"विनोद खन्ना: बॉलीवुड के चमकते सितारे से लेकर संन्यासी बनने तक का सफर"

बॉलीवुड का खूबसूरत सितारा, जिन्होंने संन्यास लेने का निर्णय लिया और उनका परिवार टूट गया, उनका करियर भी बर्बाद हो गया! उनके पास 3 बेटे और 1 बेटी हैं, लेकिन आजकल वे कहां हैं?
विनोद खन्ना: अपने करियर के शीर्ष पर संन्यास लेने का निर्णय लिया (Wikimedia Commons)
विनोद खन्ना: अपने करियर के शीर्ष पर संन्यास लेने का निर्णय लिया (Wikimedia Commons)

 जब हम बॉलीवुड में बादशाह की बात करते हैं, तो सबसे पहले अमिताभ बच्चन का नाम आता है। हालांकि, उनके दौर में एक सितारा और भी था जो तेजी से उभर रहा था। अगर वह लंबे समय तक बना रहता, तो शायद अमिताभ को उन की तरह की स्टारडम नहीं मिलती। इस अदाकार ने अपने करियर के शीर्ष पर संन्यास लेने का निर्णय लिया, जिससे उनका करियर अचानक समाप्त हो गया। एक गलत निर्णय के कारण, उनकी पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन की हालत खराब हो गई। 

हम उस खूबसूरत अभिनेता की बात कर रहे हैं जिनका नाम विनोद खन्ना हैं। उन्होंने 6 अक्टूबर 1946 को पेशावर में जन्म लिया। सुनील दत्त ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और 1968 में उन्हें फिल्म 'मन का मीत' में काम करने का मौका दिया। विनोद ने पहले नेगेटिव भूमिकाओं में काम किया, फिर हीरो बने और उनकी छाप मुद्रित हुई। 1971 में, उन्होंने फिल्म 'हम तुम और वो' में हीरो के रूप में अभिनय किया। इसके बाद 'इम्तिहान', 'अमर अकबर एंथनी', 'मुकद्दर का सिकंदर' जैसी फिल्में आई, जिनसे उनका नाम तेजी से बढ़ने लगा।

अक्षय खन्ना को बॉलीवुड में हीरो के रूप में प्रसिद्धि मिली।(Wikimedia Commons)
अक्षय खन्ना को बॉलीवुड में हीरो के रूप में प्रसिद्धि मिली।(Wikimedia Commons)

विनोद खन्ना ने बॉलीवुड में नयी पहचान बनाई और कई अच्छी फिल्मों के प्रस्ताव भी प्राप्त किए। उन्होंने अमिताभ बच्चन और अन्य समकालीन अभिनेताओं को टक्कर दी। हालांकि, 1982 में उन्होंने अपने करियर के उच्चारण के बाद संन्यास लेने का निर्णय लिया। यह निर्णय इंडस्ट्री के लिए एक आश्चर्यजनक घटना थी। विनोद ने ओशो के आश्रम में संन्यास ले लिया और वहां माली के रूप में सेवा करने लगे। 1986 में ओशो के आश्रम का बंद होने के बाद, वे मुंबई लौटे, लेकिन तस्वीर बदल चुकी थी।

आश्रम से लौटने के बाद, विनोद ने फिल्मों में काम करना जारी रखा और 'इंसाफ', 'कुर्बानी', 'दयावान', 'चांदनी' जैसी फिल्मों में नजर आए। दर्शकों का प्यार फिर से मिला, लेकिन उन्हें पहले जैसी चमक नहीं मिल सकी। उनकी दूसरी शादी ने भी उनके परिवार पर असर डाला, जो कि उन्होंने 1971 में कविता दफ्तरी से की थी, जिससे उनके दो बेटे, अक्षय और राहुल खन्ना, हुए। वर्ष 1990 में विनोद ने कविता से दूसरी शादी की, और उनके एक बेटी और एक बेटा हुए, जिनके नाम साक्षी और श्रद्धा खन्ना हैं। 27 अप्रैल 2017 को, उनके 70 वर्ष की आयु में, विनोद खन्ना का निधन हो गया।

उनके चारों बच्चे अब अपने अपने करियर में सफलता प्राप्त कर चुके हैं। अक्षय खन्ना को हीरो के रूप में पहचाना मिली और वह बॉलीवुड में प्रसिद्ध हो गए, हालांकि उनके बाकी तीन सिबलिंग्स की स्थिति थोड़ी अलग है। सुनने में आया है कि साक्षी अब प्रोडक्शन फील्ड में है, जबकि श्रद्धा के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है।

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