न्यूज़ग्राम हिंदी: तुर्की(Turkey) में आए भूकंप(Earthquake) से निपटने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पी. के. मिश्रा ने तत्काल राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए साउथ ब्लॉक में एक बैठक की। बैठक में निर्णय लिया गया कि तुर्की गणराज्य की सरकार के समन्वय से राहत सामग्री के साथ एनडीआरएफ(NDRF) और चिकित्सा दलों के खोज और बचाव दलों को तुरंत वहां भेजा जाएगा।
रिक्टर पैमाने पर 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप के बाद तुर्की और सीरिया में 500 से अधिक लोग मारे गए और लगभग 3,000 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। तुर्की के उप-राष्ट्रपति फुअत ओकटे ने कहा कि मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 284 हो गई है।
इस उच्चस्तरीय बैठक में कैबिनेट सचिव, गृह मंत्रालय, एनडीएमए, एनडीआरएफ, रक्षा, विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालयों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में बचाव दलों को तुर्की भेजने का निर्णय लिया गया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से बताया गया कि विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड और आवश्यक उपकरणों के साथ 100 कर्मियों वाली एनडीआरएफ की दो टीमें खोज और बचाव कार्यों के लिए भूकंप प्रभावित क्षेत्र में जाने के लिए तैयार हैं। यही नहीं आवश्यक दवाओं के साथ प्रशिक्षित डॉक्टरों के साथ मेडिकल टीमें भी तैयार की जा रही हैं।
जानकारी के मुताबिक तुर्की गणराज्य की सरकार और अंकारा में भारतीय दूतावास और इस्तांबुल में महावाणिज्य दूतावास के कार्यालय के समन्वय से राहत सामग्री भेजी जाएगी।
गौरतलब है कि दक्षिणपूर्वी तुर्की और सीरिया में सोमवार को तड़के 7.8 तीव्रता के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे कई इमारतें ढह गईं। भूकंप संबंधी घटनाओं में 200 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है और सैकड़ों घायल हो गए हैं। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
--आईएएनएस/VS