कबीर बेदी: प्यार, जुदाई और नई शुरुआत

कबीर बेदी की कहानी सिर्फ एक अभिनेता की निजी जिंदगी की नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि रिश्ते समय के साथ कैसे बदलते हैं, किस तरह मोहब्बत और समझौते के बीच संतुलन बनाना पड़ता है, और कैसे हर अंत एक नई शुरुआत का रास्ता होता है।
कबीर बेदी (Sora AI)
कबीर बेदी (Sora AI)
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हिन्दी और अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में अपनी पहचान बनाने वाले मशहूर अभिनेता कबीर बेदी (Kabir Bedi) अपनी गहरी आवाज़ और शख्सियत की वजह से हमेशा अलग दिखाई देते हैं। लेकिन फिल्मों से हट कर, उनकी निजी जिंदगी, खासकर उनकी शादियां और तलाक, हमेशा चर्चा का विषय रहे है। उनकी जिंदगी हमें यह समझाती है कि इंसान कितना भी सफल क्यों न हो, निजी रिश्तों में चुनौतियाँ सबको झेलनी पड़ती हैं।

पहली शादी: प्रोतिमा गुप्ता

1969 में कबीर बेदी (Kabir Bedi) ने ओडिसी नृत्यांगना प्रोतिमा गुप्ता (Promita Gupta) से शादी की। यह रिश्ता काफी अनोखा था क्योंकि यह माना जाता है की वह ओपन मैरिज मै थे। दोनों अपने-अपने करियर और निजी आज़ादी को महत्व देते थे। इस शादी से उन्हें दो बच्चे हुए, बेटी पूजा बेदी (Puja Bedi), जो आज एक जानी-मानी अभिनेत्री और टीवी पर्सनैलिटी हैं, और बेटा सिद्धार्थ बेदी (Siddharth Bedi)

लेकिन धीरे-धीरे इस रिश्ते मै दुरी आने लगी। इसी दौरान कबीर बेदी का नाम फिल्म अभिनेत्री परवीन बाबी (Parveen Babi) से जुड़ा। हालांकि अक्सर माना जाता है कि उनकी वजह से शादी टूटी, लेकिन सच यह था कि शादी के भीतर पहले से ही दरारें पड़ चुकी थीं।

परवीन बाबी के साथ रिश्ता

परवीन बाबी (Parveen Babi) और कबीर बेदी (Kabir Bedi) का रिश्ता फिल्मी दुनिया की सबसे चर्चित कहानियों में गिना जाता है। परवीन बाबी  (Parveen Babi) अपनी खूबसूरती और सफलता के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं से भी जूझ रही थीं। कबीर ने उन्हें संभालने की कोशिश की और उनका साथ दिया, लेकिन जब उन्होंने इलाज की सलाह दी, तो परवीन को डर था कि इससे उनके करियर पर असर पड़ेगा।

धीरे-धीरे दोनों के बीच दूरी बढ़ती गई और आखिरकार यह रिश्ता खत्म हो गया। कबीर बेदी  (Kabir Bedi) ने बाद में कहा कि परवीन ने उन्हें छोड़ा, न कि उन्होंने परवीन को। यह अनुभव उनके लिए गहरा और तकलीफ़देह रहा।

फिल्मों से  हट कर, उनकी निजी जिंदगी, खासकर उनकी शादियां और तलाक, हमेशा चर्चा का विषय रहे है। (Sora AI)
फिल्मों से हट कर, उनकी निजी जिंदगी, खासकर उनकी शादियां और तलाक, हमेशा चर्चा का विषय रहे है। (Sora AI)

दूसरी और तीसरी शादी

पहली शादी टूटने के बाद, कबीर बेदी ने ब्रिटिश फैशन डिजाइनर सूसन हम्फ्रीज़ (Susan Humphreys) से शादी की। इस रिश्ते से उन्हें बेटा एडम बेदी (Adam Bedi) हुआ, जो बाद में मॉडल बने। लेकिन यह शादी भी ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाई और दोनों का तलाक हो गया।

इसके बाद 1992 में उन्होंने बीबीसी की प्रेसेंटर निक्की बेदी (Nikki) से शादी की। यह रिश्ता लगभग 13 साल तक चला, लेकिन आखिरकार 2005 में दोनों अलग हो गए। यह तलाक आपसी सहमति से हुआ, जिसमें दोनों ने शांति और इज़्ज़त से अलग होने का फैसला किया।

चौथी शादी: नई राह की शुरुआत

2005 में, कबीर बेदी (Kabir Bedi) ने अपने से उम्र में छोटी परवीन दुसांज (Parveen Dusanj) से शादी की। यह शादी उनके 70वें जन्मदिन से एक दिन पहले हुई। उम्र के अंतर और समाज की आलोचनाओं के बावजूद, दोनों का रिश्ता आज तक मज़बूत है। कबीर बेदी अक्सर इंटरव्यू में कहते हैं कि परवीन उनकी जिंदगी में स्थिरता और संतुलन लेकर आईं।

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कबीर बेदी की ज़िन्दगी से सीख

कबीर बेदी (Kabir Bedi) की जिंदगी हमें कई बातें सिखाती है। उनकी पहली शादी ने यह एहसास दिलाया कि प्यार में आज़ादी और सीमाओं के बीच एक संतुलन ज़रूरी है। परवीन बाबी के साथ का रिश्ता यह दिखाता है कि मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएँ कितनी गंभीर हो सकती हैं और वे रिश्तों को कैसे प्रभावित करती हैं। दूसरी और तीसरी शादियों से यह बात साफ होती है कि आपसी सम्मान और समझौते के बिना रिश्ता लंबे समय तक नहीं टिकता।

सबसे खास सीख उनकी चौथी शादी से मिलती है, कि नई शुरुआत करने के लिए उम्र कभी बाधा नहीं बनती। चाहे इंसान कितनी भी बार असफल हो, हर बार प्यार और साथ पाने की उम्मीद बनी रहती है।

नई शुरुआत करने के लिए उम्र कभी बाधा नहीं बनती। (Sora AI)
नई शुरुआत करने के लिए उम्र कभी बाधा नहीं बनती। (Sora AI)

निष्कर्ष 

कबीर बेदी की कहानी सिर्फ एक अभिनेता की जीवन यात्रा नहीं, बल्कि इंसानी रिश्तों का आईना है। इसमें प्यार है, जुदाई है, संघर्ष है और अंत में नई शुरुआत की ताकत भी है। आज वे अपनी चौथी शादी में खुश हैं और उनका सफर यह साबित करता है कि रिश्ते कितने भी जटिल क्यों न हों, जिंदगी हमेशा एक नया मोड़ देने के लिए तैयार रहती है। [Rh/BA]

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