

10 दिसंबर को दुनिया में राजनीति, खेल, अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय रिश्तों से जुड़ी कई महत्वपूर्ण घटनाएँ हुईं, जिनमें पाकिस्तान में जजों की नियुक्ति, कज़ाकिस्तान चुनाव और अनिल कुंबले का रिकॉर्ड शामिल है।
इस दिन प्रफुल्लचंद चाकी, राजगोपालाचारी और इतिहासकार यदुनाथ सरकार जैसे महान व्यक्तित्व जन्मे, जिन्होंने राजनीति, स्वतंत्रता आंदोलन और इतिहास में बड़ा योगदान दिया।
10 दिसंबर को विश्व मानवाधिकार दिवस मनाकर समानता, स्वतंत्रता और न्याय के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाती है।
हर दिन इतिहास के पन्नों में कुछ खास घटनाओं का जिक्र मिल जाता है जो की इतिहास के परिप्रेक्ष्य से काफी महत्वपूर्ण होते हैं। 10 दिसंबर के दिन इतिहास के पन्नों में राजनीति, विज्ञान, स्वास्थ्य और समाज की दृष्टिकोण से कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटित हुई हैं और इन घटनाओं से यह समझने में मदद मिलती है कि एक निर्णय या घटना कैसे समय के साथ-साथ बड़े बदलाव लेकर आते हैं। आइए जानते हैं 10 दिसंबर (History Of 10th December) के दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं, उपलब्धियों और व्यक्तित्वों के बारे में।
पाकिस्तान में जजों की नियुक्ति
2007 में पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ (Pervez Musharraf) ने सर्वोच्च न्यायालय में तीन नए जजों की नियुक्ति की। देश में राजनीतिक अस्थिरता और न्यायपालिका से तनाव के बीच यह कदम उठाया गया था, जिसे विपक्ष ने न्यायपालिका पर दबाव बढ़ाने के प्रयास के रूप में देखा।
कज़ाकिस्तान चुनाव
2005 में कज़ाकिस्तान के राष्ट्रपति चुनाव में नूरसुल्तान नज़रबायेव (Nursultan Nazarbayev) एक बार फिर जीतकर राष्ट्रपति बने। उनके नेतृत्व में देश में स्थिरता और आर्थिक विकास के मुद्दे प्रचारित हुए, हालांकि विपक्ष ने चुनाव की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठाए।
अनिल कुंबले रिकॉर्ड
2004 में ढाका टेस्ट के दौरान अनिल कुंबले (Anil Kumble Records) ने कपिल देव को पीछे छोड़ते हुए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बनकर इतिहास रचा। उनका यह उपलब्धि भारत की स्पिन परंपरा को नई पहचान दिलाने वाली रही और देशभर में सराही गई।
यूनाइटेड एयरलाइंस दिवालिया
2002 में अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी विमान सेवा यूनाइटेड एयरलाइंस (United Airlines) ने दिवालिया घोषित किया। 9/11 हमलों के बाद एयरलाइन उद्योग में गहरा आर्थिक संकट आया, जिससे कंपनी को भारी घाटा हुआ। यह अमेरिकी विमानन इतिहास की सबसे बड़ी दिवालिया घटनाओं में से एक थी।
नवाज़ शरीफ निर्वासित
2000 में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ (Former Prime Minister of Pakistan Nawaz Sharif) को उनके परिवार सहित दस साल के लिए देश से निर्वासित कर दिया गया। यह फैसला सैन्य शासक परवेज़ मुशर्रफ़ के सत्ता में आने के बाद हुआ। शरीफ सऊदी अरब में निर्वासन के दौरान राजनीतिक गतिविधियों से दूर रहे।
आतंकवादी फंडिंग अपराध
1999 में संयुक्त राष्ट्र ने एक महत्वपूर्ण समझौते के तहत आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन उपलब्ध कराना एक अंतरराष्ट्रीय आर्थिक अपराध घोषित (Terrorist funding crime) किया। इसका उद्देश्य आतंकवाद की वित्तीय जड़ों पर प्रहार करना और वैश्विक स्तर पर सुरक्षा को मजबूत करना था।
अमर्त्य सेन को नोबेल पुरस्कार
1998 में अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन (Amartya Sen) को स्टॉकहोम में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। उन्हें कल्याण अर्थशास्त्र, गरीबी मापन और मानव विकास से जुड़े उनके गहन कार्यों के लिए यह सम्मान मिला। यह भारत के लिए गर्व का क्षण था।
नोबेल शांति पुरस्कार
1994 में यासिर अराफात, इसहाक राबिन और शिमोन पेरेस को मध्य पूर्व में शांति प्रयासों, विशेषकर ओस्लो समझौते में भूमिका के लिए संयुक्त रूप से नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize) मिला। यह सम्मान फिलिस्तीन-इज़राइल विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने के प्रयासों की सराहना था।
सोवियत-चेकोस्लोवाकिया समझौता
1947 में सोवियत संघ और चेकोस्लोवाकिया के बीच एक महत्वपूर्ण व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते का उद्देश्य दोनों देशों के आर्थिक सहयोग को मजबूत करना और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पुनर्निर्माण प्रक्रियाओं को समर्थन देना था।
फ्रांस में ग्रेगोरियन कैलेंडर
1582 में फ्रांस ने ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian Calendar) का उपयोग शुरू किया। यह नया कैलेंडर पोप ग्रेगरी XIII द्वारा लागू किया गया था और पुराने जूलियन कैलेंडर की त्रुटियों को सुधारने के उद्देश्य से बनाया गया था। बाद में कई देशों ने इसे अपनाया।
प्रफुल्लचंद चाकी
1888 में जन्मे प्रफुल्लचंद चाकी (Prafullachandra Chaki) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के साहसी क्रांतिकारी थे। वे खुदीराम बोस के साथी थे और अंग्रेजी शासन के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष के समर्थक थे। पुलिस से घिरने पर गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने अपने प्राण न्योछावर कर दिए, जिससे वे युवाओं के प्रेरणास्रोत बने।
चक्रवर्ती राजगोपालाचारी
1878 में जन्मे चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (सी. राजगोपालाचारी) वकील, लेखक, चिंतक और भारत के अंतिम गवर्नर-जनरल थे। वे गांधीजी के निकट सहयोगी और प्रखर राष्ट्रवादी थे। राजनीति के अलावा साहित्य और सामाजिक सुधारों में भी उनका उल्लेखनीय योगदान रहा। उन्हें ‘राजाजी’ नाम से जाना जाता है।
यदुनाथ सरकार
1870 में जन्मे यदुनाथ सरकार (Yadunath Sarkar) भारत के प्रसिद्ध इतिहासकार थे, जिन्हें मुगल इतिहास, विशेषकर औरंगज़ेब पर उनके विस्तृत शोध के लिए जाना जाता है। उनकी लिखी कई ऐतिहासिक पुस्तकें आज भी विश्वसनीय स्रोत मानी जाती हैं। वे अपने गहन अध्ययन और सटीक लेखन शैली के लिए प्रतिष्ठित रहे।
सी. एन. बालकृष्णन
2018 में सी. एन. बालकृष्णन (C. N. Balakrishnan), कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल सरकार में मंत्री रह चुके राजनेता, का निधन हुआ। वे सामाजिक न्याय और सहकारिता क्षेत्र में सुधारों के लिए जाने जाते थे। राजनीति में उनकी सरलता और जनसेवा ने उन्हें सम्मानित स्थान दिलाया।
दिलीप चित्रे
2009 में मराठी के प्रसिद्ध लेखक, कवि और आलोचक दिलीप चित्रे (Dilip Chitre) का निधन हुआ। वे अपनी गहरी संवेदनशील कविताओं, अनुवादों और कला पर लिखे लेखों के लिए जाने जाते थे। मराठी साहित्य तथा विश्व कविता के बीच पुल बनाने में उनका बड़ा योगदान माना जाता है।
अशोक कुमार
2001 में भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता अशोक कुमार (Ashok Kumar) का निधन हुआ। वे बॉलीवुड के शुरुआती सुपरस्टारों में से एक थे और उन्हें “दादा मुनि” के नाम से जाना जाता था। उनकी स्वाभाविक अभिनय शैली ने हिंदी फिल्मों में यथार्थवादी अभिनय की नींव रखी।
चौधरी दिगम्बर सिंह
1995 में स्वतंत्रता सेनानी और प्रसिद्ध राजनेता चौधरी दिगम्बर सिंह (Chaudhary Digambar Singh) का निधन हुआ। वे आज़ादी के आंदोलन में सक्रिय रहे और बाद में राजनीति में किसानों और श्रमिकों की आवाज़ बनकर उभरे। उनके सामाजिक कार्यों ने उन्हें जनप्रिय नेता बनाया।
विश्व मानवाधिकार दिवस
विश्व मानवाधिकार दिवस (World Human Rights Day) हर वर्ष 10 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन संयुक्त राष्ट्र (United Nations) द्वारा 1948 में मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा अपनाए जाने की याद में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य दुनिया भर में लोगों को समान अधिकार, स्वतंत्रता, न्याय, सम्मान और सुरक्षा के महत्व के प्रति जागरूक करना है। इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों, संगोष्ठियों और अभियानों के माध्यम से मानवाधिकार संरक्षण, समानता और संवैधानिक अधिकारों को मजबूत करने का संदेश दिया जाता है। यह दिवस समाज में कमजोर वर्गों और पीड़ितों की आवाज़ को सामने लाने का महत्वपूर्ण अवसर माना जाता है।
अखिल भारतीय हस्तशिल्प सप्ताह
अखिल भारतीय हस्तशिल्प सप्ताह (All India Handicrafts Week) हर वर्ष 08 से 14 दिसंबर तक मनाया जाता है। इसका उद्देश्य भारत की पारंपरिक कला, शिल्प और कारीगरों को प्रोत्साहित करना है। इस सप्ताह के दौरान देशभर में विशेष प्रदर्शनियाँ, मेले और कार्यशालाएँ आयोजित की जाती हैं, जहाँ स्थानीय कलाकार अपनी कला और उत्पाद सीधे लोगों तक पहुँचाते हैं। भारत के हस्तशिल्प जैसे मिट्टी कला, बुनाई, कढ़ाई, लकड़ी शिल्प, धातु कार्य आदि की समृद्ध परंपरा को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा दिया जाता है। यह सप्ताह कारीगरों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने और उनकी कला को संरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाता है।
इंतिफादा दिवस
इंतिफादा दिवस (Intifada Day) हर वर्ष फ़िलिस्तीनी लोगों के संघर्ष और अधिकारों की याद में मनाया जाता है। “इंतिफादा” का अर्थ है जनविद्रोह, जो फिलिस्तीनियों द्वारा इज़राइली कब्जे के खिलाफ किए गए आंदोलनों को दर्शाता है। यह दिवस स्वाधीनता, मानवाधिकार और न्याय के लिए फिलिस्तीनी जनता के प्रयासों को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। दुनिया भर में विभिन्न संगठन सभाओं, चर्चाओं और अभियानों के माध्यम से शांति, समाधान और अधिकारों के समर्थन की अपील करते हैं। यह दिवस मध्य-पूर्व संघर्ष को शांति से सुलझाने और मानवीय दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
हवाई सुरक्षा दिवस
हवाई सुरक्षा दिवस (Air Safety Day) या हवाई सुरक्षा सप्ताह हर वर्ष मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य हवाई यात्रा की सुरक्षा, जागरूकता और मानकों को मजबूत करना होता है। इस सप्ताह के दौरान विमानन विभाग, हवाई अड्डे और एयरलाइंस सुरक्षा अभ्यास, यात्रियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम, प्रशिक्षण और तकनीकी सुधारों पर ध्यान देती हैं। हवाई सुरक्षा आधुनिक यात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसलिए इस सप्ताह में आपातकालीन प्रक्रियाओं, सुरक्षा तकनीकों, जांच प्रणालियों और सुरक्षित उड़ान संचालन के बारे में विशेष प्रयास किए जाते हैं। यह सप्ताह यह सुनिश्चित करने का प्रयास करता है कि हवाई यात्रा सुरक्षित, विश्वसनीय और सुगम बनी रहे।