मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक ऐसी बारात निकली जिसमें दूल्हा घोड़ी, बग्घी या कार पर सवार नहीं था, बल्कि बुलडोजर पर सवार होकर जनवासे से मंडप तक गया। बुलडोजर पर दूल्हे के सवार होने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। आदिवासी बाहुल्य जिला है बैतूल, यहां के भैंसदेही विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम झल्लार में सिविल इंजीनियर अंकुश जायसवाल राजगढ़ से अपने दुल्हनिया से ब्याह रचाने आए। वे एक बुलडोजर, जेसीबी बनाने वाली कंपनी में काम करते हैं।
अंकुश जायसवाल पेशे से सिविल इंजीनियर हैं और बुलडोजर, सहित अन्य निर्माण कार्यों से जुड़ी मशीनों बनाने वाली कंपनी में काम करते हैं और उनका इन मशीनों के बीच दिन गुजरता है, इसलिए उनके मन में यह विचार आया था कि वह अपने पेशे से जुड़ी मशीनरियों का ही अपने विवाह में उपयोग करें। इसी के चलते उन्होंने अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए बुलडोजर पर सवार होकर बारात निकाली। झल्लार से बारात निकलने के बाद केरपानी स्थित प्रसिद्ध श्री हनुमान मंदिर में रात्रि विश्राम किया। बुधवार को झल्लार निवासी अंकुश जायसवाल का विवाह केसर बाग में धूमधाम के साथ संपन्न हुआ।
ज्ञात हो कि इन दिनों बुलडोजर की खूब चर्चा है, अपराधियों के ठिकानों पर बुलडोजर चल रहे है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बुलडोजर मामा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को बुलडोजर बाबा तक कहा जाने लगा है।
--आईएएनएस