न्यूज़ग्राम हिंदी: H3N2 वायरस इन दिनों तेज़ी से हवा में फैला हुआ है। तेज़ी से बढ़ते हुए इस इन्फ्लूएंजा वायरस (Influenza Virus)से देश में पहली मौत की भी बात सामने आई है। हरियाणा(Haryana) और कर्नाटक(Karnataka) में इस वायरस से 1-1 मौत हो चुकी है। आपको बता दें कि इससे पहले तक इस वायरस से कोई खतरा नहीं बताया जा रहा था लेकिन मौत की बात सामने आते ही सरकार अलर्ट हो गई है।
इस वक्त देश में H3N2 वायरस के कुल 90 केस हैं और H1N1 वायरस के 8। कम इम्यूनिटी वाले लोगों को, बच्चों और बुड्ढों को इससे संक्रमित होने का ज़्यादा खतरा है। जानिए हवा के जरिए तेज़ी से फैलते हुए इस वायरस के लक्षण और बचाव के तरीके।
आपको बता दें कि इस वायरस के लक्षण आम फ्लू के लक्षण(Symptoms of H3N2 Virus) से मेल खाते हैं। इसमें व्यक्ति को तेज़ बुखार, कफ, मितली, उल्टी, गले में दर्द, शरीर में दर्द, थकान, और आंतों में सूजन के साथ साथ दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर सांस लेने में दिक्कत हो या लगातार बुखार, चक्कर, खाने में तकलीफ और सीने में दर्द जैसी समस्याएं सामने आए तो तुरंत ही डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
इससे बचाव के लिए मास्क का इस्तेमाल करें। लोगों से हाथ मिलाने से बचे और समय समय पर हाथ साबुन से धोते रहें। ऑक्सीमीटर के सहारे अपना ऑक्सीजन नापते रहें और यदि यह 95 से कम होता है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। खुद दवा लेने से बचें। बच्चों और बूढ़ों में कफ और खासी की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। खूब सारा पानी पीए और भीड़ भाड़ वाली जगह जाने से बचें। हैंडशेक करने से बचें और छींकते वक्त मुंह ढक लें। आईसीएमआर(ICMR) का कहना है कि चूंकि यह वायरल इन्फेक्शन है तो इसमें एंटीबायोटिक लेने की जरूरत नहीं है। आसान से यह बचाव के तरीकों को अपना कर इस वायरस से बचा जा सकता है।
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