न्यूज़ग्राम हिंदी: कहते हैं बच्चों का मन सबसे चंचल होता है। उनका ध्यान कभी किसी एक चीज़ पर टिका नही रह सकता है, यही कारण है कि वह अपने आसपास की हर चीज को लेकर उत्सुक रहते हैं। उनकी इस उत्सुकता और चंचलता का ही नतीजा है कि वे पढ़ाई में कम ध्यान लगा पाते हैं। आज के मोबाइल टीवी के युग में बढ़ते हुए स्क्रीन टाइम से भी उनकी एकाग्रता की शक्ति कम होती जा रही है। ऐसे में जानिए योग(Yoga Tips) के कुछ आसान से आसन जिसे करने से बच्चे की एकाग्रता बढ़ेगी और साथ ही वह पढ़ाई में मन लगा पाएगा।
गरुड़ासन
यह आसन करने के लिए चेयर या सोफे पर बैठ जाए और दाहिने पैर को बाएं पैर के साथ क्रॉस कर लें। इसके बाद दाहिने और बाएं हाथ को लपेटते हुए दोनों कोहनी को उठाएं। याद रहें कंधे कानों से दूर रहें और इस स्थिति में दो से तीन बार सांस लें।
वृक्षासन
ध्यान केंद्रित करने के लिए और एकाग्रता बढ़ाने के लिए आसन काफी कारगर होता है। इस आसन में सीधे पैर खड़े हो जाएं। इसके बाद दायां पैर मोड़ते हुए बाएं पैर के जांघों पर संतुलन बनाते हुए रखें। कुछ देर इस पोज में रहते हुए दोनों हाथों को जोड़कर ऊपर ले जाएं। कुछ देर इसी तरह से संतुलन बनके रहें। दूसरे पैर के साथ भी दुबारा यही आसन करें।
सर्वांगासन
इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं। ऊपर देखते हुए दोनों हाथों को पैरों की तरफ सीधा रखें। इसके बाद आंखें बंद करके गहरी सांस लेते हुए दोनों पैरों को धीरे धीरे ऊपर की ओर उठाएं। अब कमर को भी ऊपर 90° की दिशा में उठाएं, इसके लिए हाथों की मदद ले सकते हैं। हाथों से पीठ को सहारा देते हुए कुछ देर इसी मुद्रा में रहें और फिर धीरे धीरे हाथ नीचे करते हुए पैर और कमर को जमीन पर वापस लाएं। इस आसन को करने से आपके मस्तिष्क तक एनर्जी का संचार बेहतर होगा और साथ ही मेमोरी तेज़ होगी।
ताड़ासन
बच्चों की एकाग्रता बढ़ाने के लिए ताड़ासन करना लाभकारी होता है। इसे करने से उनका फोकस बढ़ता है और मूड अच्छा रहता है।
प्राणायाम
एकाग्रता बढ़ाने के लिए सबसे ज़रूरी आसन है प्राणायाम। इसे करने के लिए जमीन पर पलथी मारकर बैठ जाए। कमर सीधे रखते हुए हाथों को घुटने पर रखें। फिर एक चीज़ पर ध्यान लगाते हुए धीरे धीरे सांस अंदर खींचे और फिर छोड़े। यह क्रिया दो से तीन मिनट तक करें। इसे नियमित रूप से करने से मन शांत होता है, यादाश्त बढ़ती है और चंचल मन शांत होता है।
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