

उन्होंने इंस्टाग्राम (Instagram) पर फिल्म का पोस्टर शेयर किया, जिसके साथ कैप्शन में लिखा, "ताजमहल, मुगल वास्तुकला या भारतीय वास्तुकला? जब इंसाफ के पलड़े 400 साल पुराने इतिहास के खिलाफ झुक जाते हैं।"
फिल्म में परेश रावल मुख्य भूमिका अदा कर रहे हैं। वहीं, जाकिर हुसैन इसमें खलनायक की भूमिका निभाते नजर आएंगे। मेकर्स ने इससे पहले फिल्म का ट्रेलर रिलीज Trailer Release किया था।
दो मिनट के ट्रेलर में फिल्म की कहानी एक दिलचस्प झलक पेश करती दिखी, जिसमें ताजमहल से जुड़ी धारणाओं पर सवाल उठाए गए। फिल्म में अभिनेता परेश रावल विष्णु दास के किरदार में नजर आएंगे, जो ताजमहल के पीछे की सच्चाई को उजागर करने का संकल्प लेते हैं।
ट्रेलर की शुरुआत हिंदू गाइड (परेश रावल) के ताजमहल (Taj Mahal) को अपना मंदिर कहने से होती है, जिसके बाद टूरिस्ट (Tourist) उनसे सवाल करते हैं कि क्या वास्तव में यह स्मारक मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा बनवाया गया मकबरा है या एक प्राचीन मंदिर। मामला तब बिगड़ता है जब यह विवाद अदालत तक पहुंच जाता है, जहां रावल स्मारक का परीक्षण कराने की मांग करते हैं ताकि इस पर सटीक जानकारी मिल सके।
फिल्म में जाकिर हुसैन खलनायक की भूमिका में हैं, जो परेश रावल के किरदार के विचारों पर सवाल उठाते नजर आएंगे। वहीं, कई सीन्स में तीखी बहस और तनाव देखने को मिलेंगे। परेश और जाकिर के अलावा फिल्म में अमृता खानविलकर, स्नेहा वाघ और नमित दास भी अहम किरदारों में दिखेंगे।
यह फिल्म ताजमहल के इतिहास और वास्तुकला को लेकर लंबे समय से चली आ रही बहस को नए तरीके से पेश करती है। फिल्म 31 अक्टूबर को सिनेमाघरों (Cinemas) में रिलीज होगी।
[AK]