ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने कहा है कि आधुनिक इतिहास में पहली बार, पूरब और पश्चिम एक साथ बराबरी कर रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगियों का वैश्विक प्रभुत्व अब समाप्त हो रहा है। RT के मुताबिक ब्लेयर ने शनिवार को डिचले फाउंडेशन में अपने वार्षिक व्याख्यान में उल्लेख किया कि कोविड-19 महामारी और यूक्रेन में संघर्ष के प्रभाव के कारण, पश्चिमी आबादी के एक बड़े हिस्से के लिए, जीवन स्तर गिर रहा है।
ब्लेयर ने कहा, पश्चिमी राजनीति उथल-पुथल में है, जो घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों मामलों को प्रभावित कर रहा है। साथ ही यह तर्क दिया कि यूक्रेन में रूस का सैन्य अभियान हमारे [पश्चिमी] मिशन की भावना को पुनर्जीवित करने वाला एक महत्वपूर्ण बिंदु बन जाना चाहिए।
1997 से 2007 तक यूके सरकार का नेतृत्व करने वाले 69 वर्षीय पूर्व PM के अनुसार, "इस सदी का सबसे बड़ा भू-राजनीतिक परिवर्तन रूस से नहीं बल्कि चीन से आएगा।"
RT के मुताबिक, उन्होंने भविष्यवाणी की कि "हम पश्चिमी राजनीतिक और आर्थिक प्रभुत्व के का अंत देख रहे हैं। दुनिया कम से कम द्वि-ध्रुवीय और संभवत: बहु-ध्रुवीय होने जा रही है।"
"चीन, जो पहले से ही दुनिया की दूसरी महाशक्ति है, पश्चिम के साथ ना केवल सत्ता के लिए बल्कि हमारी प्रणाली, हमारे शासन और जीवन जीने के तरीके के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करेगा। बीजिंग अकेला नहीं होगा। इसमें सहयोगी होंगे। रूस का भी महत्व है। शायद ईरान भी।"
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि यूक्रेन की घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पश्चिमी देश चीनी नेतृत्व पर उस तरह से व्यवहार करने के लिए भरोसा नहीं कर सकते, जो हम तर्कसंगत मानते हैं। मुझे गलत मत समझो। मैं निकट अवधि के लिए यह नहीं कह रहा हूं कि चीन प्रयास करेगा, ताइवान [स्व-शासित द्वीप] को बलपूर्वक ले लो। लेकिन हम अपनी नीति को इस निश्चितता पर आधारित नहीं कर सकते हैं कि यह नहीं होगा।"
(आईएएनएस/AV)