

Summary
7 नवंबर को बहादुर शाह ज़फ़र की मृत्यु, वंदे मातरम् गीत की रचना और जॉर्डन के संविधान पारित होने जैसी घटनाएँ हुईं, जिन्होंने राजनीति और समाज के इतिहास को नया मोड़ दिया।
इस दिन बिपिन चंद्र पाल, सी.वी. रामन और कमल हासन जैसी महान हस्तियों का जन्म हुआ, जबकि बहादुर शाह ज़फ़र, सी. सुब्रह्मण्यम और बप्पादित्य बंदोपाध्याय जैसी विभूतियों का निधन हुआ।
अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस दिवस, शिशु सुरक्षा दिवस, महान अक्टूबर क्रांति दिवस और कैंसर जागरूकता दिवस जैसे आयोजन मानवता, सुरक्षा, समानता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाए जाते हैं।
हर दिन इतिहास के पन्नों में कुछ खास घटनाओं का जिक्र मिल जाता है जो की इतिहास के परिप्रेक्ष्य से काफी महत्वपूर्ण होते हैं। 7 नवंबर के दिन इतिहास के पन्नों में राजनीति, विज्ञान, स्वास्थ्य और समाज की दृष्टिकोण से कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटित हुई हैं और इन घटनाओं से यह समझने में मदद मिलती है कि एक निर्णय या घटना कैसे समय के साथ-साथ बड़े बदलाव लेकर आते हैं। आइए जानते हैं 7 नवंबर (History Of 7th November) के दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं, उपलब्धियों और व्यक्तित्वों के बारे में।
मुगल सल्तनत के अंतिम शासक बहादुर शाह द्वितीय (Bahadur Shah II) जो 1857 के विद्रोह में भी शामिल थे उनकी मौत रंगून में हुई।
1876 बंगाल में वंदे मातरम् गीत की रचना हुई
बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय (Bankim Chandra Chattopadhyay) ने बंगाल के कंटल पारा नामक गांव में वंदे मातरम गीत (Vande Mataram song) की रचना की थी। 1876 में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय के द्वारा लिखा गया यह गीत आज भी काफी लोकप्रिय और प्रासंगिक है।
1951 जॉर्डन ने संविधान पारित किया
आज ही के दिन 1951 को जॉर्डन में संविधान पारित किया गया। इस नए संविधान ने देश को संवैधानिक राजतंत्र बना दिया जिसके तहत राजा को व्यापक कार्यकारी अधिकार दिए गए जबकि संसद को विधाई शक्तियां प्राप्त हुई इसका उद्देश्य शासन व्यवस्था को संगठित करना और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करना था।
2003 में अमेरिका में गर्भपात पर रोक लगा
2003 में अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश (President George Bush) ने गर्भपात पर रोक लगाने वाले विवादास्पद विधेयक पर हस्ताक्षर किए, जिससे देशभर में बहस छिड़ गई। इसी दिन श्रीलंका की राष्ट्रपति चंद्रिका कुमारतुंगा ने राजनीतिक स्थिति में सुधार के संकेत देते हुए आपातकाल की घोषणा वापस ले ली, जिससे लोकतांत्रिक व्यवस्था को बल मिला।
2008 में जनता दल का इस्तीफा
2008 में बिहार के जनता दल (यूनाइटेड) के लोकसभा सदस्यों ने सामूहिक रूप से अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। यह कदम केंद्र सरकार की नीतियों और राज्य से जुड़े मुद्दों पर असंतोष जताने के लिए उठाया गया था। इस घटना ने उस समय की राजनीतिक हलचल को और तेज़ कर दिया।
1858 – बिपिन चंद्र पाल
भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी बिपिन चंद्र पाल (Bipin Chandra Paal) को “लाल-बाल-पाल” त्रयी में प्रमुख स्थान प्राप्त था। वे शिक्षक, पत्रकार और लेखक के रूप में भी प्रसिद्ध थे और स्वदेशी आंदोलन के समर्थक रहे।
1888 – चंद्रशेखर वेंकट रामन
विश्व प्रसिद्ध भारतीय भौतिक विज्ञानी सी.वी. रामन (C.V. Raman) को “रामन प्रभाव” की खोज के लिए 1930 में नोबेल पुरस्कार मिला। उन्होंने भारतीय विज्ञान को वैश्विक पहचान दिलाई।
1954 – कमल हासन
कमल हासन (Kamal Hassan) भारतीय सिनेमा के बहुमुखी प्रतिभाशाली अभिनेता, निर्देशक और निर्माता हैं। उन्होंने तमिल, हिंदी और अन्य भाषाओं की फिल्मों में अपनी अदाकारी से अमिट छाप छोड़ी।
1862 – बहादुर शाह ज़फ़र
बहादुर शाह ज़फ़र मुग़ल साम्राज्य के अंतिम बादशाह थे, जिन्होंने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में भारतीयों का नेतृत्व किया। अंग्रेजों द्वारा पराजित होने के बाद उन्हें रंगून निर्वासित कर दिया गया, जहाँ उनका निधन हुआ।
1923 – अश्विनी कुमार दत्त
अश्विनी कुमार दत्त एक प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, समाजसेवी और देशभक्त थे। उन्होंने स्वदेशी आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई और शिक्षा तथा जनजागरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया।
2000 – सी. सुब्रह्मण्यम
सी. सुब्रह्मण्यम भारत की हरित क्रांति के जनक माने जाते हैं। उन्होंने कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिक सुधारों को बढ़ावा देकर देश को खाद्यान्न आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर किया।
तारा चेरियन
तारा चेरियन एक प्रसिद्ध समाजसेविका थीं, जिन्हें समाज कल्याण कार्यों के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। उन्होंने महिलाओं और गरीबों के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित किया।
2015 – बप्पादित्य बंदोपाध्याय
बप्पादित्य बंदोपाध्याय एक संवेदनशील बंगाली फिल्म निर्देशक और कवि थे। उनकी फिल्मों में सामाजिक यथार्थ और मानवीय संघर्षों की गहरी अभिव्यक्ति देखने को मिलती थी।
अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस दिवस
अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस दिवस मानवीय सहायता और सेवा भावना को समर्पित है। इस अवसर पर विश्वभर में आपदा, युद्ध और संकट के समय मानवता की रक्षा के लिए किए जाने वाले रेड क्रॉस संगठन के कार्यों को सराहा जाता है।
शिशु सुरक्षा दिवस
शिशु सुरक्षा दिवस बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और अधिकारों की रक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस दिन समाज को बाल शोषण, पोषण और शिक्षा से जुड़ी जिम्मेदारियों के प्रति प्रेरित किया जाता है।
महान अक्टूबर क्रांति दिवस
महान अक्टूबर क्रांति दिवस रूस की 1917 की समाजवादी क्रांति की स्मृति में मनाया जाता है। इस क्रांति ने साम्राज्यवादी शासन को समाप्त कर दुनिया में समाजवाद और श्रमिक अधिकारों की नई लहर पैदा की।
कैंसर जागरूकता दिवस
कैंसर जागरूकता दिवस का उद्देश्य लोगों में कैंसर की रोकथाम, प्रारंभिक पहचान और उपचार के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस दिन स्वास्थ्य संस्थान और संगठन मिलकर जनसाधारण को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं।