16 दिसंबर का इतिहास: बांग्लादेश के 36वां विजय दिवस से लेकर माउंट फुजी विस्फोट तक जानें क्या है ख़ास!

हर दिन इतिहास के पन्नों में कुछ खास घटनाओं का जिक्र मिल जाता है जो की इतिहास के परिप्रेक्ष्य से काफी महत्वपूर्ण होते हैं।
16 दिसंबर (History Of 16th December) के दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं को चित्रों के माध्यम से दिखाया गया है
16 दिसंबर के दिन इतिहास (History Of 16th December) के पन्नों में राजनीति, विज्ञान, स्वास्थ्य और समाज की दृष्टिकोण से कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटित हुई हैंSora Ai
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Summary
  • 16 दिसंबर का दिन विश्व इतिहास में बड़े राजनीतिक बदलावों का साक्षी रहा है। बांग्लादेश का स्वतंत्र राष्ट्र बनना, कजाखस्तान की आज़ादी और नेपाल में लोकतांत्रिक व्यवस्था की शुरुआत जैसी घटनाओं ने देशों की दिशा और दशा बदली।

  • इस दिन पेशावर स्कूल हमला, मनीला बस हादसा और ज्वालामुखी विस्फोट जैसी दुखद घटनाएं भी हुईं। इन घटनाओं ने मानव जीवन की नाज़ुकता को दिखाया और सुरक्षा, शांति व आपदा प्रबंधन के महत्व को समझाया।

  • 16 दिसंबर कई महान व्यक्तियों के जन्म, निधन और उपलब्धियों से भी जुड़ा है। साथ ही विजय दिवस जैसे विशेष अवसर हमें बलिदान, देशभक्ति, मानव सेवा और समाज के लिए सकारात्मक योगदान की प्रेरणा देते हैं।

हर दिन इतिहास के पन्नों में कुछ खास घटनाओं का जिक्र मिल जाता है जो की इतिहास के परिप्रेक्ष्य से काफी महत्वपूर्ण होते हैं।16 दिसंबर के दिन इतिहास के पन्नों में राजनीति, विज्ञान, स्वास्थ्य और समाज की दृष्टिकोण से कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटित हुई हैं और इन घटनाओं से यह समझने में मदद मिलती है कि एक निर्णय या घटना कैसे समय के साथ-साथ बड़े बदलाव लेकर आते हैं। आइए जानते हैं 16 दिसंबर (History Of 16th December) के दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं, उपलब्धियों और व्यक्तित्वों के बारे में।

16 दिसंबर की खास घटनाएं

पेशावर स्कूल हमला

16 दिसंबर 2014 को पाकिस्तान के पेशावर स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने आतंकवादी हमला किया। इस भीषण हमले में 145 लोगों की मौत हुई, जिनमें अधिकांश स्कूली बच्चे थे। यह पाकिस्तान के इतिहास के सबसे दर्दनाक आतंकी हमलों में से एक माना जाता है।

मनीला बस हादसा

16 दिसंबर 2013 को फिलीपींस की राजधानी मनीला में एक यात्री बस पलट गई। इस दुर्घटना में 18 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। प्रशासन ने इसे लापरवाही और खराब सड़क व्यवस्था का परिणाम बताया।

चड्ढा समिति की मंजूरी

16 दिसंबर 2008 को केंद्र सरकार ने केंद्रीय विश्वविद्यालयों के शिक्षकों के वेतन पुनरीक्षण के लिए गठित चड्ढा समिति की सिफारिशों को मंजूरी दी। इससे शिक्षकों के वेतन, भत्तों और सेवा शर्तों में सुधार हुआ।

नेपाल में अंतरिम संविधान

16 दिसंबर 2006 को नेपाल में अंतरिम संविधान को अंतिम रूप दिया गया। इसके तहत राजा ज्ञानेन्द्र को देश के प्रमुख पद से हटाया गया और नेपाल को लोकतांत्रिक गणराज्य की ओर ले जाने की प्रक्रिया तेज हुई।

डीडी डायरेक्ट प्लस की शुरुआत

16 दिसंबर 2004 को प्रधानमंत्री द्वारा दूरदर्शन की फ्री-टू-एयर डीटीएच सेवा ‘डीडी डायरेक्ट प्लस’ का शुभारंभ किया गया। इस सेवा ने ग्रामीण और दूरदराज़ इलाकों तक टीवी प्रसारण को आसान बनाया।

कजाखस्तान की स्वतंत्रता

16 दिसंबर 1991 को कजाखस्तान ने सोवियत संघ से स्वतंत्रता की घोषणा की। इसके साथ ही वह एक स्वतंत्र राष्ट्र बना और मध्य एशिया में नए राजनीतिक बदलावों की शुरुआत हुई।

बांग्लादेश का स्वतंत्र राष्ट्र बनना

16 दिसंबर 1971 को भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम के बाद बांग्लादेश पाकिस्तान से अलग होकर एक स्वतंत्र राष्ट्र बना। यह दक्षिण एशिया के इतिहास की एक निर्णायक घटना थी।

सालार जंग संग्रहालय स्थापना

16 दिसंबर 1951 को हैदराबाद में सालार जंग संग्रहालय की स्थापना की गई। यह भारत के प्रमुख संग्रहालयों में से एक है, जहां कला, संस्कृति और ऐतिहासिक वस्तुओं का विशाल संग्रह है।

कलकत्ता विद्युत परियोजना

16 दिसंबर 1929 को कलकत्ता विद्युत आपूर्ति निगम ने हुगली नदी के भीतर नहर की खुदाई का कार्य शुरू किया। इसका उद्देश्य शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था को मजबूत बनाना था।

ब्रिटिश अधिकार घोषणा

16 दिसंबर 1689 को ब्रिटिश संसद की अधिकार घोषणा को राजा विलियम और रानी मेरी ने स्वीकार किया। इससे शासन में जनता के अधिकारों को मान्यता मिली और संवैधानिक राजशाही मजबूत हुई।

नेपाल का संविधान

16 दिसंबर 1862 को नेपाल ने अपना संविधान अपनाया। यह देश में शासन व्यवस्था को व्यवस्थित करने और प्रशासनिक ढांचे को स्पष्ट करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम था।

माउंट फुजी विस्फोट

16 दिसंबर 1707 को जापान के माउंट फुजी पर्वत में अंतिम बार ज्वालामुखी विस्फोट हुआ। इस विस्फोट से आसपास के क्षेत्रों में भारी राख फैली और जनजीवन प्रभावित हुआ।

माउंट विसुवियस विस्फोट

16 दिसंबर 1631 को इटली के माउंट विसुवियस ज्वालामुखी में भीषण विस्फोट हुआ। इस आपदा में छह गांव पूरी तरह तबाह हो गए और चार हजार से अधिक लोगों की मौत हुई।

16 दिसंबर को जन्मे लोग

एच. डी. कुमारस्वामी

16 दिसंबर 1959 को कर्नाटक में एच. डी. कुमारस्वामी का जन्म हुआ। वे जनता दल (सेक्यूलर) के वरिष्ठ नेता हैं और कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। राज्य की राजनीति में उनकी सक्रिय भूमिका और प्रशासनिक अनुभव के लिए उन्हें जाना जाता है।

हवा सिंह

16 दिसंबर 1937 को जन्मे हवा सिंह भारत के सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाजों में गिने जाते हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया। भारतीय बॉक्सिंग के इतिहास में उनका विशेष स्थान है।

ज्ञान सिंह रानेवाला

16 दिसंबर 1901 को ज्ञान सिंह रानेवाला का जन्म हुआ। वे एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे और राजस्थान की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में कार्य करते हुए जनसेवा को प्राथमिकता दी।

दयाराम साहनी

16 दिसंबर 1879 को दयाराम साहनी का जन्म हुआ। वे भारत के प्रसिद्ध पुरातत्त्ववेत्ता थे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण में उन्होंने महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया और सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़े शोध में अहम योगदान दिया।

स्वामी शिवानन्द

16 दिसंबर 1854 को स्वामी शिवानन्द का जन्म हुआ। वे रामकृष्ण मिशन के दूसरे संघाध्यक्ष थे। उन्होंने रामकृष्ण परंपरा के प्रचार-प्रसार और संगठन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

16 दिसंबर को इन महान हस्तियों का निधन हुआ

दिलीप महलानबीस

16 दिसंबर 2022 को डॉ. दिलीप महलानबीस का निधन हुआ। वे प्रसिद्ध भारतीय बाल रोग विशेषज्ञ थे। डायरिया जैसी जानलेवा बीमारी के इलाज में ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) के उपयोग को लोकप्रिय बनाने में उनका योगदान लाखों बच्चों की जान बचाने वाला साबित हुआ।

शकीला बानो

साल 2002 में प्रसिद्ध भारतीय महिला क़व्वाल शकीला बानो का निधन हुआ। वे अपनी सशक्त आवाज़ और भावपूर्ण गायन के लिए जानी जाती थीं। उन्होंने क़व्वाली को नई पहचान दिलाई और पुरुष प्रधान इस क्षेत्र में महिलाओं के लिए मार्ग प्रशस्त किया।

रूप सिंह

16 दिसंबर 1977 को भारत के प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी रूप सिंह का निधन हुआ। वे मेजर ध्यानचंद के भाई थे और भारतीय हॉकी टीम के अहम सदस्य रहे। उन्होंने ओलंपिक और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत को कई महत्वपूर्ण जीत दिलाने में योगदान दिया।

सेकेंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल

16 दिसंबर 1971 को सेकेंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल वीरगति को प्राप्त हुए। वे 1971 के भारत–पाक युद्ध में असाधारण साहस के लिए परमवीर चक्र से सम्मानित हुए। उन्होंने दुश्मन के टैंकों को नष्ट करते हुए देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।

अल्फांसो डे अल्बुकेरक

16 दिसंबर 1515 को पुर्तग़ाली गवर्नर अल्फांसो डे अल्बुकेरक का निधन हुआ। वे गोवा में पुर्तग़ाली शासन की नींव रखने वाले प्रमुख शासक थे। उनके कार्यकाल में गोवा पुर्तग़ालियों का एक महत्वपूर्ण उपनिवेश और व्यापारिक केंद्र बना।

16 दिसंबर के ख़ास दिन

विजय दिवस

विजय दिवस (Vijay Diwas) भारत में हर वर्ष 16 दिसम्बर को मनाया जाता है। यह दिन 1971 के भारत–पाकिस्तान युद्ध (India Pakistan War) में भारत की ऐतिहासिक जीत और बांग्लादेश (Bangladesh) के स्वतंत्र राष्ट्र बनने की याद दिलाता है। इसी दिन पाकिस्तान की सेना ने ढाका में भारतीय सेना के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। इस युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों ने अद्भुत साहस, रणनीति और एकजुटता का परिचय दिया। विजय दिवस देश के वीर सैनिकों के बलिदान, शौर्य और देशभक्ति को नमन करने का अवसर है। यह दिन हमें राष्ट्रीय एकता, आत्मविश्वास और शांति के महत्व का संदेश देता है।

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