अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बयान में कहा कि गुलामी "अमेरिका का मूल पाप" है। बाइडेन ने शनिवार को एक बयान में कहा, "400 साल से भी अधिक समय पहले, बीस गुलाम अफ्रीकियों को जबरन इस तट पर लाया गया जो बाद में संयुक्त राज्य अमेरिका नाम का देश बना।"
"उसके बाद के सालों में लाखों और अफ्रीकी यहां लाए गए और बेचे गए, जो गुलामी की एक प्रणाली का हिस्सा बन गए और यही अमेरिका का मूल पाप है।"
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस ने संयुक्त राज्य अमेरिका में 20 अगस्त को दासता स्मरण दिवस के रूप में मनाने के लिए बयान जारी किया।
अमेरिकी सीनेटर एलिजाबेथ वारेन और कांग्रेसी अल ग्रीन ने पिछले साल गुलामी स्मरण दिवस की स्थापना के लिए एक संयुक्त प्रस्ताव पेश किया था।
17वीं और 18वीं शताब्दी के दौरान, लाखों लोगों को अफ्रीका से अपहरण कर लिया गया और अमेरिकी उपनिवेशों में तम्बाकू और कपास जैसी नकदी फसलों का उत्पादन करने के लिए मजबूर किया गया।
19वीं शताब्दी के मध्य तक गुलामी उन्मूलन आंदोलन को लेकर तीखी बहस छिड़ गई।
हालांकि बाद में पूरे अमेरिका में लाखों गुलाम लोगों को मुक्त कर दिया गया, लेकिन दासता की नकारात्मक विरासत अभी भी मौजूद है, जिसमें नस्लवाद और भेदभाव भी शामिल है।
(आईएएनएस/PS)