अमेरिका के कौन से आदेश ने इसराइल और हमास के युद्ध को कर दिया और खौफनाक

इस पर 90 लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर तैनात किया जा सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बात इस एयरक्राफ्ट के जरिए किसी भी देश को तबाह किया जा सकता है और यह एक बहुत बड़ी वजह है कि इसराइल और हमास की लड़ाई को भयानक रूप लेने में अब कोई नहीं रोक सकता।
इसराइल और हमास :- आप यह बात जानते होंगे कि जब दो देशों के बीच युद्ध होता है तो उसका असर बाकी के सभी देशों पर पड़ता है। [Wikimedia Commons]
इसराइल और हमास :- आप यह बात जानते होंगे कि जब दो देशों के बीच युद्ध होता है तो उसका असर बाकी के सभी देशों पर पड़ता है। [Wikimedia Commons]
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इसराइल और हमास :- आप यह बात जानते होंगे कि जब दो देशों के बीच युद्ध होता है तो उसका असर बाकी के सभी देशों पर पड़ता है। ठीक इसी तरह इजराइल और हमास के बीच होने वाले इस वार ने पूरी दुनिया में दशरथ फैला दी है इसराइल और गाजा पट्टी का आसमान मिसाइल के धुएं से पट रहा है इस बीच इस युद्ध के और ज्यादा खौफनाक होने की भी खबर आ रही है अमेरिका के एक आदेश ने इस खबर में आग में घी डालने का काम किया है। तो चलिए विस्तार से आपको बताते हैं कि अमेरिका ने क्या आदेश दिया और यह युद्ध कितना भयानक हो सकता है। 

अमेरिका का आदेश

दरअसल अमेरिका राष्ट्रपति ने अमेरिकी जहां जो और युद्ध विमान को इसराइल के पास तैनात करने का आदेश दिया है। यह खबर इसलिए खौफनाक है क्योंकि अमेरिका ने जिस एयरक्राफ्ट को तैनात करने के आदेश दिए हैं वह USS Gerald R Ford है। जिसे दुनिया में सबसे खतरनाक माना जाता है और यह एयरक्राफ्ट फाइटर किसी भी देश पर तबाही मचा सकता है। इस खबर के बाद से ही गंज पट्टी से लेकर फिलिस्तीन और आसपास के इस्लामी देशों के पसीने छूट रहे हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि वह क्षेत्र में फाइटर जेट स्क्वाड्रन को बढ़ाने के लिए एयरक्राफ्ट कैरियर और उसके साथ आने वाले युद्धपोतों को पूर्वी भूमध्य सागर में भेज रहा है। 

अमेरिका ने जिस एयरक्राफ्ट को तैनात करने के आदेश दिए हैं वह USS Gerald R Ford है।[Wikimedia Commons]
अमेरिका ने जिस एयरक्राफ्ट को तैनात करने के आदेश दिए हैं वह USS Gerald R Ford है।[Wikimedia Commons]MC3 Novalee Manzella

क्या है USS Gerald R Ford

यह एयरक्राफ्ट अमेरिका का बेहद खतरनाक लड़ाकू युद्धपोत है। इस पर मिसाइल क्रूज और हॉर्लिक्स व्रत के चार मिसाइल डिस्ट्रॉयर तैनात है। इसी बड़े पर सी को रसद सप्लाई करने वाले शिव भी हैं। दुश्मनों को रोकने के लिए इनमें पानी के भीतर लड़ने वाली परमाणु पनडुब्बी भी है। इसे सीवीएन 78 भी कहा जाता है।

इसमें एक साथ 3000 से अधिक सैनिक और लड़के तैनात हो सकते हैं।[Wikimedia Commons]
इसमें एक साथ 3000 से अधिक सैनिक और लड़के तैनात हो सकते हैं।[Wikimedia Commons]

अमेरिका ने इन लड़ाकू युद्धपोत की तैनाती के आदेश देकर यही मैसेज दिया है कि कोई भी देश आसपास फटकने की कोशिश ना करें। समंदर में इस युद्धपोत की रफ्तार 56 किलोमीटर प्रति घंटा है इसमें एक साथ 3000 से अधिक सैनिक और लड़के तैनात हो सकते हैं। इस पर 90 लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर तैनात किया जा सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बात इस एयरक्राफ्ट के जरिए किसी भी देश को तबाह किया जा सकता है और यह एक बहुत बड़ी वजह है कि इसराइल और हमास की लड़ाई को भयानक रूप लेने में अब कोई नहीं रोक सकता। 

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