मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से संस्कारधानी जबलपुर की यात्रा के दौरान प्रकृति के नजारे का भी रेल यात्री आनंद ले सकेंगे, क्योकि भोपाल और जबलपुर के बीच चलने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस में विस्टाडोम कोच लगाया गया है, जिसके भीतर बैठे-बैठे वादियों की खूबसूरती को निहारने का भरपूर मौका मिलेगा। राजधानी के कमलापति रेल्वे स्टेशन से मंगलवार को राज्य की पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने जनशताब्दी एक्सप्रेस में विस्टाडोम कोच का लगाए जाने के बाद गाड़ी को गंतव्य की ओर रवाना किया।
विस्टाडोम कोच ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के सफर को न केवल आरामदेह, बल्कि यादगार भी बनाएगा। विस्टाडोम कोच ऐसे डिब्बे हैं, जिनमें चौड़ी खिड़कियां हैं और छतें भी कांच की हैं, पारदर्शी छत इसका खास आकर्षण है। प्रकृति प्रेमी इस कोच में यात्रा के दौरान प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकेंगे। कोच में यात्रियों के लिए कुल 44 सीटें हैं। ये सीटें आरामदायक तो हैं ही, पैर फैलाने के लिए भी काफी जगह है। ऐसे में बच्चों से लेकर बड़ी उम्र के लोग आराम से सफर कर सकते हैं।
इस कोच की सीटों की सबसे बड़ी खासियत है कि इन्हें चारों ओर घुमाया जा सकता है, यानी यात्री सामने की ओर मुंह करके बैठने को मजबूर नहीं होगा, बल्कि जिस दिशा में चाहे, देख सकेगा। विस्टाडोम कोच में यात्रा के दौरान पर्यटकों को प्रकृति के विहंगम ²श्य देखकर एक रोमांचक यात्रा अनुभव प्राप्त होगा। यह कोच ग्लास रूफ टॉप, स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजे जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इसके अतिरिक्त विस्टाडोम कोच में यात्रियों के लिए मल्टी-टियर स्टील लगेज सेल्फ, स्नैक टेबल, पर्यटकों के अनुकूल लाउंज, माइक्रोवेव ओवन, कॉफी मेकर और रेफ्रिजरेटर के साथ एक मिनी पेंट्री कार की सुविधा उपलब्ध है।
इस कोच में यात्रियों के लिए मनोरंजन की सुविधाएं भी उपलब्ध है। विस्टाडोम कोच रेलवे की नई पहल है जो पर्यटन स्थलों की यात्रा को बेहद यादगार बनाने के मकसद से हुई शुरूआत है। इससे न केवल लोग प्रकृति के और करीब आएंगे, बल्कि भारतीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
जनशताब्दी एक्सप्रेस दोनो दिशाओं में रानी कमलापति, होशंगाबाद, इटारसी, पिपरिया, गाडरवारा, करेली, नरसिंहपुर, श्रीधाम और मदन महल स्टेशन पर रुकेंगी।
(आईएएनएस/AV)