आज अंतर्राष्ट्रीय दास प्रथा उन्मूलन दिवस मनाया जा रहा है। इसी के मौके पर आज हम आपको इस दिन से जुड़े कुछ तथ्य के बारे में बताने जा रहे हैं। तो चलिए शुरू करते है आज का यह लेख।
• अंतर्राष्ट्रीय दास प्रथा उन्मूलन दिवस (International Day of Abolition of Slavery) प्रत्येक वर्ष 2 दिसंबर को मनाया जाता हैं।
• अंतर्राष्ट्रीय दास प्रथा उन्मूलन दिवस विश्व स्तर पर मनाया जाता हैं।
• वैसे तो यह दिन पुराने समाज से चली आ रही दास प्रथा के कारण मनाया जाता है लेकिन यह आज भी किसी न किसी कारण से मौजूद है।
• संयुक्त राष्ट्र की घोषणा कर देने के बाद से यह दिन मनाया जा रहा है।
• यह दिन प्रथम बार 1986 में मनाया गया था। और तभी से लगातार यह दिन लगातार मनाया जाता है।
• इस दिन कोई सार्वजनिक अवकाश नहीं होता है।
• यह दिन दासता के मौजूदा रूप को समाप्त करने पर केंद्रित है।
• आज भी पूरे विश्व में 40 मिलियन से अधिक लोग आधुनिक गुलामी के शिकार बने हुए हैं।
• इस दिन का मुख्य उद्देश्य मानव तस्करी को रोकना है।
• इस दिन को मनाने का दूसरा उद्देश्य वेश्यावृति के शोषण को रोकना है।
बुद्धिजीवियों द्वारा उनका रिसर्च और डाटा संगोष्ठी में प्रस्तुत किया जाता है। साथ ही लोग अपने अपने हिसाब से लेखन सामग्री के माध्यम से अपने अपने विचार प्रकट करते हैं। जैसे कि दास प्रथा को कैसे रोका जा सकता है? या इसे कैसे रोकना चाहिए? इस पर बात और समीक्षा सत्र आयोजित किए जाते हैं।
(PT)