पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ (Shehbaz Sharif) ने पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश (सीजेपी) उमर अता बंदियाल से पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए एक 'पूर्ण अदालत आयोग' गठित करने की मांग की है, जिसमें मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान (Imran Khan) ने प्रधानमंत्री, आंतरिक मंत्री और एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी पर उनकी हत्या की नाकाम कोशिश को अंजाम देने का आरोप लगाया था। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री शहबाज़ ने उन पर और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी पर गुरुवार को गुजरांवाला में पीटीआई के लंबे मार्च के दौरान हुए हमले का आरोप लगाने के लिए इमरान खान को आड़े हाथों लिया और कहा कि भारत (India) उनके बयान का इस्तेमाल पाकिस्तान के संस्थानों को निशाना बनाने के लिए कर रहा है।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार शरीफ़ ने पीटीआई (PTI) प्रमुख को संस्थानों, विशेष रूप से थल सेना प्रमुख (सीओएएस) जनरल कमर जावेद बाजवा और उनके परिवार के ख़िलाफ़ उनकी टिप्पणियों के लिए भी आड़े हाथों लिया और पाकिस्तान में गंभीर स्थिति पर खुशी मनाने वाले दुश्मन देशों के बारे में खेद व्यक्त किया।
जियो न्यूज ने मुताबिक पीएन ने कहा- भारत जैसा दुश्मन देश और क्या चाहेगा? वह आज जश्न मना रहे हैं। भारत के टीवी चैनल खान को आईएसआई (ISI) और सैन्य संस्थानों के बारे में बुरा बोलते हुए देखकर उत्साहित हैं क्योंकि (पीटीआई प्रमुख) उन पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं, जिनके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता। शरीफ़ ने खान को 'सिर से पैर तक झूठ की मूर्ति' बताया।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि खान अपनी 'झूठी और सस्ती साजिशों' के माध्यम से देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं, वह संस्थानों के ख़िलाफ़ नकारात्मक आख्यान भी बना रहे हैं। प्रेस के दौरान, पत्रकारों को एक वीडियो दिखाया गया जो खान से जुड़ा 2011 का वीडियो था, जहां उन्हें सेना और सैन्य अधिकारियों के बारे में बोलते हुए सुना जा सकता है।
शहबाज़ शरीफ़ ने कहा कि अगर खान लोगों को सफलतापूर्वक सबूत दिखाते हैं कि वह हमले के पीछे थे, तो 'मुझे प्रधानमंत्री पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है'।
आईएएनएस/RS