

आयुर्वेद के अनुसार, शकरकंद को पृथ्वी और जल तत्व से बना आहार कहा गया है, यानी यह शरीर को ताकत देती है, पेट को शांत रखती है और सर्दी के मौसम में शरीर को गर्म रखती है। वहीं, विज्ञान भी शकरकंद को सेहत के लिए फायदेमंद मानता है। इसमें कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ाते हैं, दिल को स्वस्थ रखते हैं और पाचन को मजबूत बनाते हैं।
शकरकंद में विटामिन ए, विटामिन सी, आयरन (Iron), कैल्शियम (Calcium), पोटैशियम (Potassium) समेत कई फाइबर (Fiber) होते हैं। आयुर्वेद (Ayurveda) कहता है कि यह वात और कफ दोष को संतुलित करती है। यह जोड़ों के दर्द, कब्ज और सर्दी-जुकाम जैसी परेशानियों को कम करने में मदद करता है। वहीं विज्ञान बताता है कि इसमें मौजूद बीटा-कैरोटीन आंखों की रोशनी के लिए काफी अच्छा होता है। अगर इसे नियमित रूप से खाया जाए तो यह त्वचा को निखारता है, बालों को मजबूत बनाता है और थकान को भी कम करता है।
जब हम रोज के खाने में शकरकंद शामिल करते हैं, तो सबसे पहले हमारी इम्यूनिटी यानी रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स (Antioxidants) शरीर के अंदर की गंदगी और खराब तत्वों को बाहर निकालते हैं। यही वजह है कि जो लोग नियमित रूप से शकरकंद खाते हैं, उन्हें बार-बार सर्दी-जुकाम या संक्रमण नहीं होता। आयुर्वेद भी मानता है कि यह शरीर में ओज यानी ऊर्जा और रोग-प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाता है।
अगर किसी को पेट से जुड़ी दिक्कत है, जैसे कब्ज या गैस, तो शकरकंद (Sweet Potatoes) उनके लिए भी फायदेमंद है। इसमें मौजूद फाइबर आंतों की सफाई करता है और पाचन को ठीक रखता है। बच्चे-बुजुर्ग दोनों इसे आसानी से पचा सकते हैं, क्योंकि यह हल्की और नरम होती है।
वजन कम करने वालों के लिए शकरकंद किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें फाइबर ज्यादा और कैलोरी कम होती है, जिससे पेट जल्दी भर जाता है और बार-बार कुछ खाने की जरूरत नहीं पड़ती। यह ब्लड शुगर को भी नियंत्रित रखती है, क्योंकि इसमें पाया जाने वाला स्टार्च धीरे-धीरे पचता है। इस वजह से यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी एक अच्छा विकल्प है।
दिल के लिए भी शकरकंद काफी अच्छी मानी जाती है। इसमें मौजूद पोटैशियम रक्तचाप (Potassium Blood Pressure) को संतुलित रखता है और खराब कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) को कम करता है। अगर आप रोज थोड़ी-सी शकरकंद खाते हैं, तो यह आपके दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाती है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करती है। आयुर्वेद में भी कहा गया है कि यह हृदय को ताकत देने वाला आहार है।
त्वचा और बालों के लिए भी यह नेचुलर बूस्टर Natural Booster की तरह काम करती है। इसमें मौजूद विटामिन ए और विटामिन सी त्वचा को चमकदार बनाते हैं और झुर्रियों को दूर रखते हैं। बालों की जड़ें भी इससे मजबूत होती हैं क्योंकि यह सिर की त्वचा तक पोषण पहुंचाती है।
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