सलमान ख़ान की ज़िंदगी से जुड़ा सबसे बड़ा ख़ुलासा: जानें ब्रेन एन्‍यूरिज़्म कितना है खतरनाक

सलमान ख़ान (Salman Khan) ने हाल ही में खुलासा किया कि वे ब्रेन एन्‍यूरिज़्म (Brain Aneurysm) जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। यह बीमारी दिमाग़ की नसों में उभार बनाती है, जो फटने पर जानलेवा साबित हो सकती है। उनके इस बयान ने लोगों को इस साइलेंट किलर के प्रति जागरूक कर दिया है।
सलमान ख़ान की बीमारी से जाग गई है दुनिया, दिमाग़ की इस बीमारी को हल्के में न लें I (Image source: Wikimedia commons )
सलमान ख़ान की बीमारी से जाग गई है दुनिया, दिमाग़ की इस बीमारी को हल्के में न लें I (Image source: Wikimedia commons )
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बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान ख़ान (Salman Khan) एक बार फिर चर्चा में आ गए, लेकिन इस बार वजह उनकी नई फिल्म या अभिनय नहीं बल्कि उनकी सेहत है। कपिल शर्मा के शो ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ में सलमान ख़ान (Salman Khan) वहाँ पर सबसे पहले मेहमान के तौर पहुंचे थे, वहाँ पर उन्होंने अपनी आने वाली फिल्म ‘सिकंदर’ का प्रमोशन किया फिर शो में हंसी-मज़ाक के माहौल के बीच जब बात सलमान की निजी ज़िंदगी और सेहत पर आई, तो उन्होंने एक गंभीर राज़ से पर्दा हटा दिया। उन्होंने कहा कि वह ‘ब्रेन एन्‍यूरिज़्म’ (Brain Aneurysm) नाम की एक जानलेवा बीमारी से जूझ रहे हैं। साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें ‘ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया’ और ‘एवी मॉलफ़ॉर्मेशन’ जैसी परेशानियाँ भी हैं।

सलमान ने परेशानि बताते हुए कहा, "हम रोज़ हड्डियाँ तुड़वा रहे हैं, कई बार पसलियाँ टूट भी गईं है, उसके बाद भी ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया के साथ काम कर रहे हैं। दिमाग़ में एन्‍यूरिज़्म है, फिर भी काम कर रहे हैं। एवी मॉलफ़ॉर्मेशन है, उसके बावजूद चल रहे हैं। वो कहते हैं मैं एक्शन करता हूँ, मैं चल नहीं पाता, फिर भी डांस कर रहा हूँ। यही सब चल रहा है मेरी ज़िंदगी में।" सलमान के इस बयान के बाद ‘ब्रेन एन्‍यूरिज़्म’ (Brain Aneurysm) अचानक सुर्खियों में आ गया। कई लोगों ने इंटरनेट पर इस बीमारी के बारे में जानकारी खोजनी शुरू भी कर दी है। आमतौर पर ब्रेन एन्‍यूरिज़्म (Brain Aneurysm) एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं, जबकि यह बहुत खतरनाक साबित हो सकती है।

सलमान ख़ान का अपनी बीमारी को लेकर खुलकर बात करना न सिर्फ़ साहसिक है, बल्कि लाखों लोगों को जागरूक करने वाला भी है।  ( Image source: Wikimedia commons )
सलमान ख़ान का अपनी बीमारी को लेकर खुलकर बात करना न सिर्फ़ साहसिक है, बल्कि लाखों लोगों को जागरूक करने वाला भी है। ( Image source: Wikimedia commons )

ब्रेन एन्‍यूरिज़्म क्या होता है?

हमारे शरीर में खून को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने का काम नसें (ब्लड वेसल्स) करती हैं। जब किसी नस की दीवार कमज़ोर हो जाती है, तो खून के दबाव से वह दीवार फूलने लगती है। इस फूले हुए हिस्से को ही एन्‍यूरिज़्म कहते हैं। यह एक तरह का उभार होता है, जो गुब्बारे जैसा दिखता है। अगर यह उभार दिमाग़ की किसी धमनी में बनता है, तो उसे ब्रेन एन्‍यूरिज़्म (Brain Aneurysm) कहा जाता है। जब यह एन्‍यूरिज़्म फट जाता है, तो दिमाग़ के भीतर खून फैल जाता है और यह स्थिति बेहद खतरनाक हो सकती है। इस घटना को सबएरेक्नॉइड हैमरेज कहा जाता है। इससे दिमाग में खून फैल जाता है और दिमाग को बड़ा नुकसान हो सकता है I एन्‍यूरिज़्म जानलेवा भी हो सकता है।

ब्रेन एन्‍यूरिज़्म मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं:-

1. सैक्कुलर एन्‍यूरिज़्म: इसे 'बेरी एन्‍यूरिज़्म' भी कहा जाता है क्योंकि यह अंगूर की तरह लटकता है। यह दिमाग़ के बेस (नीचे) की धमनियों में सबसे आम रूप से पाया जाता है।

2. फ्यूज़िफ़ॉर्म एन्‍यूरिज़्म: इसमें नस या धमनी चारों ओर से फूल जाती है, और यह आम तौर पर बड़ी रक्त धमनियों में होता है।

3. मायकोटिक एन्‍यूरिज़्म: यह किसी संक्रमण (इन्फेक्शन) के कारण होता है, जैसे कि बैक्टीरिया या वायरस के असर से नस की दीवारें कमजोर हो जाती हैं।

इसके लक्षण क्या होते हैं ?

ब्रेन एन्‍यूरिज़्म (Brain Aneurysm) की सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि इसके कोई खास लक्षण तब तक दिखाई नहीं देते जब तक कि यह फट न जाए। यही वजह है कि इसे 'साइलेंट किलर' कहा जाता है। अगर एन्‍यूरिज़्म फट जाए, तो इसके लक्षण अचानक और तेज़ होते हैं, जैसे बहुत तेज़ और असहनीय सिरदर्द (ऐसा महसूस होता है जैसे सिर में विस्फोट हो गया हो), गर्दन में अकड़न, उल्टी आना या जीभ मिचलना, रोशनी की तरफ़ देखने में दर्द, देखने या बोलने में दिक्कत, कभी-कभी बेहोशी I अगर एन्‍यूरिज़्म फटा नहीं है, लेकिन आकार में बड़ा है, तो इसका लक्षण यह हो सकते हैं, जैसे लगातार हल्का सिरदर्द, आंखों की रोशनी में बदलाव, चेहरे के किसी हिस्से में सुन्नपन या कमजोरी

ब्रेन एन्‍यूरिज़्म के कारण

अब सवाल यह है कि आखिर दिमाग़ की नसें कमजोर क्यों हो जाती हैं ? इस बारे में वैज्ञानिकों को अब तक पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन कुछ प्रमुख कारण सामने आए हैं, जैसे धूम्रपान यह नसों की दीवारों को कमजोर करता है, उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) यह नसों में खून का दबाव बढ़ा देता है, जिससे नसों कि दीवारें फूल सकती हैं, और आनुवंशिकता (जेनेटिक कारण) अगर परिवार में किसी को पहले यह बीमारी रही हो तो इसका खतरा बढ़ सकता है।, सिर पर पुरानी चोट, अत्यधिक शराब या नशीले पदार्थों का सेवन, जन्म से कमजोर नसें, उम्र का बढ़ना (खासकर 40 साल से ज़्यादा), महिलाओं में यह पुरुषों की तुलना में अधिक देखा गया है।

ब्रेन एन्‍यूरिज़्म एक गंभीर बीमारी है, लेकिन अगर समय रहते इसके लक्षण पहचाने जाएं और सही इलाज किया जाए, तो बहुतों की ज़िंदगी बचाई जा सकती है।  ( Image source: Wikimedia commons )
ब्रेन एन्‍यूरिज़्म एक गंभीर बीमारी है, लेकिन अगर समय रहते इसके लक्षण पहचाने जाएं और सही इलाज किया जाए, तो बहुतों की ज़िंदगी बचाई जा सकती है। ( Image source: Wikimedia commons )

इस बीमारी से कैसे बचा जा सकता है?

कुछ सावधानियों को बरतकर इस बीमारी से बचा सकता है या इसके खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है, जैसे धूम्रपान और शराब से दूरी बनाए रखें, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखें, स्वस्थ और संतुलित आहार लें, नियमित व्यायाम करें, तनाव कम करें और पर्याप्त नींद लें I अगर आपके परिवार में किसी को यह बीमारी रही हो तो नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं I

निष्कर्ष

सलमान ख़ान (Salman Khan) का अपनी बीमारी को लेकर खुलकर बात करना न सिर्फ़ साहसिक है, बल्कि लाखों लोगों को जागरूक करने वाला भी है। ब्रेन एन्‍यूरिज़्म (Brain Aneurysm) एक गंभीर बीमारी है, लेकिन अगर समय रहते इसके लक्षण पहचाने जाएं और सही इलाज किया जाए, तो बहुतों की ज़िंदगी बचाई जा सकती है। यह बीमारी हमें यह भी सिखाती है कि जीवन अनमोल है और हमें अपने शरीर को नजरअंदाज़ नहीं करना चाहिए।

अगर किसी को लगातार सिरदर्द, आंखों की परेशानी या चक्कर आने जैसे लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। समय पर की गई सावधानी जीवन को बचा सकती है। सलमान ख़ान (Salman Khan) जैसी हस्तियों से हमें यह प्रेरणा लेनी चाहिए कि मुश्किल हालात में भी आगे बढ़ा जा सकता है जिसके लिए हमें हिम्मत, इलाज और सकारात्मक सोच की आवश्कता है।

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