
आजकल सोशल मीडिया पर हर दूसरे दिन कोई नया चेहरा सामने आता है जो हूबहू किसी बड़े बॉलीवुड (Bollywood) स्टार जैसा दिखता है। कभी कोई लड़की कटरीना कैफ (Katrina Kaif) जैसी लगती है, तो कभी कोई युवक शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) की कॉपी नज़र आता है। कुछ ही घंटों में ऐसे वीडियो लाखों-करोड़ों व्यूज़ पा जाते हैं और इंटरनेट पर चर्चा का विषय बन जाते हैं। सवाल यह है कि आखिर बॉलीवुड हमशक्ल इतनी तेज़ी से वायरल क्यों हो जाते हैं? इसका जवाब हमें दिमाग की साइंस, भारतीय समाज का स्टारज़ को पूजना, सोशल मीडिया (social media) की दुनिया और आम लोगों की सपनों भरी जिंदगी में मिलता है।
इंसान का दिमाग सबसे ज़्यादा संवेदनशील चेहरे की पहचान के लिए होता है। जब कोई आम आदमी किसी स्टार जैसा दिखता है, तो हमारा दिमाग तुरंत उसे पहचान लेता है और उत्सुकता बढ़ जाती है। हमें लगता है, “अरे यह तो शाहरुख (Shah Rukh) जैसा दिखता है, लेकिन यह कौन है?” यही पहचान और शक का खेल हमें वीडियो बार-बार देखने और दूसरों से शेयर करने पर मजबूर करता है।
भारत (India) में फिल्मों का मतलब सिर्फ मनोरंजन नहीं है, बल्कि यह एक तरह की पूजा है। यहां अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के लिए मंदिर बनाए जाते हैं, रजनीकांत (Rajnikanth) के पोस्टर पर दूध चढ़ाया जाता है और शाहरुख खान के जन्मदिन पर हजारों लोग उनके घर के बाहर जमा होते हैं। ऐसे में अगर कोई आम इंसान इन स्टार्स का हमशक्ल निकल जाए तो लोगों को लगता है जैसे उन्होंने खुद स्टार से मुलाकात कर ली। यह एहसास ही वीडियो को वायरल कर देता है।
आजकल इंस्टाग्राम रील्स (Instagram Reels), यूट्यूब शॉर्ट्स (YouTube shorts) और टिकटॉक (Tik Tok) जैसे प्लेटफॉर्म्स पर छोटे और चौंकाने वाले वीडियो ही सबसे ज्यादा वायरल होते हैं। बॉलीवुड (Bollywood) हमशक्ल इन प्लेटफॉर्म्स के लिए परफेक्ट कंटेंट बन जाते हैं, चेहरा जाना-पहचाना भी लगता है और अलग भी। जैसे ही लोग वीडियो देखते हैं, लाइक, शेयर और कमेंट बढ़ने लगते हैं। एल्गोरिदम (Algorithm) इस एंगेजमेंट को पकड़ लेता है और वीडियो को और ज़्यादा लोगों तक पहुंचा देता है। यही वजह है कि कभी-कभी कोई साधारण वीडियो भी रातों-रात करोड़ों व्यूज़ ले लेता है।
उदाहरण
कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने सिर्फ बॉलीवुड हमशक्ल होने की वजह से शोहरत पाई है। अलिना राय कटरीना कैफ (Katrina Kaif) जैसी दिखती हैं और आज वे सोशल मीडिया पर बड़ी इन्फ्लुएंसर हैं गुजरात (Gujarat) के इब्राहीम कादरी शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) जैसे दिखते हैं और भीड़ उन्हें असली स्टार समझकर घेर लेती है। असम (Assam) की सेलैस्टी बैराजी आलिया भट्ट (Alia Bhatt) जैसी लगती हैं और अब उन्हें फिल्मों में काम मिलने लगा है। श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) की हमशक्ल आईपीएल (IPL) मैच में दिखी और श्रद्धा खुद सोशल मीडिया पर मज़ाक में बोलीं, “अरे मैं ही तो हूं। ”शाहिद कपूर (Shahid Kapoor) ने भी अपने कई हमशक्लों पर हंसी-मजाक करते हुए कहा कि ये उनके करियर के अलग-अलग फेज जैसे लगते हैं। ये कहानियां साबित करती हैं कि एक वीडियो किसी की ज़िदगी बदल सकता है।
करियर और कमाई का नया रास्ता
आजकल कई बॉलीवुड हमशक्ल शादी-ब्याह, इवेंट्स और टीवी शोज़ (TV Shows) में बुलाए जाते हैं। कई लोग तो स्टार के कपड़े और डायलॉग्स कॉपी करके कार्यक्रमों में परफॉर्म भी करते हैं। सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ब्रांड्स भी ऐसे लोगों से विज्ञापन कराते हैं। यानी स्टार जैसा दिखना सिर्फ मज़ेदार इत्तेफाक नहीं बल्कि करियर और कमाई का रास्ता भी बन सकता है।
बॉलीवुड में डुप्लीकेट्स का इस्तेमाल कोई नई बात नहीं है। फिल्मों में खतरनाक स्टंट्स के लिए बॉडी डबल्स लिए जाते हैं। छोटे बजट की फिल्मों या विज्ञापनों में कभी-कभी हमशक्लों को रखा जाता है ताकि लोग आकर्षित हों और प्रोडक्शन का खर्च भी कम हो।
लेकिन हर वायरल वीडियो असली नहीं होता। आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) की मदद से डीपफेक (Deepfake) वीडियो बनाए जाते हैं। इनमें स्टार्स के चेहरे किसी और पर चढ़ा दिए जाते हैं। कई बार बॉलीवुड अभिनेत्रियों के डीपफेक वीडियो गलत मकसद से बनाए जाते हैं। यह सिर्फ मज़ाक नहीं बल्कि गंभीर खतरा है, क्योंकि यह प्राइवेसी और इमेज को नुकसान पहुंचा सकता है।
सोशल मीडिया (social media) पर फैंस की सोच बंटी हुई है। कुछ लोग बॉलीवुड हमशक्ल देखकर खुश हो जाते हैं और मज़ा लेते हैं। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि आजकल स्टार्स इतने ओवरएक्सपोज़ हो चुके हैं कि असली और नकली में फर्क करना मुश्किल हो गया है। एक यूज़र ने लिखा: “सोशल मीडिया ने स्टार्स का रहस्य खत्म कर दिया है। अब हमें उनका नया चेहरा हमशक्लों में ही मिलता है।”
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यह दीवानगी सिर्फ भारत (India) तक सीमित नहीं है। हॉलीवुड (Hollywood) में भी कई लोग प्रोफेशनल इम्परसनेटर का काम करते हैं। लास वेगास (Las Vegas) जैसे शहरों में एल्विस प्रेस्ली या माइकल जैक्सन के हमशक्ल शो करते हैं। लेकिन भारत में यह जुनून अलग स्तर का है, क्योंकि यहां सिनेमा सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि धर्म जैसा है।
निष्कर्ष
बॉलीवुड हमशक्ल वायरल इसलिए हो जाते हैं क्योंकि यह हमारे दिमाग, हमारी भावनाओं और हमारी सोशल मीडिया की आदतों, तीनों को जोड़ देते हैं। यह हमें पहचान की खुशी देते हैं, हमारे स्टार पूजा वाले समाज को संतुष्ट करते हैं और सोशल मीडिया को मसाला कंटेंट देते हैं। किसी के लिए यह अचानक मिली शोहरत होती है, तो किसी के लिए करियर का नया रास्ता। लेकिन इसके साथ-साथ डीपफेक और फेक वीडियो का खतरा भी बढ़ रहा है। आखिरकार, भारत जैसे देश में जहां सिनेमा पूजा जाता है, वहां किसी अजनबी का चेहरा भी स्टारडम का टिकट बन सकता है। यही है बॉलीवुड हमशक्ल का जादू। (Rh/BA)