सार
सर्गुन मेहता ने कैसे सोचा कि रवि दुबे का प्रपोजल असली नहीं बल्कि टीवी के लिए है।
कैसे उनका यह गलतफ़हमी एक सुंदर रिश्ते की शुरुआत में बदल गई।
यह कहानी हमें क्या सिखाती है कि असली भावनाएं कैमरे के पीछे भी होती हैं।
टीवी जैसी लगी असली ज़िंदगी की कहानी
कभी-कभी ज़िंदगी इतनी फिल्मी लगती है कि इंसान को यकीन ही नहीं होता कि यह सब सच है। कुछ ऐसा ही हुआ था मशहूर अभिनेत्री सर्गुन मेहता (Sargun Mehta) के साथ, जब उनके जीवनसाथी रवि दुबे (Ravi Dubey) ने उन्हें शादी के लिए प्रपोज़ किया। सर्गुन ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब रवि ने उन्हें प्रपोज किया, तो उन्हें सच में लगा कि यह सब एक टीवी स्टंट है। उन्होंने कहा,
“मुझे लगा ये सब टीवी के लिए हो रहा है। मुझे पता ही नहीं चला कि वो सच में मुझसे शादी करना चाहते हैं।”
उस वक्त उन्हें लगा कि यह किसी शो या सीरियल की शूटिंग का हिस्सा है। लेकिन कुछ देर बाद जब उन्हें एहसास हुआ कि यह सब असली था, तो वह हैरान भी हुईं और भावुक भी।
कहां से शुरू हुई उनकी लव स्टोरी
सर्गुन और रवि की मुलाकात टीवी शो 12/24 करोल बाग (Karol Bagh) के सेट पर हुई थी। वहीं से उनकी दोस्ती शुरू हुई जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। दोनों की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री इतनी अच्छी थी कि दर्शक भी उन्हें असली कपल की तरह देखने लगे थे।
लेकिन सर्गुन के लिए असली और नकली के बीच का फर्क उस वक्त मिट गया, जब रवि ने सबके सामने उन्हें प्रपोज कर दिया। वह पल इतना फिल्मी था कि सर्गुन (Sargun) को लगा जैसे कोई सीन चल रहा हो। कैमरे (Camera), लाइट्स (Lights) और सबका ध्यान उनके ऊपर था, तो उन्हें यह सब “ड्रामा” जैसा लगा।
जब सर्गुन को समझ आया कि रवि मज़ाक नहीं कर रहे, तो वह पहले तो शॉक में आ गईं, लेकिन फिर उनकी आँखों में खुशी के आँसू आ गए। उस पल को उन्होंने अपनी ज़िंदगी का सबसे सच्चा और खूबसूरत पल बताया।
इसके बाद दोनों की सगाई हुई और फिर दिसंबर 2013 में उन्होंने शादी कर ली। आज दोनों न सिर्फ़ पति-पत्नी हैं, बल्कि बिज़नेस पार्टनर (Business Partner) भी हैं। उन्होंने मिलकर कई टीवी शोज़ प्रोड्यूस (Produce) किए हैं और साथ में इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई है।
सर्गुन की यह कहानी एक सच्चाई दिखाती है, कि जब आपकी ज़िंदगी कैमरों और ग्लैमर से जुड़ी होती है, तो कभी-कभी असली भावनाएँ भी “सीन” जैसी लगने लगती हैं। लेकिन सर्गुन (Sargun) और रवि (Ravi) की कहानी बताती है कि असली प्यार किसी कैमरे या लाइट पर नहीं, बल्कि दिल पर चलता है।
आज सोशल मीडिया (social media) के दौर में जहाँ हर कोई अपनी लाइफ के स्पेशल मोमेंट्स को “पोस्ट” करना चाहता है, वहाँ सर्गुन का यह अनुभव बताता है कि असली एहसास किसी शूट का हिस्सा नहीं होते, वे दिल से महसूस किए जाते हैं।
शादी के सालों बाद भी सर्गुन (Sargun) और रवि (Ravi) का रिश्ता पहले जैसा ही मजबूत है। दोनों एक-दूसरे के काम का सम्मान करते हैं और हर कदम पर साथ खड़े रहते हैं। उन्होंने मिलकर उड़ारियां (Udaariyaan) जैसे हिट शोज़ प्रोड्यूस किए हैं और पंजाबी सिनेमा में भी बड़ा नाम कमाया है।
सर्गुन कहती हैं:
“जिस चीज़ को मैंने शो समझा था, वो असल में मेरी ज़िंदगी की सबसे सच्ची कहानी बन गई।”
(Rh/BA)