

Summary
गिस्लेन मैक्सवेल जेफ्री एपस्टीन की क्राइम पार्टनर थी।
गिस्लेन कम उम्र की लड़कियों को बहला-फुसलाकर यौन शोषण के जाल में फंसाती थी।
उसे 20 साल की जेल हुई है और वह वर्तमान में टेक्सास की जेल में बंद है।
मैक्सवेल....ये नाम सुनते ही आपके दिमाग में एक छवि बनेगी और वो हैं ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटर ग्लेन मैक्सवेल (Ghislaine Maxwell) लेकिन जैसे हर चमकती चीज सोना नहीं होती, ठीक वैसे ही हर नाम एक सा नहीं होता है। हम यहाँ जिस मैक्सवेल की बात कर रहे हैं, वो जुर्म की दुनिया की एक मंझी हुई खिलाड़ी है। जी हाँ, ये एक महिला है और इसका नाम है गिस्लेन मैक्सवेल।
गिस्लेन मैक्सवेल (Ghislaine Maxwell) वो महिला है, जिसने अपने जीवन में ऐसे-ऐसे काले कारनामों को अंजाम दिया है, जिसके बारे में सोचकर ही दिल दहल जाएगा। ये महिला कोई और नहीं बल्कि जेफ्री एपस्टीन की क्राइम पार्टनर थी। वही, जेफ्री जिसके नाम की फाइल अमेरिका में आज कल काफी चर्चा में है। ये एपस्टीन फाइल के नाम से मशहूर है, जो कई राज खोले जा रही है।
तो ऐसे में आइए समझते हैं कि आखिर कौन है गिस्लेन मैक्सवेल जो जेफ्री एपस्टीन की खासम खास थी और जुर्म की दुनिया में उसने कितने काले कारनामों को अंजाम दिया है।
गिस्लेन मैक्सवेल (Ghislaine Maxwell) एक ऐसी महिला की कहानी है, जिसने शक्तिशाली लोगों के साथ रिश्ते बनाए, लेकिन अंत में वो अपराध की दुनिया में इतना नीचे चली गई कि उसका सफर कालकोठरी में जाकर रुक गया। 25 दिसंबर 1961, यही वो तारीख थी जब फ्रांस के एक शहर में एक लड़की का जन्म हुआ। परिवार वालों ने नाम रखा गिस्लेन नोएल मैरियन मैक्सवेल।
गिस्लेन का परिवार कोई साधारण परिवार नहीं था। उसके पिता पिता रॉबर्ट मैक्सवेल एक ताकतवर मीडिया टाइकून थे और वो ब्रिटिश संसद के सदस्य भी रह चुके थे जबकि मां एलिज़ाबेथ फ्रांसीसी विद्वान थीं, जो होलोकॉस्ट पर रिसर्च कर रही थीं। गिस्लेन को बचपन में किसी चीज की कमी महसूस नहीं हुई। 53 कमरों का विशाल महल जैसा घर था, चारो तरफ नौकर चाकर थे लेकिन इस चकाचौंध वाली दुनिया में एक वीरानापन भी था।
दरअसल, गिस्लेन के जन्म के दो दिन पहले ही उसका भाई माइकल कार दुर्घटना में घायल हो गया था और कुछ साल के बाद ही उसकी मृत्यु हो गई। बावजूद इसके परिवार ने गिस्लेन की परवरिश में कोई कमी नहीं छोड़ी। उसने ऑक्सफोर्ड के बैलियोल कॉलेज से आधुनिक इतिहास और भाषाओं में डिग्री हासिल की। 1980 के दशक तक उसका नाम लन्दन के सोशल सर्कल में जाना माना चेहरा बन गया था।
हालांकि, 1991 में जब उसके पिता की मौत रहस्यमय से हुई, तो इसने गिस्लेन (Ghislaine Maxwell) को अंदर से तोड़ दिया। बाद में जाँच हुई, तो पता चला कि उन्होंने अपने कर्मचारियों के पेंशन फंड से भारी धोखाधड़ी की थी। वहीं, उनकी मौत अपनी लग्जरी यॉट "लेडी गिस्लेन" से हुई, जो कैनरी आइलैंड्स के पास समुद्र में गिर गया था। पिता की मौत के बाद गिस्लेन न्यूयॉर्क आ गईं और आगे के जीवन की शुरुआत यही से की।
गिस्लेन (Ghislaine Maxwell) 1990 के दशक में न्यूयॉर्क आईं और यही उनकी मुलाकात जेफ्री एपस्टीन से हुई। उस समय जेफ्री अमेरिकी फाइनेंसर था, जो अरबपतियों के पैसे संभालता था। गिस्लेन और जेफ्री के बीच रिश्ता कैसा था? ये कुछ साफ़ नहीं है क्योंकि कहीं उसे जेफ्री की प्रेमिका, कहीं सहयोगी, तो कहीं कर्मचारी के रूप में बताया गया है लेकिन ये बात सच है कि दोनों के बीच 25 साल से ज्यादा गहरा रिश्ता था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गिस्लेन के जरिये ही एपस्टीन कई अमीर और ताकतवर लोगों से मिला। इसके बाद दोनों ने मिलकर एक बड़ा सोशल नेटवर्क बनाया औसर इसमें राजनेता, अभिनेता, व्यापारी और दुनिया भर के ताकतवर लोगों को शामिल किया।
एपस्टीन से मिलने के बाद गिस्लेन की ज़िंदगी जुर्म की दुनिया में आगे बढ़ने लगी। कई अदालती दस्तावेजों में इस बात की पुष्टि है कि वो कम उम्र की लड़कियों को पहचानती थी, उनसे दोस्ती करती थी और उन्हें नौकरी या बेहतर ज़िंदगी का लालच देकर एपस्टीन के पास लाती थी। उनकी यात्रा, रहने और आने-जाने की व्यवस्था भी वही करती थी। एपस्टीन ने उसे उसकी पूरी दिनचर्या की देखरेख करने की जिम्मेदारी दी थी, साथ ही न्यूयॉर्क, फ्लोरिडा, न्यू मेक्सिको और वर्जिन आइलैंड्स में मौजूद उसके घरों के लिए कर्मचारियों को रखना और उन्हें संभालने की भी जिम्मेदारी गिस्लेन के कन्धों पर थी।
इसके साथ ही एपस्टीन जिन गुप्त कार्यक्रमों का आयोजन करता था, उसमे भी गिस्लेन (Ghislaine Maxwell) की भूमिका अहम थी। कई वकीलों के अनुसार वो कई लड़कियों को एपस्टीन के संपर्क में लेकर आई जिसके बाद उनका यौन शोषण हुआ।
वर्जीनिया रॉबर्ट्स गिफ्रे, जो एपस्टीन की पीड़ितों में से एक हैं, उनका कहना है कि 16 साल की उम्र में उन्हें यह कहकर भर्ती किया था कि स्पा अटेंडेंट के रूप में काम करना है लेकिन वहां उनके साथ जो गलत हरकत हुई, उसे याद करके उनका दिल दहल जाता है। एक पीड़ित ने तो अदालत में यह भी बताया कि एपस्टीन को दिन में तीन बार शारीरिक संबंध बनाने की तलब थी।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि गिस्लेन (Ghislaine Maxwell) के संबंध दुनिया के लगभग नामचीन लोगों से थे। इसमें मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम भी शामिल है। ट्रंप की एपस्टीन और गिस्लेन के साथ कई तस्वीरें भी सामने आई हैं। हालांकि, गिस्लेन ने अदालत में यह कबूला था कि उन्होंने ट्रंप को कभी भी अनुचित स्थिति में नहीं देखा।
इसके साथ ही गिस्लेन की पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ कई तस्वीरें सार्वजानिक हुईं, जहाँ वो उसके साथ स्विमिंग पूल में दिखाई दे रहे हैं। 2006 में गिस्लेन क्लिंटन के साथ दक्षिण भारत के एक गांव में गई थीं। हालांकि, क्लिंटन पर भी किसी गलत काम का आरोप नहीं है।
इन दोनों के आलावा प्रिंस एंड्रयू के साथ गिस्लेन का नाम काफी जुड़ा था और ऐसा कहा जाता है कि दोनों के बीच काफी गहरी दोस्ती थी। हालांकि, भारत के किसी नामचीन नेता या बिजनेस मैन के साथ उनके रिश्ते थे या नहीं, इस बात का अभी तक कहीं कोई जिक्र नहीं है।
गिस्लेन मैक्सवेल (Ghislaine Maxwell) पर जब गंभीर आरोप लगने शुरू हुए तो 2020 में उन्हें न्यू हैम्पशायर से गिरफ्तार किया गया। उनके ऊपर नाबालिगों की सेक्स ट्रैफिकिंग, नाबालिग को आपराधिक यौन गतिविधि में शामिल करना और घटना के दौरान वहां मौजूद रहना और पीड़ितों को ये बताना की वो कोई गलत काम नहीं कर रहे हैं। साथ ही गिस्लेन पर सबूत मिटाने का भी आरोप है।
उसे 2021 में दोषी पाया गया और कोर्ट ने गिस्लेन को 20 साल की जेल की सजा सुनाई लेकिन पीड़ितों का कहना था कि उसे कम से कम 30 साल की सजा होनी चाहिए थी।
आपको बता दें कि गिस्लेन मैक्सवेल (Ghislaine Maxwell) इस समय टेक्सास के ब्रायन में एक न्यूनतम-सुरक्षा वाली फेडरल जेल में हैं। इससे पहले उसे फ्लोरिडा के जेल में रखा गया था लेकिन 2025 में उसे दूसरी जेल में शिफ्ट कर दिया गया। बताया गया कि उसे जान से मारने की कई धमकियां मिल रही थीं। इस वजह से ये फैसला लिया गए।
हाल ही में एक जानकारी यह भी सामने आई थी कि गिस्लेन ने अदालत से यह मांग की है कि उसके साथ ठीक से न्याय नहीं हुआ है, इसलिए उसकी सजा रद्द की जाए और रिहा किया जाए।
तो ये थी कहानी जुर्म की दुनिया की खतरनाक महिला गिस्लेन मैक्सवेल की।
(RH/ MK)