

क्या आप जानते हैं कि पिछले 100 सालों में सबसे अधिक बिकने वाला बिस्कुट (Biscuit) ओरियो असल में किसी और का आइडिया था ? जी हाँ, वह बिस्कुट जिसे आज बच्चे और बड़े दुनियाभर में खाते हैं, वास्तव में यूनिक या मौलिक नहीं है। इसकी कहानी हमें यह सिख देती है कि सिर्फ अच्छा प्रोडक्ट होना ही काफी नहीं होता है, बल्कि मार्केटिंग और ब्रांडिंग (Branding) की ताकत भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है।
कहानी की शुरुआत होती है 1908 में। उस समय जैकब और जोसेफ लूज़ ने दुनिया का पहला सैंडविच बिस्कुट बनाया, जिसका नाम था हाइड्रोस (Hydrox)। इस बिस्कुट में दो चॉकलेट कुकीज़ के बीच वेनिला क्रीम भरी थी। इसके स्वाद और टेक्सचर दोनों ही शानदार थे, और यह तुरंत लोगों का पसंदीदा बन गया। हाइड्रोस एक इनोवेटिव और नया प्रोडक्ट था, जिसने उस जमाने में बिस्कुट के इतिहास में अपना नाम दर्ज कर लिया।
आपको बता दें 1912 में ओरियो (Oreo) आया और हाइड्रोस का लगभग एग्जैक्ट कॉपी पेश कर दिया। वही चॉकलेट बिस्कुट, वही वेनिला क्रीम, वही पैटर्न और डिज़ाइन, और यहां तक कि पैकेजिंग का रंग भी बहुत हद तक मिलते-जुलते थे। इसे इंस्पिरेशन कहना मुश्किल होगा, यह स्पष्ट रूप से एक नकल था।
तो अब सवाल उठता है की अगर हाइड्रोस (Hydrox) पहले आया और वह असली था स्वाद में भी बेहतर था, तो वह क्यों हार गया और बाज़ार से गायब क्यों हो गया ? इसका जवाब एक शब्द में है, ब्रांडिंग (Branding)। हाइड्रोस का नाम सुनते ही लगता था जैसे कोई कैमिकल या तकनीकी उत्पाद है। यह नाम ग्राहकों को याद भी नहीं रहता था। इसके मुकाबले, ओरियो (Oreo) एक छोटा, सरल और याद रखने में आसान नाम था। नाम ही ग्राहकों के मन में पहला प्रभाव डालता है, और ओरियो (Oreo) ने इसे पूरी तरह समझा।
इसके साथ ही ओरियो (Oreo) ने मार्केटिंग और विज्ञापन पर भरपूर पैसे खर्च किया। उसने अपनी पैकेजिंग, प्रचार और विज्ञापन यह सब रणनीतियों के जरिए बिस्कुट को आकर्षक बनाया। ओरियो (Oreo) ने अपनी कीमत भी बढ़ा दी, जिससे लोगों को यह भरोसा हो गया कि यह प्रीमियम क्वालिटी वाला बिस्कुट है। वहीं हाइड्रोस ने मार्केटिंग और प्रचार पर कभी ध्यान नहीं दिया।
धीरे-धीरे हाइड्रोस (Hydrox) की बिक्री गिरती गई और 1990 के दशक के अंत तक यह पूरी तरह बाजार से गायब ही हो गया। आपको बता दें ओरियो (Oreo) आज भी हर साल 3 बिलियन डॉलर से अधिक का बिस्कुट बेच रहा है और दुनियाभर में लोकप्रिय बन गया है। इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि केवल अच्छा प्रोडक्ट होना पर्याप्त नहीं है। अगर मार्केटिंग और ब्रांडिंग (Branding) मजबूत न हों, तो असली और बेहतर उत्पाद भी बाजार में टिक नहीं पाता। हाइड्रोस स्वाद में बेहतर और असली था, लेकिन ओरियो (Oreo) की स्मार्ट मार्केटिंग ने इसे पछाड़ दिया।
अच्छी ब्रांडिंग और अच्छी मार्केटिंग के बिना, मौलिक और उच्च गुणवत्ता वाला प्रोडक्ट भी खत्म हो सकता है। ओरियो (Oreo) और हाइड्रोस (Hydrox) की यह कहानी स्पष्ट रूप से यह दिखाती है कि व्यापार में प्रोडक्ट + ब्रांडिंग + मार्केटिंग तीनों का होना बहुत जरूरी है। तो अगली बार जब भी आप ओरियो (Oreo) बिस्कुट खाएंगे, तो इससे पहले यह जान लें कि यह असली आइडिया नहीं है, बल्कि एक नकल है। लेकिन ब्रांडिंग (Branding) और मार्केटिंग की ताकत ने इसे दुनिया का सबसे बड़ा बिस्कुट बना दिया। [Rh/PS]