवरिश ऐसे ही करनी है कि वो कभी मुश्किलों से हारे नहीं और मुश्किलों का सामना करते हुए आगे बढ़ते रहें।

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