
इजरायली मीडिया (Israeli Media) ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया कि इजरायल और हमास के बीच गाजा सीजफायर की निगरानी के लिए मिडिल ईस्ट में 200 सैनिक तैनात किए जाएंगे।
अमेरिकी सेना की मध्य कमान के प्रमुख एडमिरल ब्रैड कूपर हैं। वह शुरुआत में 200 सैनिकों को जमीनी स्तर पर तैनात करेंगे। उनकी भूमिका निगरानी करना, निरीक्षण करना और यह सुनिश्चित करना होगा कि समझौते का कोई उल्लंघन न हो।
उन्होंने बताया कि इस टीम में मिस्र, कतर, तुर्किए और संभवतः संयुक्त अरब अमीरात के सैन्य अधिकारी भी शामिल होंगे। वहीं, इस मामले में एक दूसरे अधिकारी का कहना है कि किसी भी अमेरिकी सैनिक का गाजा में जाने का इरादा नहीं है।
इस बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार रात एक्स पर इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को बधाई दी और युद्ध रोकने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप की कोशिशों की सराहना की।
पीएम मोदी ने लिखा, "राष्ट्रपति ट्रंप की गाजा शांति योजना के तहत हुई प्रगति पर बधाई देने के लिए अपने मित्र, प्रधानमंत्री नेतन्याहू को फोन किया। हम बंधकों की रिहाई और गाजा के लोगों को मानवीय सहायता बढ़ाने पर हुए समझौते का स्वागत करते हैं। इस बात पर जोर दिया कि दुनिया में कहीं भी किसी भी रूप या स्वरूप में आतंकवाद अस्वीकार्य है।"
वहीं राष्ट्रपति ट्रंप (President Trump) की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने पोस्ट किया, "मैंने अपने मित्र राष्ट्रपति ट्रंप से बात की और ऐतिहासिक गाजा शांति योजना की सफलता पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने व्यापार वार्ता में हुई अच्छी प्रगति की भी समीक्षा की। आने वाले हफ्तों में निकट संपर्क में रहने पर सहमति बनी।"
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने संकेत दिया कि अभी बहुत कुछ बातचीत के लिए बाकी है और कहा कि लोग किसी भी चीज से ज्यादा यही चाहते थे। हमास कुछ बातों पर सहमत हो गया है और मुझे लगता है कि यह काफी अच्छी तरह आगे बढ़ेगा।
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