लिपिकार: कलाधर सिंह
लिपिकार: कलाधर सिंह

मेरे आस-पास का वातावरण और परिस्थितियाँ ही मुझे लिखने के लिए प्रेरित करते हैं- कलाधर सिंह

लिपिकार (Lipikar) में हम आज पढ़ेंगे उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में जन्मे श्री कलाधर सिंह (Kaladhar Singh) के बारे में जिनका कहना है कि लेखन अपने विचारों को सुंदरता से व्यक्त करने का एक माध्यम है।
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कलाधर सिंह

प्रधानाचार्य

हरमन माइनर स्कूल, भीमताल

Q

आपकी पसंदीदा लेखन शैली क्या है?

A

खड़ी हिन्दी

Q

आपके पसंदीदा लेखक/लेखिका कौन हैं?

A

मुंशी प्रेमचंद, महादेवी वर्मा

Q

आपकी पसंदीदा पुस्तक कौन सी है?

A

मधुशाला, रश्मिरथी

Q

आपके द्वारा लिखा गया पहला लेख?

A

मैंने अपना पहला लेख स्कूल की वार्षिक पत्रिका के लिए लिखा था।

Q

आपको लिखने के लिए क्या प्रेरित करता है?

A

मेरे आस-पास का वातावरण और परिस्थितियाँ ही मुझे लिखने के लिए प्रेरित करते हैं।

Q

आपके बारे में ऐसी कौन सी बात है जिसे जानकर लोग आमतौर पर आश्चर्यचकित हो जाते हैं?

A

मेरे जीवन का संघर्ष।

Q

आपके जीवन में सबसे अधिक प्रभाव किसने डाला है? कैसे?

A

डॉ. हरमन माइनर जी ने। इन्होंने जरूरतमंद और वंचित बच्चों के लिए जो सामाजिक पहल शुरू की, उसने मुझे बहुत ही गहराई से प्रभावित किया।

Q

आपका पसंदीदा उद्धरण क्या है?

A

नमक का दारोगा

Q

आपका पाठकों के लिए कोई संदेश?

A

कृपया अच्छे लेखकों की किताबें पढ़ें और पढ़ने की आदत को विकसित करें।

Q

आपको क्या चीज़ प्रोत्साहित करती है?

A

स्थिति एवं वातावरण

Q

आधुनिकता के इस दौर में पुस्तकों का चलन कम हो गया है? यदि  हाँ, तो यह किस हद तक सही है?

A

जी, डिजिटल प्लेटफॉर्म ने निश्चित ही इस पर असर डाला है।

Q

लेखन ने आपके जीवन को किस प्रकार नई गति दी?

A

इससे मुझे आत्मसंतुष्टि मिलती है।

लिपिकार/कलाधर सिंह/PS

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