आपकी ये आदतें आपके दिमाग का करती है बुरा हाल

आज के समय में अल्जाइमर एवं डिमेंशिया जैसी बीमारियों का खतरा भी काफी बढ़ने लगा है इस भाग दौड़ वाली जिंदगी में अक्सर लोग अपनी सेहत का ध्यान रखना भूल जाते हैं इसके साथ ही आपकी ही कुछ ऐसी आदतें हैं आपके लाइफ स्टाइल्स है जिसके कारण सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है।
Health:- आजकल दिमाग से जुड़ी कई सारी बीमारियां सामने आने लगी है[Pixabay]
Health:- आजकल दिमाग से जुड़ी कई सारी बीमारियां सामने आने लगी है[Pixabay]

आजकल दिमाग से जुड़ी कई सारी बीमारियां सामने आने लगी है और जिन में सबसे मुख्य है मानसिक संतुलन का बिगड़ना। यह कोई अनुवांशिक रोग नहीं है मानसिक संतुलन आपके ही कुछ आदतों के कारण आपके दिमाग पर असर डालता है। आज के समय में अल्जाइमर एवं डिमेंशिया जैसी बीमारियों का खतरा भी काफी बढ़ने लगा है इस भाग दौड़ वाली जिंदगी में अक्सर लोग अपनी सेहत का ध्यान रखना भूल जाते हैं इसके साथ ही आपकी ही कुछ ऐसी आदतें हैं आपके लाइफ स्टाइल्स है जिसके कारण सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है। लेकिन उससे भी ज्यादा बुरा असर आपके दिमाग पर पड़ता है। तो चलिए समझते हैं कि कैसे हमारी आदतें हमारे दिमाग पर असर डालती हैं।

हमारी आदतें

आप सबको तो पता होगा की फिजिकल हेल्थ के साथ मेंटल हेल्थ भी काफी महत्वपूर्ण है अपनी मेंटल हेल्थ और अपने दिमाग को सेहतमंद रखने के लिए आपको अपनी कुछ आदतों में सुधार करना पड़ेगा लेकिन यहां सवाल यह है कि आखिर कौन सी आदतों में सुधार करें क्योंकि कई बार तो लोगों को मालूम ही नहीं होता कि उनकी ऐसी कौन सी आदतें हैं जिसकी वजह से उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है तो चलिए जानते हैं कि ऐसी कौन सी हमारी आदतें हैं जिसके वजह से हमारा दिमाग तुरंत खराब हो जाता है।

कम नींद लेना

आज की इस बिजी लाइफस्टाइल में अक्सर लोग देर से सोते हैं और जल्दी उठ जाते हैं ऐसे में नींद पूरी नहीं होती जिससे कि आपका दिमाग को आराम नहीं मिलता आपका दिमाग लगातार काम करता है इसलिए उसे रिलैक्स करने के लिए आपको 6 से 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए पर्याप्त नींद के कारण आपका दिमाग ठीक तरह से काम करेगा और चिड़चिड़ापन गुस्सा जैसी चीज आपको नहीं आएंगी। 

आपको 6 से 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए[Pixabay]
आपको 6 से 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए[Pixabay]

ब्रेकफास्ट ना करना

ब्रेकफास्ट ना करना यह सबसे बुरी आदत है। वेस्टर्नाइजेशन को अपनाते अपनाते हम यह भूल ही गए हैं कि हमारी भारतीय संस्कृति और परंपरा के अनुसार सुबह भरपेट खाना खाना चाहिए।अक्सर स्कूल कॉलेज या ऑफिस जाते वक्त हम अपना नाश्ता छोड़ देते हैं ब्रेकफास्ट करना हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। 7 से 8 घंटे भूखे रहने के बाद आपकी बॉडी को एनर्जी की जरूरत होती है ऐसे में अगर आप नाश्ता नहीं करते हैं तो आपकी बॉडी पर प्रभाव पड़ता है नष्ट न करने के कारण फैट डायबिटीज और कमजोरी की समस्या बढ़ने लगती है साथ ही आपके दिमाग पर भी इसका बहुत बुरा असर पड़ता है। दिमाग में झनझनाहट सर दर्द जैसी परेशानियां खड़ी हो जाती हैं। 

बहुत अधिक गुस्सा करना

गुस्सा यह तो जैसे हमारे रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा ही बन चुका है। या बात हम अच्छे तरीके से जानते हैं कि हमें गुस्सा नहीं करना चाहिए लेकिन फिर भी हमारी आदतें कहां सुधरने वाली है? आजकल लोग छोटी-छोटी बातों पर इतनी ज्यादा चिड़चिड़ा और गुस्सैल हो जाते हैं कि उसका सीधा असर उनके ब्रेन यानी दिमाग पर पड़ता है। ज्यादा गुस्सा करने से दिमाग की नसें फट भी सकती हैं। इसके बदले मेडिटेशन और शांत रहने का प्रोसेस आपके दिमाग को हेल्दी बन सकता है।

ज्यादा मीठा खाना

अगर आपको मीठा खाना पसंद है तो इस आदत को आप थोड़ा कंट्रोल करें ज्यादा मीठा खाने से आपका शुगर लेवल बढ़ता है और इसे पचाने के लिए इंसुलिन ज्यादा होना चाहिए इस कारण से डायबिटीज की समस्या होना एक आम बात है। साथ ही फट और अन्य समस्या से बढ़ाने के कारण आपके दिमाग पर भी असर पड़ता है अपने दिमाग को एक्टिव और हेल्दी रखने के लिए आप ज्यादा मीठा का सेवन न करें।

जंक फूड और स्ट्रीट फूड आपकी सेहत के लिए बहुत हानिकारक है इस तरह के खाने से आपके शरीर में सुस्ती आती है [Pixabay]
जंक फूड और स्ट्रीट फूड आपकी सेहत के लिए बहुत हानिकारक है इस तरह के खाने से आपके शरीर में सुस्ती आती है [Pixabay]

जंक फूड का सेवन

अधिकतर लोगों को जंक फूड और स्ट्रीट फूड खाना बहुत पसंद होता है साथ ही अपनी क्रेविंग्स को पूरा करने के लिए लोग जंक फूड का सेवन करते हैं लेकिन जंक फूड और स्ट्रीट फूड आपकी सेहत के लिए बहुत हानिकारक है इस तरह के खाने से आपके शरीर में सुस्ती आती है और आपका दिमाग एक्टिव नहीं होता दिमाग से जुड़ी बीमारियों से बचने के लिए आप जंक फूड का सेवन कम करें। और इस तरह से आप अपने दिमाग को कई सारी खतरनाक बीमारियों से भी बचा सकते हैं इन छोटी-छोटी आदतों के जरिए आप अपने शरीर और दिमाग दोनों को नियंत्रित कर सकते हैं। 

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