
तान्या मित्तल (Tannya Mittal) की जब से बिग बॉस 19 (Big Boss 19) में एंट्री हुई है, लोगो के लिए वह एक अलग ही चर्चा का विषय बानी हुई है। अक्सर अपनी लग्ज़री लाइफस्टाइल और विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहने वाली इस बार एक अलग वजह से सुर्खियों में है, हाल ही में वृंदावन से सामने आए एक वीडियो में वह प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज के आश्रम में नज़र आ रही हैं।
सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और इसके कारण तान्या को खूब ट्रोल भी किया जा रहा है।
तान्या मित्तल का सवाल – “मेरे पास सबकुछ है, फिर भी खालीपन क्यों है?”
भावुक अंदाज़ में तान्या वीडियो में महाराज जी से कहती हैं – “महाराज जी, आज मेरे पास नाम है, पैसा है,नाम है, और तमाम सुख-सुविधाएँ हैं। लेकिन इन्हें पाने की कोशिस में मैंने खुद को कही खो दिया है । मैं दुनिया को दिखाती हूँ कि मैं खुश हूँ, लेकिन मन से मैं खुश क्यों नहीं हूँ?” तान्या के इन शब्दों में उनकी जीवनशैली का अकेलापन और असंतोष साफ झलकता है। ऐसा माना जा रहा है कि यह उनके जीवन का शायद सबसे ईमानदार इज़हार था।
प्रेमानंद जी महाराज का जवाब – “सुख केवल भगवान में है”
महाराज प्रेमानंद जी (Premanand Ji Maharaj) ने शांति से उत्तर देते हुए कहा की – “सच्चा सुख किसी वस्तु, इंसान या दौलत में नहीं है। असली सुख तो केवल भगवान के चरणों में है। धन, शोहरत और आराम इंसान को थोड़े समय के लिए आराम दे सकता है हैं, परंतु स्थायी शांति और आत्मिक संतोष केवल भक्ति से ही मिलता है।”
यह जवाब गहरे अर्थ लिए हुए था और कई लोगों के लिए जीवन का एक बड़ा संदेश भी।
सोशल मीडिया पर तान्या हुईं ट्रोल
लेकिन दर्शकों ने तान्या की इस ‘ईमानदारी’ को उतनी गंभीरता से नहीं ली। और वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएँ देना शुरू कर दिया। एक यूज़र ने लिखा – “ढोंग छोड़ो, जैसा हो वैसा दिखाओ, तभी सुकून मिलेगा।” कई लोगो का मानना है कि तान्या का यह वीडियो महज़ पब्लिसिटी स्टंट है। वहीं दूसरी ओर कुछ समर्थकों ने माना कि कम से कम उन्होंने अपनी असली भावनाएँ जाहिर करने की कोशिश तो की।
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निष्कर्ष
तान्या मित्तल और प्रेमानंद जी महाराज की यह बातचीत हमें एक बात समझ में आती है की – पैसा, शोहरत और ऐशो-आराम इंसान को सब कुछ दे सकते हैं, लेकिन सच्ची खुशी नहीं। तान्या का सवाल आज के उस समाज की हकीकत को उजागर करता है जहाँ लोग बाहर से मुस्कुराते हैं, लेकिन भीतर खालीपन महसूस करते हैं।
[RH/SS]