15 नवंबर का इतिहास: गांधी हत्या से लेकर झारखंड राज्य गठन दिवस तक जानें क्या है ख़ास!

हर दिन इतिहास के पन्नों में कुछ खास घटनाओं का जिक्र मिल जाता है जो की इतिहास के परिप्रेक्ष्य से काफी महत्वपूर्ण होते हैं।
15 नवंबर (History Of 15th November) के दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं चित्रों के माध्यम से दिखाया गया है
15 नवंबर (History Of 15th November) के दिन इतिहास के पन्नों में राजनीति, विज्ञान, स्वास्थ्य और समाज की दृष्टिकोण से कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटित हुई हैंSora Ai
Published on
Updated on
6 min read

Summary

  • 15 नवंबर के दिन इतिहास में राजनीति, खेल, साहित्य और स्वास्थ्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं, जिनमें लीग ऑफ नेशंस की बैठक, नाजी-जापान संधि, WHO का गठन और क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर का पदार्पण शामिल हैं।

  • इस दिन कई महान व्यक्तित्वों का जन्म और निधन हुआ, जैसे ज्योति प्रकाश निराला, सानिया मिर्ज़ा का जन्म और बाबासाहेब पुरंदरे, सौमित्र चटर्जी का निधन।

  • 15 नवंबर को राष्ट्रीय पुस्तक दिवस, नवजात शिशु दिवस और झारखंड राज्य गठन दिवस जैसे विशेष दिन पूरे भारत में मनाए जाते हैं, जो शिक्षा, स्वास्थ्य और राज्य गौरव को प्रेरित करते हैं।

हर दिन इतिहास के पन्नों में कुछ खास घटनाओं का जिक्र मिल जाता है जो की इतिहास के परिप्रेक्ष्य से काफी महत्वपूर्ण होते हैं।15 नवंबर के दिन इतिहास के पन्नों में राजनीति, विज्ञान, स्वास्थ्य और समाज की दृष्टिकोण से कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटित हुई हैं और इन घटनाओं से यह समझने में मदद मिलती है कि एक निर्णय या घटना कैसे समय के साथ-साथ बड़े बदलाव लेकर आते हैं। आइए जानते हैं 15 नवंबर (History Of 15th November) के दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं, उपलब्धियों और व्यक्तित्वों के बारे में।

15 नवंबर की खास घटनाएं

लीग ऑफ नेशंस की पहली बैठक जिनेवा में आयोजित

1920 में जिनेवा में लीग ऑफ नेशंस की पहली बैठक (First meeting of the League of Nations) आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य विश्व शांति कायम रखना, अंतरराष्ट्रीय विवादों का शांतिपूर्ण समाधान ढूंढना और देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना था। यह बैठक वैश्विक राजनयिक प्रयासों की दिशा में एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक शुरुआत साबित हुई।

नाजी जर्मनी और जापान की कोमिंट्रन-विरोधी संधि

1936 में नाजी जर्मनी और जापान ने कोमिंट्रन-विरोधी संधि पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य सोवियत संघ और साम्यवादी विचारधारा के प्रसार को रोकना था। यह संधि दोनों देशों के बीच सैन्य-राजनैतिक सहयोग को मजबूत करने वाला कदम थी और द्वितीय विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि तैयार करने में महत्वपूर्ण साबित हुई।

WHO संयुक्त राष्ट्र का विशिष्ट अभिकरण बना

1947 में विश्व स्वास्थ्य संगठन संयुक्त राष्ट्र का विशिष्ट अभिकरण बना, जिससे वैश्विक स्वास्थ्य नीतियों के समन्वय, रोग नियंत्रण, वैक्सीन कार्यक्रमों और अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा सहयोग को एक संगठित ढांचा मिला। इस परिवर्तन ने स्वास्थ्य सुधार को विश्वस्तर पर साझा जिम्मेदारी और सहयोग का विषय बना दिया और इसकी प्रभावशीलता बढ़ी।

गांधी हत्या के दोषियों गोडसे और आप्टे को फाँसी

1949 में महात्मा गांधी की हत्या के दोषी नाथूराम गोडसे और नारायण दत्तात्रेय आप्टे को फाँसी दी गई। यह दंड न्यायिक प्रक्रिया का परिणाम था, जिसने राष्ट्रपिता की हत्या के अपराधियों को कानून के अनुसार दंडित किया और देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण दर्ज किया।

संयुक्त राष्ट्र ने परमाणु हथियारों पर रोक का प्रस्ताव अपनाया

1961 में संयुक्त राष्ट्र ने परमाणु हथियारों पर रोक लगाने संबंधी प्रस्ताव स्वीकार किया, जिसका उद्देश्य वैश्विक निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय शांति को मजबूत करना था। इस कदम से परमाणु हथियारों के खतरे को कम करने, देशों के बीच विश्वास बढ़ाने और विश्व सुरक्षा के लिए संयुक्त प्रयासों को नई दिशा मिली।

कराची में वकार यूनुस और सचिन तेंदुलकर का टेस्ट पदार्पण

1989 में पाकिस्तान के कराची में वकार यूनुस और भारत के सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। इस मैच ने क्रिकेट जगत को दो महान खिलाड़ियों से परिचित कराया। आगे चलकर दोनों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में असाधारण उपलब्धियां हासिल कीं और खेल के इतिहास में अपनी पहचान बनाई।

फिजी में तख्ता पलट अवैध घोषित

2000 में फिजी की अदालत ने तख्ता पलट को अवैध घोषित किया, जिससे लोकतांत्रिक व्यवस्था की बहाली का मार्ग खुला। इस निर्णय ने सैन्य हस्तक्षेप को असंवैधानिक ठहराते हुए नागरिक शासन की वैधता को मजबूत किया। अदालत के फैसले ने फिजी के राजनीतिक ढांचे में स्थिरता की उम्मीदें बढ़ाईं।

झारखंड भारत का 28वां राज्य बना

2000 में झारखंड को आधिकारिक रूप से भारत का 28वां राज्य बनाया गया, जो बिहार से अलग होकर अस्तित्व में आया। राज्य गठन का उद्देश्य क्षेत्रीय विकास, जनजातीय समुदायों की आकांक्षाओं की पूर्ति और संसाधनों के बेहतर उपयोग को सुनिश्चित करना था। यह घटना भारतीय संघीय ढांचे में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन साबित हुई।

वाई. वी. रेड्डी संयुक्त राष्ट्र की वित्तीय सुधार टास्क फोर्स में शामिल

2008 में भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गर्वनर वाई. वेणुगोपল रेड्डी को वैश्विक वित्तीय प्रणाली में सुधार की जाँच हेतु संयुक्त राष्ट्र की टास्क फोर्स में शामिल किया गया। उनकी विशेषज्ञता का उद्देश्य वित्तीय संकट के कारणों, जोखिमों और भविष्य की नीतियों के समाधान तलाशना था।

योगेन्द्र मखबाल ने राष्ट्रीय बहुजन कांग्रेस की स्थापना की

2008 में योगेन्द्र मखबाल ने राष्ट्रीय बहुजन कांग्रेस नामक नई राजनीतिक पार्टी की स्थापना की। इस पार्टी का लक्ष्य बहुजन समाज के सामाजिक-राजनीतिक अधिकारों को मजबूत करना, समान प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना और वंचित समुदायों के मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर सशक्त रूप से उठाना था।

शी जिनपिंग चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव बने

2012 में शी जिनपिंग को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का महासचिव नियुक्त किया गया। उनके नेतृत्व ने चीन की राजनीतिक दिशा, आर्थिक नीतियों और वैश्विक कूटनीति में महत्वपूर्ण बदलाव लाए। शी का कार्यकाल देश में स्थिरता, भ्रष्टाचार नियंत्रण और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव बढ़ाने की दिशा में मील का पत्थर माना गया।

15 नवंबर को जन्मे लोग

ज्योति प्रकाश निराला

1986 में जन्मे ज्योति प्रकाश निराला भारतीय वायु सेना के गरुड़ कमांडो थे और उन्हें वीरता के लिए ‘अशोक चक्र’ से सम्मानित किया गया। उन्होंने अपने साहस और देशभक्ति से देश की रक्षा में असाधारण योगदान दिया, जो भारतीय सैन्य इतिहास में हमेशा स्मरणीय रहेगा।

सानिया मिर्ज़ा

1986 में जन्मी सानिया मिर्ज़ा प्रसिद्ध भारतीय टेनिस खिलाड़ी हैं। उन्होंने महिला और मिश्रित युगल दोनों में कई अंतरराष्ट्रीय खिताब जीते। सानिया भारतीय खेल में युवाओं के लिए प्रेरणा हैं और उनके करियर ने भारत को विश्व टेनिस मानचित्र पर गर्व महसूस कराया।

अश्विनी कुमार

1950 में जन्मे अश्विनी कुमार केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के पूर्व निदेशक थे। उन्होंने भ्रष्टाचार और आर्थिक अपराधों के खिलाफ प्रभावशाली जांच और कार्रवाई की। उनके नेतृत्व में सीबीआई की कार्यप्रणाली और न्यायपालिका के सहयोग ने कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने में मदद की।

बिरसा मुण्डा

1875 में जन्मे बिरसा मुण्डा भारत के प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और आदिवासी नेता थे। उन्होंने अंग्रेजी शासन के खिलाफ जन आंदोलन शुरू किया और आदिवासी अधिकारों की रक्षा की। उनके साहस और नेतृत्व ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा दी।

14 नवंबर को इन महान हस्तियों का निधन हुआ


बाबासाहेब पुरंदरे

2021 में बाबासाहेब पुरंदरे का निधन हुआ। वे मराठी साहित्यकार, नाटककार और इतिहास लेखक थे। उनके लेखन और अनुसंधान ने मराठी इतिहास और संस्कृति को जीवंत किया। उन्होंने शिवाजी और मराठा साम्राज्य के अध्ययन में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिससे इतिहासप्रेमियों और विद्वानों को मार्गदर्शन मिला।

सौमित्र चटर्जी

2020 में प्रसिद्ध बांग्ला अभिनेता सौमित्र चटर्जी का निधन हुआ। उनके अभिनय ने बंगाली सिनेमा को नई ऊँचाइयाँ दी। उन्होंने भावपूर्ण और सजीव पात्रों के माध्यम से दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई और भारतीय फिल्म जगत में एक अमिट छाप छोड़ी।

कृपालु महाराज

2013 में मथुरा के प्रसिद्ध संत कृपालु महाराज का निधन हुआ। उन्होंने विख्यात 'प्रेम मंदिर' का निर्माण करवाया और भक्तों के लिए आध्यात्मिक मार्गदर्शन किया। उनके योगदान से भक्ति और धार्मिक संस्कृति को मजबूती मिली और मथुरा का धार्मिक महत्व और बढ़ा।

बंकिम मुखर्जी

1961 में बंकिम मुखर्जी का निधन हुआ। वे भारत में विधायक निर्वाचित होने वाले पहले कम्युनिस्ट नेता थे। उनके राजनीतिक प्रयास और नेतृत्व ने कम्युनिस्ट आंदोलन को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में मजबूती दी और सामाजिक न्याय एवं समानता के सिद्धांतों को स्थापित करने में मदद की।

जयशंकर प्रसाद

1937 में जयशंकर प्रसाद का निधन हुआ। वे हिन्दी साहित्य के महान कवि, नाटककार और लेखक थे। उनके साहित्य में प्रेम, देशभक्ति और आध्यात्मिकता के भाव प्रमुख थे। उन्होंने हिन्दी साहित्य को नई दिशा दी और युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत बने।

विनोबा भावे

1982 में विनोबा भावे का निधन हुआ। वे प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और गांधीवादी विचारक थे। उनके जीवन और प्रयासों ने ग्राम विकास, शिक्षा और समाज सुधार के क्षेत्र में मार्गदर्शन दिया। उन्होंने भारत में सामाजिक न्याय, आत्मनिर्भरता और गैर-हिंसात्मक आंदोलन को बढ़ावा दिया।

15 नवंबर के ख़ास दिन

राष्ट्रीय पुस्तक दिवस


राष्ट्रीय पुस्तक दिवस सप्ताह पूरे भारत में मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य पुस्तक पढ़ने और ज्ञान अर्जित करने की आदत को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर पुस्तकालयों, स्कूलों और विश्वविद्यालयों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लेखक-व्याख्यान, पुस्तक मेले, कहानी और कविता पाठ जैसी गतिविधियों के माध्यम से लोगों में अध्ययन और साहित्य के प्रति रुचि बढ़ाई जाती है। यह सप्ताह छात्रों, शोधकर्ताओं और आम जनता को ज्ञानार्जन और साहित्यिक विकास की दिशा में प्रेरित करता है। पुस्तकें न केवल जानकारी का स्रोत हैं, बल्कि समाज में सोच, रचनात्मकता और विचारशीलता को भी प्रोत्साहित करती हैं।

नवजात शिशु दिवस


नवजात शिशु दिवस सप्ताह हर साल पूरे भारत में मनाया जाता है, ताकि शिशुओं के स्वास्थ्य, सुरक्षा और समग्र विकास पर ध्यान आकर्षित किया जा सके। इस सप्ताह के दौरान माता-पिता और परिवारों को बाल पोषण, टीकाकरण और सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया जाता है। अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों और सामाजिक संस्थाओं में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें विशेषज्ञ मार्गदर्शन और सलाह दी जाती है। इसका उद्देश्य नवजात बच्चों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाना और बचपन में सही देखभाल के महत्व को समाज में फैलाना है।

झारखंड राज्य गठन दिवस


झारखंड राज्य गठन दिवस हर साल 15 नवंबर को मनाया जाता है, जब 2000 में झारखंड बिहार से अलग होकर भारत का 28वां राज्य बना। इस दिन सरकारी और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। राज्य की ऐतिहासिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत को याद किया जाता है। लोग झारखंड की उपलब्धियों, प्राकृतिक संसाधनों और आदिवासी संस्कृति का जश्न मनाते हैं। स्कूलों और कॉलेजों में राज्य गठन के महत्व पर विशेष व्याख्यान और कार्यक्रम होते हैं। यह दिवस झारखंडवासियों में गौरव और एकता की भावना को बढ़ाता है और राज्य के विकास की दिशा में प्रेरित करता है।

15 नवंबर (History Of 15th November) के दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं चित्रों के माध्यम से दिखाया गया है
14 नवंबर का इतिहास: बीबीसी रेडियो सेवा से लेकर बाल दिवस तक जानें क्या है ख़ास!

Related Stories

No stories found.
logo
hindi.newsgram.com