बॉलीवुड का विलेन लेकिन हॉलीवुड का चहिता, सभी एक्टर्स उनका गुणगान गाते थे

इस फिल्म से पहले ही ओमपुरी एक्टिंग की दुनिया का बड़ा नाम बन गए थे साल 1973 में नेशनल स्कूल आफ ड्रामा से पढ़ाई करने के बाद ओम पुरी थिएटर की दुनिया में अपनी कला को धार देते रहे।
बॉलीवुड :-90 के दशक में हॉलीवुड फिल्मों में भी अपना कलाकारी से भारत का नाम रोशन किया था[Wikimedia Commons]
बॉलीवुड :-90 के दशक में हॉलीवुड फिल्मों में भी अपना कलाकारी से भारत का नाम रोशन किया था[Wikimedia Commons]Sanjiv Misra

2017 में, बॉलीवुड पर मातम छा गया था। आप सोच रहें होंगे की ऐसा क्यों? तो आपको बता दें की उस समय बॉलीवुड के चहीते और दिग्गज कलाकार ओम पुरी का 67 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। इस खबर ने सिनेमा जगत में एक शो की लहर ला दी थी एक्टिंग का वह कोहिनूर जिसने 90 के दशक में हॉलीवुड फिल्मों में भी अपना कलाकारी से भारत का नाम रोशन किया था यानी ओमपुरी उन्हें आज भी लोग याद करते हैं। तो चलिए आज ओमपुरी के 73वें जन्मदिन के अवसर पर आपको उनसे जुड़े कुछ खास बातें बताते हैं।

ओम पुरी की जीवनी

ओम पुरी की 73 वे जन्मदिन पर आज उनकी बात करतें है। आज ही के दिन पंजाब के अंबाला शहर में जन्म एक्टिंग का यह राजकुमार भले ही हमारे बीच नहीं है लेकिन उन्होंने अपने 40 साल के करियर में अभिनय की एक लंबी विरासत आने वाली पीढ़ियां के लिए छोड़ रखी है। ओम पुरी ने अपने साल 1976 में आई फिल्म घासीराम कोतवाल से अपने फिल्म की शुरुआत की थी। फिल्म और एक्टिंग के प्रति इतना जुनून था कि इस फिल्म के लिए ओम पुरी ने अपना मेहता ना मूंगफली के रूप में किया था। इस फिल्म से पहले ही ओमपुरी एक्टिंग की दुनिया का बड़ा नाम बन गए थे साल 1973 में नेशनल स्कूल आफ ड्रामा से पढ़ाई करने के बाद ओम पुरी थिएटर की दुनिया में अपनी कला को धार देते रहे।

ओमपुरी एक्टिंग की दुनिया का बड़ा नाम बन गए थे साल 1973 में नेशनल स्कूल आफ ड्रामा से पढ़ाई करने के बाद ओम पुरी थिएटर की दुनिया में अपनी कला को धार देते रहे।[Wikimedia Commons]
ओमपुरी एक्टिंग की दुनिया का बड़ा नाम बन गए थे साल 1973 में नेशनल स्कूल आफ ड्रामा से पढ़ाई करने के बाद ओम पुरी थिएटर की दुनिया में अपनी कला को धार देते रहे।[Wikimedia Commons]

असल सिनेमा और एक्टिंग के लिए समर्पित रहा पूरा जीवन

इसके बाद मेंस्ट्रीम और कमर्शियल फिल्मों की बजाए ओमपुरी ने असली सिनेमा को अपना जीवन समर्पित कर दिया। छोटा कद दाग दार चेहरा और भारी आवाज भी उनके टैलेंट के बीच दीवार नहीं बन पाई ओम पुरी ने अपने क्लासमेट और पक्के दोस्त नसरुद्दीन शाह के साथ बॉलीवुड फिल्मों का दूसरा सिर पकड़ और कल का ऐसा बीज बोया जो आज एक फलदार पेड़ बनाकर लहरा रहा है। जो बॉलीवुड में मेंस्ट्री सिनेमा गलियों में एक्शन और रोमांस की धूम दे तो ओम पुरी ने आर्टिस्टिक और जमीन से जुड़े फिल्में करने का चुनाव किया। यही फैसला उन्हें 10 साल बाद हॉलीवुड तक ले गया और यहां भी हॉलीवुड के दिग्गजों ने उनकी कला को प्रणाम किया। 1980 में आई फिल्म भवानी सद्गति अर्ध सत्य धारावी जैसे फिल्मों में अपनी एक्टिंग की गहरी छाप छोड़ी इन फिल्मों में की गई ओमपुरी की एक्टिंग की धमक बॉलीवुड पहुंची और हॉलीवुड में भी उन्हें बुलावा आया।

1980 में आई फिल्म भवानी सद्गति अर्ध सत्य धारावी जैसे फिल्मों में अपनी एक्टिंग की गहरी छाप छोड़ी[Wikimedia Commons]
1980 में आई फिल्म भवानी सद्गति अर्ध सत्य धारावी जैसे फिल्मों में अपनी एक्टिंग की गहरी छाप छोड़ी[Wikimedia Commons]

हॉलीवुड की कई बड़ी फिल्मों में काम कर लूटी वाहवाही

साल 1982 में रिलीज हुई फिल्म गांधी में भी ओमपुरी ने अहम किरदार निभाया और यह फिल्म ऑस्कर जीत का इतिहास रच गए इसके साथ ही माय सन दी फैंटास्टिक, ईस्ट इस ईस्ट थे पारुल ऑफिसर जैसी फिल्मों में कमल का काम किया। इन फिल्मों में ओम पुरी की एक्टिंग पर हॉलीवुड की दिग्गज ने भी अपनी प्रतिभा को प्रणाम किया ओम पुरी ने बॉलीवुड की 325 से ज्यादा फिल्मों में अपनी एक्टिंग की चमक दिखाई।

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