

बहुत से लोग रात में खाना खाकर तुरंत लेट जाते हैं या मोबाइल चलाने लगते हैं, जिससे पाचन गड़बड़ा जाता है। सबसे बड़ी गलती यही है कि खाने के तुरंत बाद लेटने से पाचन रस ऊपर चढ़ जाता है और गैस, एसिडिटी (Acidity) या जलन की समस्या शुरू हो जाती है। इसी तरह टीवी या मोबाइल देखने से निकलने वाली नीली रोशनी मेलाटोनिन हार्मोन को कम करती है, जिससे नींद ठीक से नहीं आती।
खाने के बाद ठंडा पानी पीना भी नुकसानदायक है, क्योंकि यह पाचन अग्नि को बुझा देता है, इसलिए गुनगुना पानी पीना बेहतर है।
कई लोग खाने के बाद फल या कॉफी-चाय लेते हैं, लेकिन ये भी पाचन को रोकते हैं और गैस बनाते हैं। कॉफी और चाय में मौजूद कैफीन नींद खराब करती है और पेट में जलन बढ़ाती है। भोजन के तुरंत बाद भारी एक्सरसाइज (Excercise) या योग (Yog) करना भी ठीक नहीं होता, क्योंकि इससे पाचन अंगों पर दबाव पड़ता है।
धूम्रपान (Smoking) या शराब पीना (Alcohol) पाचन तंत्र (Digestive System) को कमजोर कर देता है। इसी तरह बहुत टाइट कपड़े पहनने या खाने के तुरंत बाद नहाने से भी पाचन की गति धीमी हो जाती है। खाना खाने के बाद ज्यादा बोलना या हंसना भी गैस और हिचकी का कारण बन सकता है।
खाना खाने के बाद हल्का टहलना यानी लगभग 100 कदम चलना आयुर्वेद (Ayurveda) में सबसे अच्छा बताया गया है। दांत और जीभ साफ करना न भूलें, इससे मुंह की दुर्गंध और बैक्टीरिया से बचाव होता है। रात का खाना हमेशा हल्का, गर्म और सुपाच्य होना चाहिए, जैसे खिचड़ी, मूंग दाल या सूप। सोने से कम से कम दो घंटे पहले खाना खत्म कर लेना चाहिए ताकि पाचन ठीक से हो सके।
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